क्रिकेट के नए और पूर्व क्रिकेटर अपनी अपनी पसंदीदा ऑल टाइम प्लेइंग इलेवन का चयन कर रहे हैं। सभी खिलाड़ियों के जैसे एबी डिविलियर्स ने अपने क्रिकेट कैरियर का सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग इलेवन का चयन किया है। एबी डिविलियर्स को भारत के क्रिकेट खेल से सबसे ज्यादा प्यार मिलता है। जिसके चलते वे अपने द्वारा चुने गए इस बेहतरीन प्लेइंग इलेवन में भारतीय खिलाड़ियों को मौका दिए है। दुनिया भर के सभी क्रिकेटर्स में से ए बी डिविलियर्स ही एकमात्र ऐसे विदेशी खिलाड़ी हैं, जिनको भारतीय फैंस सबसे ज्यादा प्यार करते हैं। डिविलियर्स अपने टीम की कप्तानी का जिम्मा धोनी के हाथों में सौंपे हैं।
बात अगर डिविलियर्स के द्वारा चुने गए इस सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग इलेवन का किया जाए तो सलामी बल्लेबाज के रूप में एबी डिविलियर्स ने पूर्व भारतीय विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और मौजूदा समय के भारतीय टीम के सर्वश्रेष्ठ ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा का नाम बतौर सलामी बल्लेबाज लिया है। डिविलियर्स के द्वारा चुने गई इस प्लेइंग इलेवन की सबसे खास बात यह है, कि वे अपनी इस टीम में खुद को भी शामिल किए हैं। मध्यक्रम में बल्लेबाजी के रूप में एबी डिविलियर्स अपनी टीम में पूर्व भारतीय कप्तान और डिविलियर्स के बेहतरीन दोस्त विराट कोहली और खुद एबी डिविलियर्स के रूप में चुने है।
वे अपनी इस टीम की विकेटकीपिंग और कप्तानी का जिम्मा पूर्व भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में सौंपी हैं। धोनी को कप्तान बनाने के पीछे सबसे बड़ा कारण यह है, कि धोनी कप्तानी करते हुए काफी चतुराई से विपक्षी टीम पर हावी हो जाते हैं। अपनी टीम में ऑलराउंडर खिलाड़ी के रूप में दुनिया के 2 बेहतरीन और खिलाड़ियों का चयन किए हैं। डिविलियर्स पहले ऑलराउंडर खिलाड़ी के रूप में भारतीय टीम के बाएं हाथ के ऑलराउंडर खिलाड़ी रविंद्र जडेजा और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर खिलाड़ी बेन स्टोक्स को टीम में जगह दिए हैं।
एबी डी विलियर्स अपनी टीम को बेहतरीन गेंदबाजी आक्रमण बनाने के लिए तीन बेहतरीन तेज गेंदबाजों को शामिल किए है। पहले तेज गेंदबाज के रूप में भारतीय खिलाड़ी भुवनेश्वर कुमार दूसरे तेज गेंदबाज के रूप में उनके हमवतन खिलाड़ी कभी सो रबाडा और तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में यॉर्कर किंग जसप्रीत बुमराह को अपनी टीम में शामिल किए है। इन खिलाड़ियों के साथ उनकी टीम में दो स्पिन गेंदबाज के रूप में राशिद खान और रविंद्र जडेजा शामिल है।
बात अगर एबी डिविलियर्स के क्रिकेट कैरियर का किया जाए तो मौजूदा समय में एबी डिविलियर्स क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं, और वे वाले दिनों में दुनिया के किसी भी घरेलू फॉर्मेट में नहीं खेलेंगे। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को एबी डिविलियर्स जैसा बल्लेबाज नहीं मिला था, और मिलेगा भी नहीं। भारतीय खिलाड़ियों को छोड़कर एबी डिविलियर्स में एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके फैन पूरी दुनिया में मौजूद है। AB de Villiers दक्षिण अफ्रीका इंटरनेशनल क्रिकेट टीम के लिए साल 2004 में इंग्लैंड टीम के खिलाफ अपने टेस्ट क्रिकेट कैरियर का पहला टेस्ट मुकाबला खेले थे और साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध अपना आखिरी टेस्ट मुकाबला खेले थे।
साथ ही साल 2005 में वे अपना पहला वनडे क्रिकेट मुकाबला इंग्लैंड टीम के खिलाफ खेले थे। वे अपने देश के लिए वनडे क्रिकेट में 228 मुकाबलों में बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 9577 रन बनाए थे। एबी डिविलियर्स का वनडे क्रिकेट में बल्लेबाजी औसत 53.5 और स्ट्राइक रेट 101.1 का रहा। वनडे क्रिकेट में डिविलियर्स के बल्ले से 25 शतकीए और 53 अर्धशतकिए पारियां निकली थी। वे अपने वनडे क्रिकेट कैरियर के दौरान 840 चौके और 204 छक्के लगाए थे। डिविलियर्स के संन्यास लेने के बाद उनके जैसे बल्लेबाज दक्षिण अफ्रीका टीम को अब तक नहीं मिल पाया है।
वही क्रिकेट के अन्य फॉर्मेट का बात किया जाए, तो टेस्ट क्रिकेट में डिविलियर्स 114 मुकाबलों में 50.66 की बल्लेबाजी औसत से बल्लेबाजी करते हुए 8765 रन बनाए थे। टेस्ट क्रिकेट में डिविलियर्स ने 22 शतक और दो दोहरा शतक बनाया था। अपने देश के लिए T20 क्रिकेट में डिविलियर्स 78 मुकाबले खेलते हुए 1672 रन बनाए थे। क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट से संन्यास लेने के बाद भी, एबी डी विलियर्स आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स की टीम के लिए बल्लेबाजी कर रहे थे। लेकिन कुछ समय पहले वे क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिए।