भारतीय क्रिकेट टीम को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मौजूदा समय में सबसे मजबूत टीम मानी जा रही है। पिछले कुछ वर्षो में क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम के खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहद प्रभावशाली रहा है। पहले के मुकाबले भारतीय टीम की मजबूती काफी ज्यादा बढ़ी हुई है। भारतीय टीम के पास एक से बढ़कर एक बेहतरीन खिलाड़ी पड़े हुए हैं। क्रिकेट में काफी ज्यादा प्रतिस्पर्धा भी पहले के मुकाबले बढ़ चुकी है। ऐसे में खिलाड़ियों के ऊपर बेहतरीन प्रदर्शन करने का दबाव भी काफी ज्यादा बढ़ चुका है। दुनिया की कोई भी टीम भारतीय टीम के साथ टक्कर लेने में काफी सोच विचार कर रही है। इसका सबसे बड़ा कारण भारतीय टीम के खिलाड़ियों का बेहतरीन प्रदर्शन और सेल्फ कॉन्फिडेंस है। क्रिकेट की दुनिया पहले के मुकाबले काफी ज्यादा एडवांस हो चुकी है। किसी भी खिलाड़ी का जगह टीम में सेफ नहीं माना जा रहा है।
बात अगर रिकॉर्ड्स का किया जाए तो वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने अनेकों रिकॉर्ड्स बनाए हैं, उनमें से कुछ रिकॉर्ड्स का टूटना बेहद मुश्किल है। खास तौर पर सचिन तेंदुलकर द्वारा बनाए गए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के कुछ ऐसे रिकॉर्ड है, जिसको तोड़ पाना खिलाड़ियों के लिए काफी मुश्किल काम है। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको ऐसे पांच रिकॉर्ड्स का जिक्र करेंगे जो भारतीय खिलाड़ियों ने बनाए हैं, और इनका टूटना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में असंभव सा दिख रहा है। लेकिन अगर कोई खिलाड़ी इन खिलाड़ियों से अच्छा क्रिकेट खेलेगा तो जरूर इन रिकॉर्ड को तोड़ देगा।
रविचंद्रन अश्विन द्वारा लिया गया टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 250 और 300 विकेट लेने का कारनामा- मौजूदा समय के दुनिया के नंबर वन स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन अपने अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 250 और 300 विकेट लेने का कारनामा किया था। रविचंद्रन अश्विन ने यह कारनामा अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में मात्र 45 मुकाबले खेलते हुए 250 विकेट और मात्र 54 मुकाबले खेलते हुए 300 विकेट चटकाने का कारनामा किया था। रविचंद्रन अश्विन द्वारा टेस्ट क्रिकेट में बनाए गए इस रिकॉर्ड को तोड़ना किसी भी गेंदबाज के लिए काफी मुश्किल काम है।
डेब्यू टेस्ट मुकाबले में सबसे बेहतरीन गेंदबाजी- भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज नरेंद्र हिरवानी ने अपने पहले डेब्यू मुकाबले में शानदार गेंदबाजी का नमूना पेश करते हुए कुल 16 विकेट चटकाया था। नरेंद्र हिरवानी वेस्टइंडीज की टीम के खिलाफ अपना पहला डेब्यू मुकाबला साल 1998 में खेले थे। इस मुकाबले में अपनी बेहतरीन गेंदबाजी का नमूना पेश करते हुए नरेंद्र हिरवानी ने पहली पारी में 8 विकेट और दूसरी पारी में भी कुल 8 विकेट चटकाए थे। नरेंद्र हिरवानी द्वारा बनाया गया यह रिकॉर्ड पिछले 24 सालों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में और अटूट रहा है।
बतौर कप्तान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अच्छी गेंदबाजी- भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व और सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ी कपिल देव बतौर कप्तान टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे बेहतरीन गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ी है। कपिल देव बतौर कप्तान वेस्टइंडीज की टीम के खिलाफ हुए एक टेस्ट मुकाबले के दौरान 83 रन देते हुए कुल 9 विकेट चटकाए थे। यह रिकॉर्ड पिछले 30 वर्षों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अटूट रहा है। किसी भी गेंदबाज द्वारा यह रिकॉर्ड बतौर कप्तान नहीं टूट पाया है। यह देखना बहुत ही दिलचस्प होगा कि इस रिकॉर्ड को कौन सा खिलाड़ी तोड़ता है।
हारे हुए मुकाबले में गेंदबाज की सबसे अच्छी गेंदबाजी- भारतीय क्रिकेट टीम को एक से बढ़कर एक तेज गेंदबाज मिला है। इन सभी तेज गेंदबाजों में से एक जगवाल श्रीनाथ का नाम सबसे ऊपर लिया जाता है। जगवाल श्रीनाथ एक हारे हुए मुकाबले में अपनी बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए दोनों पारियों में मिलाकर कुल 13 विकेट चटकाए थे। जगवाल श्रीनाथ उस मुकाबले के पहली पारी में कुल 5 और दूसरी पारी में कुल 8 विकेट चटकाए थे। किसी भी तेज गेंदबाज द्वारा हारे हुए मुकाबले में किया गया यह प्रदर्शन सबसे शानदार रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा एलबीडब्ल्यू विकेट चटकाना- भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी और दुनिया के महान स्पिन गेंदबाज अनिल कुंबले अपने क्रिकेट कैरियर के दौरान कुल 900 से ज्यादा विकेट चटकाए थे। इस दौरान अनिल कुंबले केवल टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट चटकाए थे। Anil Kumble टेस्ट क्रिकेट में अपनी बेहतरीन गूगली गेंदबाजी का इस्तेमाल करते हुए कुल 125 विकेट एलबीडब्ल्यू के रूप में लिया था। Anil Kumble द्वारा बनाया गया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का यह रिकॉर्ड अब तक कोई भी खिलाड़ी नहीं तोड़ पाया है।