पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व बाएं हाथ के धाकड़ तेज गेंदबाज अकरम अपने जमाने के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक थे। मौजूदा समय में क्रिकेट में बतौर सलाहकार पाकिस्तानी टीम की सहायता करने वाले वसीम अकरम कई बार मीडिया में आपने बड़े-बड़े बयानों के चलते काफी लंबे समय तक चर्चा में रहते हैं। हाल ही में भारतीय टीम की T20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में नहीं पहुंचने के कारण वसीम अकरम ने भारतीय टीम के साथ-साथ खिलाड़ियों को काफी बड़ी नसीहत दी। साथ ही भारतीय खिलाड़ी को वसीम अकरम ने बहुत ही ज्यादा व्यस्त भी बताया। इसके पहले भी वसीम अकरम भारतीय खिलाड़ियों के लिए कई बार बड़े-बड़े बयान दे चुके हैं।

वसीम अकरम अपने बयान में बोले कि भारतीय खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को आईपीएल के जैसा ही समझ रहे हैं। वे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्कोर सीरि’यस लेकर क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं। जिसके चलते भारतीय टीम कई बड़े मुकाबले गवा रही है। मेरी नजर में भारतीय क्रिकेट टीम को पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को ज्यादा सीरियस लेना चाहिए उसके बाद किसी अन्य घरेलू सीरीज को। भारतीय टीम की ऐसी छोटी-छोटी लापरवाही के चलते, भारतीय टीम पिछले चार-पांच वर्षों से कोई भी आईसीसी का बड़ा खिताब नहीं जीत पा रही है। भारतीय टीम के कप्तान के साथ-साथ बीसीसीआई को ऐसे मु’द्दों पर काफी गहराई से सोचना चाहिए। भारतीय टीम के सीनियर खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बजाय आईपीएल में ज्यादा समय व्यतीत कर रहे हैं। ज्यादातर समय देखा जा रहा है, कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के लिए उनकी जूनियर टीम जा रही है। ऐसे में सीनियर खिलाड़ी थके हुए रहते हैं, और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में क्रिकेट खेलते ही मुकाबला हार जाते हैं। वसीम अकरम ने अपने बयान में साल 2021 के मार्च महीने में हुए इंग्लैंड सीरीज का भी जिक्र किए और बोले कि इसी सीरीज में भी भारतीय टीम के सीनियर खिलाड़ी खेले थे, उसके बाद काफी लंबे समय के बाद अक्टूबर में T20 वर्ल्ड कप खेल है।

अगर आप अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के लिए इतने समय का गैप करेंगे तो जाहिर सी बात है, कि आप अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने लायक नहीं है। वसीम अकरम का कहना है कि भारतीय टीम मैनेजमेंट को इस बात को लेकर काफी सी’रियस होना चाहिए। खिलाड़ियों के लिए ज्यादा क्रिकेट खेलना अच्छी बात है, लेकिन खिलाड़ियों को सबसे पहले इंटरनेशनल क्रिकेट को खेलना करना चाहिए। वसीम अकरम अपने बयान में यही बोले कि जब आप घरेलू सीरीज खेलते हैं, तो विपक्षी टीम में मात्र एक से दो ही अच्छे गेंदबाज रहते हैं। और जैसे ही आप अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हैं, तो विपक्षी टीम में एक दो नहीं बल्कि 5 बेहतरीन गेंदबाजों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में टीम के खिलाड़ियों के ऊपर काफी ज्यादा दबाव बना रहता है जिसके चलते वे अपना शानदार प्रदर्शन नहीं कर पाते। वसीम अकरम अपने बयान में श्रीलंका के खिलाफ हुए T20 और एकदिवसीय सीरीज का भी जिक्र किए। वसीम अकरम का कहना है, कि इस सीरीज में भी भारतीय टीम के सीनियर खिलाड़ी क्रिकेट नहीं खेले थे। इस बात में कोई दो राय नहीं है, कि भारतीय टीम के खिलाड़ियों के ऊपर आईपीएल का असर दिख रहा है। क्योंकि खिलाड़ी आईपीएल में लगातार क्रिकेट खेल कर थके हुए नजर आते हैं।

ऐसे में सीनियर खिलाड़ियों को ज्यादा घरेलू क्रिकेट खेलना भारतीय टीम मैनेजमेंट को इसका खामि’याजा भुगतना पड़ रहा है। भारतीय टीम मैनेजमेंट को इस बात को लेकर काफी गहराई से सोच विचार करना चाहिए। जैसा कि हम आपको बताना चाहते हैं, भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। रवि शास्त्री की जगह भारतीय टीम की कोच की जिम्मेवारी पूर्व भारतीय खिलाड़ी राहुल जावेद के हाथों सौंपी गई है। साथ ही पूर्व भारतीय खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय टीम का मेंटर भी बनाया गया है। T20 वर्ल्ड कप 2021 के बाद भारतीय T20 टीम की कप्तानी विराट कोहली भी छोड़ चुके हैं। ऐसे में भारतीय टीम मैनेजमेंट के लिए यह एक बहुत बड़ी चुनौती है, कि किस खिलाड़ी को टीम मैनेजमेंट बतौर कप्तान नियुक्त करती है।
