भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी कपिल देव भारतीय टीम के बल्लेबाजों पर काफी नाराज है। भारतीय टीम ने साल 2022 में एशिया कप के साथ-साथ T20 वर्ल्ड कप भी गवाया हैं। ऐसे में पूर्व क्रिकेटर कपिल देव भारतीय टीम के खिलाड़ियों से काफी नाराज है। कपिल देव ने मीडिया के सामने एक बयान जारी करते हुए भारतीय टीम के खिलाड़ियों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। भारतीय टीम ने आईसीसी का ट्रॉफी पिछली बार और इंग्लैंड में हुए चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब लगभग 10 साल पहले जीता था। इसके बाद भारतीय टीम आईसीसी के होने वाले टूर्नामेंट में फाइनल और सेमीफाइनल में जाकर हार जाती है। इसके चलते भारतीय टीम के खिलाड़ियों पर कई बड़े प्रश्नचिन्ह खड़े हुए हैं। कपिल देव अपने बयान में आगे बोले कि-
भारतीय टीम के अपना और मध्यक्रम के बल्लेबाज बड़े टूर्नामेंट में फिसड्डी साबित हो रहे हैं। भारतीय टीम के खिलाड़ी केवल बाय लिटरल सीरीज जीतना ही जानते हैं। इन सभी खिलाड़ियों को टूर्नामेंट से पहले बाहर कर देना चाहिए। आईसीसी क्रिकेट टूर्नामेंट में भारतीय टीम के खिलाड़ियों का खराब प्रदर्शन पिछले कुछ वर्षों में काफी ज्यादा बढ़ा हुआ है। ऐसे में अगर टीम के बल्लेबाजों का यही रवैया रहा तो भारतीय टीम ऐसी किसी टूर्नामेंट का खिताब नहीं जीत सकती है। जब भी कोई बड़ा मुकाबला खेला जाता है तो टीम इंडिया के बल्लेबाज धड़ल्ले से आउट होकर पवेलियन लौट जाते हैं।
अपने बयान के दौरान कपिल देव ने सबसे ज्यादा रोहित शर्मा, लोकेश राहुल और विराट कोहली का जिक्र किया। कपिल देव का यह कहना है, कि साल 2022 में इन तीनों खिलाड़ियों के द्वारा किए गए प्रदर्शन काफी घटिया रहा है। इन दोनों बल्लेबाजों के जगह पर अगर कोई नौजवान युवा खिलाड़ी लगातार क्रिकेट खेलता तो वह एक परिपक्व क्रिकेटर बन गया रहता। ऐसे में भारतीय टीम मैनेजमेंट को मैं यह नसीहत देना चाहूंगा कि इन खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में ज्यादा अभ्यास कराया जाए। और जब यह खिलाड़ी ज्यादा रन बनाने लगे तो फिर इन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शामिल किया जाए।
यह सभी खिलाड़ी बिना प्रैक्टिस किए क्रिकेट खेल रहे हैं और भारतीय टीम का नाम डूबा रहे हैं। हालांकि कपिल देव के द्वारा दिए गए इस बयान में पूरी सच्चाई है। क्योंकि कपिल देव के द्वारा दिए गए इस बयान के दौरान कपिल देव ने जितनी भी बातें कहीं सभी बातें भारतीय टीम के खिलाड़ियों की विपरीत है। अगर भारतीय क्रिकेट टीम का पिछले कुछ समय का ट्रैक रिकॉर्ड उठाकर देखा जाए तो आईसीसी के होने वाले टूर्नामेंट में भारतीय टीम का ट्रैक रिकॉर्ड काफी घटिया है। ऐसे में भारतीय टीम मैनेजमेंट और बीसीसीआई के सचिव को इस पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
क्योंकि खिलाड़ी अगर लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहता है, तो उस खिलाड़ी को ज्यादा अभ्यास की जरूरत है। ऐसे में बीसीसीआई इन खिलाड़ियों को ज्यादातर आराम देने का सोच रही है। जब भी कोई बड़ा टूर्नामेंट खेला जा रहा है, तो ये खिलाड़ी आराम फरमा कर डायरेक्ट क्रिकेट खेलना शुरू कर दे रहे हैं। इसके पहले जब भी कोई सीरीज खेला जा रहा है तो यह खिलाड़ी टीम से बाहर चल रहे है। आईसीसी का टूर्नामेंट शुरू होते ही कुछ खिलाड़ी टीम में शामिल किए जा रहे हैं, ऐसे में इन खिलाड़ियों का प्रदर्शन कहां से सुधरेगा। बीसीसीआई को इसको लेकर काफी ज्यादा सोच विचार करना चाहिए।