अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने देश के लिए कप्तानी करना सभी खिलाड़ियों का सपना रहता है। लेकिन यह सपना सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों का ही पूरा हो पाता है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है, कि खिलाड़ी अगर अपना शानदार प्रदर्शन लगातार जारी रखते हैं, तो उन खिलाड़ियों को टीम का नेतृत्व करने का मौका मिलता है। मौजूदा समय में क्रिकेट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा को देखते हुए खिलाड़ियों का अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में चयन होना काफी मुश्किल होता जा रहा है। लेकिन अगर खिलाड़ी अपना बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखता है, तो उस खिलाड़ी को चयनकर्ता जल्द ही अपनी टीम में शामिल कर लेते हैं। भारतीय क्रिकेट टीम को भी एक से बढ़कर एक कप्तान मिले।
लेकिन कुछ ऐसे भी कप्तान मिले जो लंबे समय तक टीम का नेतृत्व कर टीम को अव्वल दर्जे से जीत दिलाएं। महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास लेने के बाद भारतीय टीम की कप्तानी संभालने वाले खिलाड़ी विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। आज इस न्यूज़ आर्टिकल के माध्यम से हम आपको ऐसे भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जो भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम की कप्तानी कर चुके हैं। साथ ही खिलाड़ियों के द्वारा किया गया टोटल कप्तानी का भी विवरण आपके सामने प्रस्तुत करेंगे।
भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला मुकाबला साल 1932 में खेली थी। लगभग 20 साल के लंबे अंतराल के बाद भारतीय टीम साल 1952 में इंग्लैंड की टीम के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मुकाबला जीती थी। मौजूदा समय में भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम की रैंकिंग पहले नंबर पर मौजूद है। भारतीय टीम के खिलाड़ी काफी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। भारतीय टीम के कुछ प्रमुख टेस्ट खिलाड़ी जैसे कि राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, सुनील गावस्कर, विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धोनी जैसे महान खिलाड़ी सबसे पहले नंबर पर शुमार रहते है।
भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी अब तक 33 खिलाड़ियों ने किया है सभी खिलाड़ियों का नाम हम एक के बाद एक इस आर्टिकल में लेने जा रहे हैं, कृपया पूरी खबर पढ़ें।
कप्तान विराट कोहली (साल 2014 से प्रेजेंट)- कुल 66 मुकाबले, 39 मुकाबलों में जीत, 16 मुकाबलों में हार, 59.9 का जीत प्रतिशत। महेंद्र सिंह धोनी (सन 2008 से साल 2014)- कुल 60 मुकाबले, 27 मुकाबलों में जीत 18 मुकाबलों में हार, जीत का प्रतिशत 45। सौरव गांगुली (साल 2000 से 2005)- कुल 49 मुकाबले, 21 मुकाबलों में जीत, 13 मुकाबलों में हार, 42.50 जीत का प्रतिशत। मोहम्मद अजहरुद्दीन (साल 1990 से 1999)- कुल 45 मुकाबले, 14 मुकाबलों में जीत, 14 मुकाबलों में हार, जीत का प्रतिशत 29.8। सुनील गावस्कर (साल 1976 से 1985)- कुल 47 मुकाबले, 9 में जीत और 8 में हार, जीत का प्रतिशत 19.14 का रहा।
मंसूर अली खान पटौदी (साल 1962 से साल 1975)- कुल 40 मुकाबले, 9 मुकाबलों में जीत और 19 मुकाबलों में हार, जीत का प्रतिशत 22.50। कपिल देव (सन 1983 से 1987)- कुल 34 मुकाबले चार में जीत, 7 में हार, जीत का प्रतिशत 11.76। राहुल द्रविड़ (साल 2003 से 2007)- कुल 25 मुकाबले, आठ में जीत, 6 में हार, जीत का प्रतिशत 32। सचिन तेंदुलकर (साल 1996 से 2000)- कुल 25 मुकाबले, चार में जीत, 9 में हार, जीत का प्रतिशत 16| बिशन सिंह बेदी (साल 1976 से 1978)- कुल 22 मुकाबले, छह में जीत, 11 मुकाबले में हार, जीत का प्रतिशत 27। अजीत वाडेकर (साल 1971 से साल 1974)- कुल 16 मुकाबले, चार में जीत, चार में हार, जीत का प्रतिशत 25। लाला अमरनाथ (सन 1947 सन 1952)- कुल 15 मुकाबले, दो में जीत, 6 में हार, जीत का प्रतिशत 13.33।
विजय हजारे (साल 1951 से 1953)- कुल 14 मुकाबले, एक में जीत, पांच में हार, जीत का प्रतिशत 7.14। अनिल कुंबले (साल 2007 से 2008)- कुल 14 मुकाबले, तीन में जीत, पांच में हार, जीत का प्रतिशत 21.40। नारी कांट्रेक्टर (साल 1960 से 1962)- कुल 12 मुकाबले, 2 मुकाबलों में जीत, दो मुकाबलों में हार, जीत का प्रतिशत 16.66 प्रतिशत। दिलीप वेंगसरकर (साल 1995 से 1958)- कुल 10 मुकाबले, दो में जीत, दो में हार, जीत का प्रतिशत 20। बीनू माकंड (साल 1955 से साल 1959)- कुल 6 मुकाबले, 0 मुकाबले में जीत, एक मुकाबले में हार जीत का प्रतिशत जीरो। अजिंक्य रहाणे (साल 2017 से 2018)- कुल 6 मुकाबले, चार में जीत, जीत का प्रतिशत 66.6। गुलाबराय रामचंद्र (साल 1959 से 1960)- कुल 6 मुकाबले, 1 में जीत और 2 में हार जीत का प्रतिशत 20।
श्रीनिवास वेंकटराघवन (साल 1974 से 1979)- कुल 5 मुकाबले, दो मुकाबलों में हार, जीत का प्रतिशत जीरो। दत्ता गायकवाड (साल 1959)- 4 मुकाबले, 4 में हार, जीत का प्रतिशत जीरो। सीके नायडू (साल 1932 से 1934)- कुल 4 मुकाबले, तीन में हार, जीत का प्रतिशत जीरो। वीरेंद्र सहवाग (साल 2005 से 2012)- कुल 4 मुकाबले, दो में जीत, एक में हार, जीत का प्रतिशत 50। कृष्णमाचारी श्रीकांत (साल 1989 से 1989)- कुल 4 मुकाबले, चार ड्रॉ, जीत का प्रतिशत जीरो। गुलाम अहमद (साल 1955 से 1959)- कुल 3 मुकाबले, में 0 जीत, दो मुकाबलों में हार, जीत का प्रतिशत जीरो।
इफ्तिकार अली पटौदी (साल 1946 से 1946)- कुल 3 मुकाबले में जीत, एक मुकाबले में हार, जीत का प्रतिशत जीरो। महाराजकुमार ऑफ विजय नगरम (साल 1936)- 3 मुकाबले, 0 में जीत, दो मुकाबले में हार, जीत का प्रतिशत जीरो। गुंडप्पा विश्वनाथ (साल 1980)- कुल 2 मुकाबले, जीरो का प्रतिशत 0।
हेमू अधिकारी (साल 1959)- एक मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ। चंदू बोर्डे (साल 1967)- एक मुकाबला, एक हार, जीत का प्रतिशत 0। पंकज राय (साल 1959)- एक मुकाबला, एक मुकाबले में हार, जीत का प्रतिशत 0।