दक्षिण अफ्रीका में नस्लभेद की वजह से खेलों में भी काफी बाधा पहुंचती है। मौजूदा समय में दक्षिण अफ्रीका के बहुत सारे टैलेंटेड खिलाड़ी अफ्रीका छोड़कर दूसरे देशों में शरण लेते हैं। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको वैसे खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो जन्म तो दक्षिण अफ्रीका में लिए लेकिन नस्लभेद के कारण उन्हें अपना देश छोड़कर दूसरे देशों में शरण लेना पड़ा।
बीजे वाटलिंग- न्यूजीलैंड टीम के छोटे कद का विकेटकीपर बल्लेबाज बीजे वाटलिंग एक बहुत ही जबरदस्त खिलाड़ी हैं। न्यूजीलैंड की घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने के बाद उन्हें न्यूजीलैंड टीम में शामिल किया गया। साल 2004 में बीजे वाटलिंग को न्यूजीलैंड के अंडर-19 टीम में शामिल किया गया। न्यूजीलैंड के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ब्रेंडन मैकलम के संन्यास लेने के बाद टेस्ट क्रिकेट में विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभालने वाले बीजे वाटलिंग का टेस्ट क्रिकेट में बहुत ही शानदार प्रदर्शन रहा।
नील वैगनेर- न्यूजीलैंड टीम के फ्रंटलाइन गेंदबाज नील वैगनेर दक्षिण अफ्रीका के मूल निवासी हैं। दक्षिण अफ्रीका टीम के लिए काउंटी क्रिकेट खेल चुके नील वैगनेर ज्यादा चांसेस नहीं रहने के कारण न्यूजीलैंड चले गए। बीन बैग्स टेस्ट क्रिकेट में अपनी शानदार गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं।
ग्रांट इलियट- दक्षिण अफ्रीका के जोहांसबर्ग में जन्म लिए ग्रांट इलियट ने साल 2001 के अंत में दक्षिण अफ्रीका छोड़ने का फैसला किया। अपनी ऑलराउंडर खेल की वजह से ग्रांट इलियट न्यूजीलैंड की टीम के शामिल हो गए। ग्रांट इलियट ने न्यूजीलैंड की टीम की तरफ से पांच टेस्ट और 83 एकदिवसीय मुकाबले तथा साथ में 17 टी20 मुकाबले खेले हैं। एलियट साल 2015 के विश्व कप के मुकाबले के बाद क्रिकेट से सन्यास ले लिए।
डेवोन कन्वे- हाल ही में न्यूजीलैंड की टीम की तरफ से डेब्यू करने वाले डेवोन कन्वे अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत सबका मन मोह लिए हैं। कन्वे का भी जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ लेकिन ज्यादा मौके नहीं मिलने के कारण न्यूजीलैंड जाने का फैसला किए और न्यूजीलैंड की टीम में अपनी कड़ी मेहनत के बदौलत शामिल हुए हैं। हाल ही में इंग्लैंड के साथ खेले गए अपने पहले टेस्ट मुकाबले में डेवोन कन्वे ने दोहरी शतकीय पारी खेली हैं।
कॉलिन मुनरो- न्यूजीलैंड टीम का T20 स्पेशलिस्ट बल्लेबाज कॉलिन मुनरो एक बहुत ही खतरनाक बल्लेबाज हैं। कॉलिन मुनरो का भी जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ था। न्यूजीलैंड की टीम के लिए कॉलिन मुनरो बतौर ऑलराउंडर खिलाड़ी शामिल हुए। न्यूजीलैंड की तरफ से टी-20 प्रारूप में कॉलिंग मुनरो ने 3 शतक लगाए हैं।
ग्लेन फिलिप्स- महज 5 साल की उम्र में दक्षिण अफ्रीका से न्यूजीलैंड जाने वाले ग्लेन का जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ। साल 2017 में मार्टिन गुप्टिल को चोट लगने के बाद ग्लेन फिलिप्स को टी20 टीम में शामिल किया गया। ग्लेन फिलिप्स बल्लेबाजी के साथ-साथ विकेटकीपिंग करते हैं।
क्रूगर वैन वीक- दक्षिण अफ्रीका टीम में ज्यादा मौके नहीं मिलने के कारण क्रूगर वैन वीक ने दक्षिण अफ्रीका छोड़ने का फैसला किया और न्यूजीलैंड की टीम में शामिल किए गए। वे अपना पहला टेस्ट मुकाबला न्यूजीलैंड की तरफ से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले थे। साल 2015 में क्रिकेट से संन्यास लेने वाले क्रूगर वैन वीक ने न्यूजीलैंड की टीम के लिए मात्र आठ मुकाबले ही खेल पाए।