विजय हजारे ट्रॉफी 2021 की फाइनल में उत्तर प्रदेश और मुंबई की टीम पहुंची थी। टॉस जीत कर बल्लेबाजी करते हुए उत्तर प्रदेश की टीम ने मुंबई की टीम को 312 रनो का पहाड़ जैसा लक्ष्य दिया, जिसके जबाब में मुंबई की टीम ने इस लक्ष्य को 41.3 ओवरों में 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया। उत्तर प्रदेश की तरफ से सलामी बल्लेबाज माधव कौशिक ने 158 रनों की शानदार पारी खेली, वहीं उनके साथी समर्थ सिंह ने भी 55 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली। मुंबई की तरफ से गेंदबाजी करते हुए तनुष कोटियां ने सबसे ज्यादा 2 विकेट लिया।
जवाब लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई की टीम के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने 39 गेंदों पे 73 रनों की धमाकेदार पारी खेली। अपनी पारी के दौरान पृथ्वी शॉ चोटिल भी हो गए थे, जिसकी वजह से वे थोड़ी देर के लिए फील्ड से बाहर गए थे, लेकिन कुछ देर बाद वे पुन: फिर फील्ड पर आ गए थे। पृथ्वी शॉ के आउट होने के बाद आदित्य तारे ने बल्लेबाजी की कमान संभाली और 118 रनो की शतकीय पारी खेलकर मुंबई को जीत दिलाई। मुंबई की तरफ से शिवम दुबे ने भी 42 रनों की छोटी और अच्छी पारी खेली। अंततः मुंबई की टीम ने उत्तर प्रदेश को 6 विकेट से हराकर विजय हजारे ट्रॉफी की फाइनल खिताब अपने नाम किया।