पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मौजूदा समय के हिंदी क्रिकेट के बेहतरीन कॉमेंटेटर सुनील गावस्कर का क्रिकेट करियर भारतीय क्रिकेट इतिहास के लिए काफी सुनहरा रहा है। सुनील गावस्कर अपने क्रिकेट कैरियर में भारतीय टीम के लिए बल्लेबाजी करते हुए 14000 से ज्यादा रन बनाए हैं। 72 वर्षीय पूर्व भारतीय खिलाड़ी सुनील गावस्कर पहली बार भारतीय टीम के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में साल 1971 में अपना पहला डेब्यू मुकाबला खेले थे। मौजूदा समय में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पूर्व और मौजूदा समय के खिलाड़ियों द्वारा उनकी सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग इलेवन का चयन किया जा रहा है। ऐसे में महान भारतीय खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने अपने क्रिकेट कैरियर की बेहतरीन प्लेइंग इलेवन का चयन किए हैं। गावस्कर द्वारा चुनी गई इस प्लेइंग इलेवन में सात भारतीय खिलाड़ी शामिल है।
सुनील गावस्कर के द्वारा चुनी गई इस प्लेइंग इलेवन की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि वे महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को ही अपनी टीम में जगह नहीं दिए है। हाल ही में स्टार स्पोर्ट्स के द्वारा हुए एक शो के दौरान सुनील गावस्कर से यह मीडिया कर्मी ने सवाल किया कि आपकी क्रिकेट कैरियर की सबसे बेहतरीन प्लेइंग इलेवन में कौन-कौन से खिलाड़ियों को जगह मिलेगी। मीडिया कर्मी द्वारा पूछे गए इस सवाल का जवाब सुनील गावस्कर ने हंसते हुए दिया और बोले कि-
मुझे क्रिकेट का काफी ज्यादा अनुभव है, और इसका चयन करना भी मेरे लिए कोई कठिन काम नहीं है। सुनील गावस्कर अपने द्वारा चुने गए इस टीम में बतौर सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और यूनिवर्स बॉस क्रिस गेल को दूसरे सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी टीम में जगह दिए है। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भी अपनी टीम में ऑस्ट्रेलियाई टीम के बाएं हाथ के धाकड़ सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली को अपनी टीम में शामिल किए हैं।
मध्यक्रम के अन्य बल्लेबाजों के रूप में सुनील गावस्कर इस टीम में पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए पूर्व भारतीय खिलाड़ी सुरेश रैना और छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए दक्षिण अफ्रीका टीम के पूर्व खिलाड़ी एबी डी विलियर्स का चयन किए हैं। सुनील गावस्कर अपनी इस टीम की कप्तानी और विकेटकीपिंग का जिम्मा महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में शोपे है। सुनील गावस्कर अपनी इस टीम के लिए तीन और ऑलराउंडर खिलाड़ियों का भी चयन किए हैं। पहले ऑलराउंडर खिलाड़ी के रूप में सुरेश रैना, दूसरे ऑलराउंडर खिलाड़ी के रूप में रविंद्र जडेजा और तीसरे ऑलराउंडर खिलाड़ी के रूप में सुनील नारायण का चयन हुआ है।
ऑलराउंडर खिलाड़ियों के अलावा अपनी इस टीम में तीन धाकड़ स्पिन गेंदबाजों को भी जगह दिए हैं। इन खिलाड़ियों के अलावा सुनील गावस्कर अपनी इस टीम के लिए मात्र दो तेज गेंदबाजों को शामिल किए हैं। पहले तेज गेंदबाज के रूप में भुवनेश्वर कुमार और दूसरी तेज गेंदबाज के रूप में जसप्रीत बुमराह का चयन किया गया है। सुनील गावस्कर अपनी इस टीम के लिए 12 वें खिलाड़ी के रूप में लसिथ मलिंगा को अपनी टीम में शामिल किए है। सुनील गावस्कर का मानना है कि उनके द्वारा चुनी गई टीम को हराना विपक्षी टीम के लिए काफी कठिन काम होगा। गावस्कर बोले कि जरूरत पड़ने पर रोहित शर्मा और क्रिस गेल भी गेंदबाजी कर सकते हैं।
सन 1971 में अपने क्रिकेट कैरियर का शुरुआत करने वाले मध्यक्रम के बेहतरीन बल्लेबाज सुनील गावस्कर के क्रिकेट कैरियर की कुछ सुनहरी पारियों में साल 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 220 रनों की पारी, साल 1976 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन के मैदान पर 102 रनों की पारी, साल 1977 में ऑस्ट्रेलिया की टीम के खिलाफ ब्रिसबेन के मैदान पर 113 रनों की पारी, साल 1979 में इंग्लैंड के खिलाफ मैदान पर 221 रनों की पारी, साल 1983 में वेस्टइंडीज की टीम के खिलाफ चेन्नई के मैदान पर 236 रनों की पारी क्रिकेट कैरियर की सबसे यादगार पारियों में से एक है।
इसके अलावा सुनील गावस्कर अपने क्रिकेट कैरियर की ही कुल 16 यादगार सालों के दौरान भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में 125 मुकाबलों की 214 पारियों में 10122 रन बनाए थे। टेस्ट क्रिकेट में गावस्कर का सर्वोच्च स्कोर 236 रनों का रहा। टेस्ट क्रिकेट में सुनील गावस्कर के बल्ले से, चार दोहरी शतकीय पारियां भी निकली थी। वनडे एकदिवसीय क्रिकेट टीम के लिए सुनील गावस्कर 108 मुकाबलों में 3092 रन बनाए थे। वनडे क्रिकेट में सुनील गावस्कर के बल्ले से मात्र एक शतकीय पारी निकली थी।