BCCI के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान और बाएं हाथ के ऑलराउंडर खिलाड़ी सौरव गांगुली ने हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम के सफलता का राज मीडिया के सामने खोल दिया। सौरव गांगुली घरेलू क्रिकेट खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए हाल ही में बीसीसीआई की एक अध्यक्षता में घरेलू खिलाड़ियों को मैच बढ़ाने का भी घोषणा किया है। इस मीटिंग में बीसीसीआई के सेक्रेटरी जय शाह भी मौजूद थे। इन दोनों लोगों की देखरेख में इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाया गया। इस प्रस्ताव से नए नौजवान खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा और वे क्रिकेट खेलने के लिए और ज्यादा जागरूक होंगे।
घरेलू क्रिकेट आज का मैच की सीनियर खिलाड़ियों का प्रत्येक मैच ₹60000 जो क्रिकेटर 40 से अधिक मुकाबले खेले होंगे। इसके बाद अंडर 23 खिलाड़ियों का भी मैच भी बढ़ाया गया और उनको प्रत्येक मैच ₹25000 मिलेंगे। जबकि दूसरी ओर अंडर-19 खिलाड़ियों को प्रत्येक मैच ₹20000 मिलेगा। सौरव गांगुली का मानना है, कि इससे घरेलू खिलाड़ियों का मनोबल और बढ़ेगा और वे क्रिकेट खेलने के लिए खूब जागरूक होंगे। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि इस फैसले से घरेलू खिलाड़ियों का मनोबल नहीं बढ़ा होगा। ऐसा कई बार देखा गया है कि कई होनहार खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में तो शानदार प्रदर्शन करते हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय टीम तक पहुंचते-पहुंचते उनकी उम्र निकल जाती है।
सौरव गांगुली मीडिया के सामने आगे बयान देते हुए यह भी बोले कि डोमेस्टिक क्रिकेट आज का मैच बढ़ने से मैं काफी खुश हूं, और डोमेस्टिक क्रिकेट को और प्रोत्साहित करने के लिए मैं और भी आगे कई नए-नए काम करने जा रहा हूं। मैच फी बढ़ाने के बाद सौरभ गांगुली आधिकारिक तौर पर बयान देते हुए ट्विटर पर ट्वीट किए और वे अपनी ट्वीट में राजीव शुक्ला जैसा बीसीसीआई और अरुण ठाकुर को भी टैग किए। आगे बयान देते हुए सौरव गांगुली यह भी बोले कि इन सभी पैसों से ये सभी खिलाड़ी अपनी जरूरत पूरा कर सकेंगे और अच्छा क्रिकेट खेलेंगे। इनमे से कुछ खिलाड़ी आगे चलकर भारतीय क्रिकेट टीम के महत्वपूर्ण खिलाड़ी भी बन सकते हैं।
इस अध्यक्षता में खिलाड़ियों को मुआवजा पैकेज भी दिया गया और जितने मुकाबले रद्द हुए थे, उन सभी मुकाबलों के 50% मैच फी खिलाड़ियों को मिलेगा। सौरव गांगुली मीडिया से आगे बातचीत करते हुए बोले कि भारतीय क्रिकेट के सभी खिलाड़ी काफी ज्यादा घरेलू क्रिकेट खेल कर ही इंटरनेशनल टीम में शामिल हुए हैं, जिसके चलते हुए अपना शानदार प्रदर्शन कर पाते हैं। यह बात कतई गलत नहीं है कि भारत में जितना घरेलू क्रिकेट खेला जाता है, किसी और देश में उतना घरेलू क्रिकेट नहीं खेला जाता। पूरे साल के हर एक महीने कोई ना कोई सीरीज होती ही रहती है।
सौरव गांगुली का यह भी कहना है कि घरेलू क्रिकेट के साथ-साथ आईपीएल भी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ। क्योंकि क्रिकेटर्स रणजी ट्रॉफी विजय हजारे ट्रॉफी और भी कई ट्रॉफी में अपना शानदार प्रदर्शन देते हुए आईपीएल में अपनी फ्रेंचाइजी टीम के द्वारा खरीदे जाते हैं और आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम में उनका चयन किया जाता है। इन सभी खिलाड़ियों में से जो खिलाड़ी अच्छा क्रिकेट खेलता है। वह भारतीय टीम का लंबे समय तक मेंबर बना बन जाता है।
जैसा कि हम आपको बताना चाहते हैं, कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह यह सभी बड़े दिग्गज खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में काफी लंबे समय तक क्रिकेट खेलने के बाद ही भारतीय टीम में शामिल हुए थे।