भारत में होने वाले आईपीएल का इतिहास 15 साल पुराना हो चुका है। आईपीएल के फेमस होने के बाद ही देश और दुनिया के तमाम क्रिकेट क्रिकेट बोर्ड अपने देश में आईपीएल जैसे ही T20 लीग का आयोजन कर टूर्नामेंट को सफल बना रही है। लेकिन आईपीएल जितनी पॉपु’लैरिटी किसी अन्य लीग को अब तक नहीं मिल पाई है। आईपीएल में अपनी फ्रेंचाइजी टीम के लिए क्रिकेट खेलने वाले सभी खिलाड़ियों को उनकी फ्रेंचाइजी टीम मोटी रकम अदा करती है। ऐसे में जो खिलाड़ी अपनी फ्रेंचाइजी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करते हैं, उनको उनकी फ्रेंचाइजी टीम लंबे समय तक अपनी टीम में बनाए रखती है। अगर कोई विदेशी खिलाड़ी 2 से 3 साल तक लगातार अच्छा प्रदर्शन करता हैं, तो उन्हें कप्तान भी बनने का मौका मिल पाता है। कई बार तो विदेशी अंतरराष्ट्रीय टीमों के बेहतरीन खिलाड़ियों को आईपीएल में बतौर कप्तान ही नियुक्त किया जाता है।
लेकिन जिन विदेशी खिलाड़ियों का प्रदर्शन एवरेज होता है। उन खिलाड़ियों को आईपीएल में अपनी फ्रेंचाइजी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करना पड़ता है, तभी उन्हें कप्तान बनने का मौका मिल पाता है। अगर किसी विदेशी खिलाड़ी को आईपीएल में कप्तान बनाया जाता है, तो वह खिलाड़ी काफी ज्यादा फेमस हो जाता है और उस खिलाड़ी की डिमांड भी बढ़ जाती है। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको ऐसे पांच विदेशी खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जो आईपीएल में लंबे समय तक क्रिकेट खेले लेकिन काफी कम कप्तानी करने का मौका मिला।
जेम्स होप्स- ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के पूर्व बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ी जेम्स हॉप्स साल 2011 में वीरेंद्र सहवाग की गैरमौजूदगी में दिल्ली कैपिटल्स की टीम की कप्तानी कर चुके हैं। James hopes को दिल्ली की टीम के लिए तीन मुकाबलों में कप्तानी की जिम्मेवारी मिली थी। इस दौरान जेम्स हॉप्स की कप्तानी के दौरान दिल्ली कैपिटल्स की टीम 2 मुकाबले हार गई और एक मुकाबला बेनतीजा रहा। जेम्स अपने आईपीएल क्रिकेट कैरियर के दौरान 21 मुकाबले खेलते हुए 417 रन बनाए थे। गेंदबाजी करते हुए जेम्स होप्स 14 विकेट भी चटकाए थे।
जेपी डुमिनी- साल 2014 में आईपीएल के दौरान दिल्ली कैपिटल्स की टीम का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था। जिसके चलते टीम के तत्कालीन कप्तान केविन पीटरसन को फ्रेंचाइजी टीम ने रिलीज कर दिया। केविन पीटरसन को रिलीज करने के बाद दिल्ली कैपिटल्स की टीम के पास एक भी अनुभवी खिलाड़ी नहीं थे। ऐसे में टीम के सबसे सीनियर खिलाड़ी जेपी डुमिनी को फ्रेंचाइजी टीम ने कप्तान बनाया। जेपी डूमिनी साल 2015 के आईपीएल के दौरान दिल्ली कैपिटल्स की टीम के लिए 16 मुकाबलों में कप्तानी करते हुए 6 मुकाबलों में जीत और 9 मुकाबलों में हार का सामना किए थे। कुल मिलाकर देखा जाए तो जेपी डूमिनी की कप्तानी में दिल्ली कैपिटल्स की टीम का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था।
डेरेन सैमी- वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के महान ऑलराउंडर खिलाड़ियों में से एक डेरेन सैमी आईपीएल में साल 2014 में शिखर धवन की खराब प्रदर्शन के बाद सनराइजर्स हैदराबाद की टीम के कप्तान बने थे। वीरेंद्र सैनी हैदराबाद की टीम के लिए 4 मुकाबलों में कप्तानी करते हुए टीम को दो मुकाबलों में जीत और दो मुकाबले में हार का सामना किए थे। डेरेन सैमी अपने आईपीएल क्रिकेट कैरियर के दौरान काफी कम मुकाबले खेले हैं। साल 2014 में डेरेन सैमी को उनकी फ्रेंचाइजी टीम हैदराबाद में रिलीज कर दिया और साल 2015 में भी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम के खिलाड़ी बने। आरसीबी की टीम के लिए सैमी केवल दो मुकाबले ही खेल पाए थे।
एंजेलो मैथ्यूज- श्रीलंकाई टीम के सबसे बेहतरीन और महान ऑलराउंडर खिलाड़ियों में से एक एंजेलो मैथ्यूज का प्रदर्शन बतौर खिलाड़ी आईपीएल के दौरान काफी अच्छा रहा है। लेकिन जब उनको कप्तानी मिला तो उनका प्रदर्शन बेहद खराब हो गया। एंजेलो मैथ्यूज को उनकी फ्रेंचाइजी टीम पुणे वॉरियर्स इंडिया ने साल 2013 में पांच मुकाबलों के लिए कप्तानी सौंपी थी। उनकी कप्तानी के दौरान पुणे वारियर्स इंडिया की टीम को मात्र एक मुकाबले में जीत और चार मुकाबलों में हार मिला। एंजेलो मैथ्यूज अपने आईपीएल क्रिकेट कैरियर के दौरान 49 मुकाबले खेलते हुए 724 रन और गेंदबाजी करते हुए कुल 27 विकेट चटकाए हैं।
कैमरन व्हाइट- ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के पूर्व बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक Cameron white को उनकी फ्रेंचाइजी टीम सनराइजर्स हैदराबाद में कप्तानी सौंपी थी। सनराइजर्स हैदराबाद की टीम के लिए कुल 12 मुकाबले में कप्तानी करते हुए टीम को सात मुकाबलों में जीत और पांच मुकाबलों में हार का सामना किए थे। कुल मिलाकर देखा जाए तो कैमरन वाइट आईपीएल के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक रहा है। कैमरन वाइट अपने आईपीएल क्रिकेट कैरियर के दौरान कुल 47 मुकाबले खेलते हुए 954 रन बनाए थे। मौजूदा समय में कैमरन वाइट अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं।