भारत और दुनिया के लगभग अलग-अलग देशों में क्रिकेट का गेम सबसे ज्यादा फेमस हो चुका है। खासतौर T20 क्रिकेट का चलन बढ़ने से विदेशी देशों में भी क्रिकेट का खुमार काफी ज्यादा बढ़ा हुआ है। बात अगर भारत का किया जाए तो हर दूसरा नौजवान भारतीय क्रिकेटर ही बनना चाहता है। ऐसे में क्रिकेट खेलने वाले बहुत कम ही खिलाड़ी अपने देश के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेल पाते हैं। लेकिन जिन खिलाड़ियों के पास क्रिकेट खेलने की क्षमता अच्छी रहती है, वे खिलाड़ी अच्छा नाम कमाते हैं। ऐसा कई क्रिकेटरों के साथ देखा गया है कि टीम इंडिया में एंट्री के बाद वें गुमनाम हो जाते हैं। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको भारतीय क्रिकेट टीम के ऐसे कुछ खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जो टीम इंडिया में एंट्री करने के तुरंत बाद पॉलिटिक्स की वजह से उनका क्रिकेट कैरियर समाप्त हो गया।
जयंत यादव- भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ियों में से एक जयंत यादव को सीनियर खिलाड़ियों की मौजूदगी के चलते भारतीय टीम से बाहर किया गया है। जयंत यादव भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के लिए चार टेस्ट मुकाबले खेलते हुए 228 रन और गेंदबाजी करते हुए 11 विकेट भी चटकाए हैं। वें अपना बेहतरीन प्रदर्शन करने के बावजूद भी भारतीय टीम से बाहर हैं।
वरुण एरोन- भारतीय क्रिकेट के तेज गेंदबाज और एक समय की भारतीय गेंदबाजी के प्रमुख गेंदबाज कहे जाने वाले तेज गेंदबाज वरुण एरोन का भी क्रिकेट करियर लगभग समाप्ति की ओर बढ़ चुका है। वरुण एरोन को भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के लिए मात्र 9 मुकाबले खेलने का ही मौका मिल पाया है, इस दौरान वरुण एरोन 18 विकेट चटकाने में भी कामयाब हुए हैं। एक बेहतरीन तेज गेंदबाज होने के नाते वरुण धवन का प्रदर्शन घरेलू क्रिकेट में बेहद शानदार रहा है। लेकिन उन्हें बिना किसी कारण भारतीय इंटरनेशनल टीम से बाहर किया गया है।
करण शर्मा- भारतीय टीम के बेहतरीन लेग स्पिन गेंदबाजों में से एक दाएं हाथ के खिलाड़ी करण शर्मा ने घरेलू क्रिकेट में अपने बेहतरीन प्रदर्शन के चलते भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम में जगह बनाया था। लेकिन अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में करण शर्मा को मात्र एक ही मुकाबला खेलने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने 4 विकेट चटकाए थे। करण शर्मा आईपीएल के बेहतरीन गेंदबाजों में से एक हैं।
अमित मिश्रा- भारतीय टीम के छोटे कद के लेग स्पिन गेंदबाज अमित मिश्रा का प्रदर्शन घरेलू क्रिकेट में काफी सराहनीय रहा है। अमित मिश्रा भारतीय घरेलू क्रिकेट में 535 विकेट चटका चुके हैं। घरेलू क्रिकेट में इतना शानदार प्रदर्शन होने के बावजूद भी अमित मिश्रा को इंटरनेशनल क्रिकेट में ज्यादा मौके नहीं मिले। अमित मिश्रा भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के लिए 22 मुकाबले खेलते हुए 75 विकेट चटकाए हैं।
अभिनव मुकुंद- भारतीय घरेलू क्रिकेट के शानदार बल्लेबाजों में से तमिलनाडु के खिलाड़ी अभिनव मुकुंद का भी क्रिकेट कैरियर चयनकर्ताओं के नजरअंदाज के चलते खत्म हो गया। अभिनव मुकुंद के नाम घरेलू क्रिकेट में 31 शतक और 10000 से ज्यादा रन मौजूद है। घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद भी अभिनव मुकुंद को भर्ती इंटरनेशनल टीम में मात्र 7 मुकाबले खेलने का ही मौका मिला।
पंकज सिंह- भारत के राजस्थान शहर के लंबे कद के खिलाड़ी पंकज सिंह एक समय भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के प्रमुख गेंदबाज कहे जा रहे थे। Pankaj Singh को भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के लिए 2 मुकाबले खेलने का भी मौका मिला। पंकज सिंह घरेलू क्रिकेट में गेंदबाजी करते हुए 472 विकेट भी चटकाए हैं। घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद भी पंकज सिंह को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ज्यादा मौके नहीं मिले, और उनका क्रिकेट कैरियर राजनीति की वजह से समाप्त हो गया।
स्टुअर्ट बिन्नी- पूर्व भारतीय खिलाड़ी रोजर बिन्नी के बेटे स्टुअर्ट बिन्नी एक समय भारतीय टीम के बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ी माने जा रहे थे। स्टुअर्ट बिन्नी का प्रदर्शन बातौर ऑलराउंडर खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में काफी अच्छा रहा। घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने का इनाम स्टूअर्ट बिन्नी को भारत इंटरनेशनल क्रिकेट टीम में मिला। लेकिन स्टुअर्ट बिन्नी भी ज्यादा लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना दवाब नहीं बना पाए।
जयदेव उनादकट- भारतीय क्रिकेट टीम को काफी लंबे समय से बाएं हाथ के गेंदबाजों की तलाश रही हैं। ऐसे में जयदेव उनादकट के रूप में भारतीय टीम को एक बेहतरीन तेज गेंदबाज मिला था। जयदेव उनादकट को भारतीय इंटरनेशनल टीम में लगातार ज्यादा मौके नहीं मिलने की वजह से उनका क्रिकेट कैरियर समाप्ति की ओर बढ़ चुका है। जयदेव उनादकट भारतीय घरेलू क्रिकेट में 89 मुकाबले खेलते हुए 327 विकेट चटकाए है। भारत इंटरनेशनल क्रिकेट टीम के लिए जयदेव उनादकट मात्र एक टेस्ट मुकाबला खेल पाए हैं।
विनय कुमार- एक समय भारतीय टीम के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में कुमार विनय कुमार ने घरेलू क्रिकेट में अपने बेहतरीन प्रदर्शन के बलबूते भारत में इंटरनेशनल क्रिकेट टीम में जगह बनाया था। विनय कुमार के नाम घरेलू क्रिकेट में 504 विकेट दर्ज है। लेकिन इंटरनेशनल टेस्ट क्रिकेट में विनय कुमार को भारतीय टीम के लिए मात्र एक ही मुकाबला खेलने का मौका मिल पाया। विनय कुमार कर्नाटक की रणजी टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं। विनय कुमार का भी क्रिकेट कैरियर राजनीति की वजह से समाप्त हो गया।