अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई बार ऐसा देखा गया है कि कोई नया खिलाड़ी जब टीम में शामिल होता है तो चार पांच मुकाबले खेलने के बाद उस खिलाड़ी को दोबारा टीम में मौका नहीं मिल पाता। वहीं कुछ खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने की वजह से टीम से बाहर का रास्ता देखते हैं। कई बार टीम मैनेजमेंट टेस्टिंग के लिए खिलाड़ियों को मौका देती है, और एक सीरीज के बाद उन्हें दोबारा मौका नहीं देती जिसके चलते खिलाड़ियों का कैरियर समाप्त हो जाता है। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको अंतर्राष्ट्रीय भारतीय क्रिकेट के पांच क्रिकेट जोड़ियों के बारे में बताएंगे जो एक साथ डेब्यू किए लेकिन क्रिकेट कैरियर दोनों खिलाड़ियों का एकदम विपरीत रहा। इस सूची में भारतीय क्रिकेट के बड़े खिलाड़ियों का भी नाम शामिल है।
जोगिंदर शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी- भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर जोगिंदर शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी अपने क्रिकेट कैरियर की शुरूआत एक साथ किए थे। दोनों खिलाड़ी अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत साल 2004 में 23 दिसंबर को चटगांव में किए थे। एक तरफ से महेंद्र सिंह धोनी काफी लंबे समय तक भारतीय टीम के लिए हिस्सा बने रहे। वहीं जोगिंदर शर्मा साल 2007 के t20 विश्व कप के बाद दोबारा भारतीय टीम में शामिल नहीं हो पाए। इस दौरान महेंद्र सिंह धोनी भारतीय टीम के लिए 538 इंटरनेशनल मुकाबले खेलते हुए 17226 रन बनाए। भाई जोगिंदर शर्मा 4 T20 और 4 वनडे मुकाबला ही खेल पाए।
पंकज सिंह और रविचंद्रन अश्विन- भारतीय क्रिकेट टीम के स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन और तेज गेंदबाज पंकज सिंह ने क्रिकेट कैरियर की शुरुआत भारतीय वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट टीम के लिए 5 जून 2010 को श्रीलंका की टीम के खिलाफ किए थे। एक तरफ जहां रविचंद्रन अश्विन पिछले 12 सालों से लगातार भारतीय टीम के लिए क्रिकेट खेले हैं वही पंकज सिंह को ज्यादा मौके नहीं मिल पाए। रविचंद्रन अश्विन अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर में अब तक भारतीय टीम के लिए 250 मुकाबले खेलते हुए 654 विकेट चटका चुके हैं। वही पंकज सिंह का क्रिकेट का कैरियर लगभग समाप्त हो चुका है।
आविष्कर सालवी और गौतम गंभीर- भारतीय क्रिकेट टीम के दो पूर्व क्रिकेटर आविष्कार साल्वी और गौतम गंभीर ने एक साथ अपना पहला डेब्यू मुकाबला साल 2003 में 11 अप्रैल को बांग्लादेश के ढाका के क्रिकेट स्टेडियम पर किया था। टीवीएस कप के पहले मुकाबले के दौरान इन दोनों खिलाड़ियों को एक साथ देख लो कराया गया था। एक तरफ जहां गौतम गंभीर को भारतीय क्रिकेट टीम मैनेजमेंट ने लगातार मौका दिया और वे कुल 242 इंटरनेशनल मुकाबले खेलते हुए 10324 रन बनाए। वही आविष्कर साल भी भारतीय टीम के लिए केवल 4 वनडे मुकाबले खेल पाए।
बेनू गोपाल राव और सुरेश रैना- मराठी क्रिकेट इतिहास के पूर्व खिलाड़ी बेनू गोपालराव और सुरेश रैना एक साथ 30 जुलाई 2005 को श्रीलंकाई टीम के खिलाफ एक सीरीज के दौरान डेब्यू किए थे। इन दोनों खिलाड़ियों में से सुरेश रैना का क्रिकेट कैरियर काफी सफल रहा और सुरेश रैना भारती इंटरनेशनल क्रिकेट टीम के लिए कुल 322 मुकाबले खेलते हुए 7987 रन बनाए। वही बेनू गोपाल राव को मात्र 16 वनडे मुकाबले खेलने का ही मौका मिल पाया और उनका प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहने के चलते उनका क्रिकेट कैरियर समाप्त हो गया।
सलिल अंकोला और सचिन तेंदुलकर- भारतीय क्रिकेट इतिहास के पूर्व महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और सलिल अंकोला एक साथ साल 1989 में पाकिस्तानी टीम के खिलाफ अपना डेब्यू मुकाबला वनडे क्रिकेट में किए हुए थे। इन दोनों खिलाड़ियों में से सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट करियर सबसे ज्यादा सफल रहा और सचिन तेंदुलकर इंटरनेशनल क्रिकेट टीम के लिए 664 मुकाबले खेलते हुए 34357 रन बनाए। वहीं दूसरी तरफ सलिल अंकोला भारतीय टीम के लिए 1 टेस्ट मुकाबला और 20 वनडे मुकाबला ही खेल पाए। सलिल अंकोला का क्रिकेट कैरियर ज्यादा अच्छा नहीं रह पाया।