क्रिकेट खेलने वाले कुछ ही खिलाड़ियों के पास कप्तानी का हुनर रहता है। कई बार ऐसे देखा गया है, कि अच्छे फॉर्म में चल रहे खिलाड़ियों को कप्तानी का जिम्मा संभाले को दिया जाता है, और कप्तान बनते ही उन खिलाड़ियों का फॉर्म खराब हो जाता है। एक कप्तान के तौर पर खिलाड़ी को टीम को खुद की परफॉर्मेंस के साथ साथ खुद की केपरफॉर्मेंस भी अच्छी रखनी पड़ती है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई बार ऐसा भी देखने को मिला है, कि खिलाड़ी कप्तान बनने के बाद खुद का परफॉर्मेंस अच्छा नहीं कर पाता लेकिन टीम का परफॉर्मेंस बेहद शानदार रहता है। ऐसे में फोन खिलाड़ियों का लंबे समय तक टीम का कप्तान बने रहना टीम के लिए अच्छा साबित होता है। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको आईपीएल के इतिहास के ऐसे 6 फेलियर कप्तानों के बारे में बताएंगे- जो बतौर क्रिकेटर आईपीएल मै अच्छा प्रदर्शन किए, लेकिन कप्तानी में पूरी तरह फेल हुए।
कैमरन व्हाइट- ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के पूर्व दाएं हाथ के बेहतरीन खिलाड़ी कैमरून व्हाइट को साल 2012 के आईपीएल के दौरान डेक्कन चार्जर्स की टीम का कप्तान बनाया गया था। कैमरून व्हाइट के कप्तान बनने के पहले टीम के कप्तान कुमार संगकारा थे, और संगकारा की कप्तानी में टीम का प्रदर्शन बेहद घ’टिया रहा था। कैमरन वाइट का कप्तान बनाने का फैसला भी डेक्कन चार्जर्स की टीम के लिए न’कारा साबित हुआ और टीम को लगातार हार का सामना करना पड़ा। उस सीजन के बाद डेक्कन चार्जर्स की टीम मैनेजमेंट कैमरून व्हाइट को रिलीज कर दी।
इयोन मोर्गन- इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिमिटेड ओवर केक पूर्व कप्तान इयोन मोरगन अपने देश के लिए एक बेहतरीन खिलाड़ी और कप्तान है। इयोन मोर्गन आईपीएल में अपनी फ्रेंचाइजी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए काफी लंबे समय तक क्रिकेट खेले है। ऐसे में बाएं हाथ के खिलाड़ी इयोन मोर्गन को कुछ समय बाद कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम मैनेजमेंट ने टीम का कप्तान बनाया। टीम का कप्तान बनने के बाद इयोन मोर्गन का खुद का फॉर्म और टीम का प्रदर्शन काफी खराब हुआ। यहां तक कि टीम लीग मुकाबलों में भी बेहद घटिया की और पॉइंट टेबल में अंतिम के नंबरों पर बनी रहे। केकेआर की टीम मैनेजमेंट के द्वारा इयोन मोर्गन को टीम का कप्तान बनाना बेहद खराब साबित हुआ।
रविचंद्रन अश्विन- रविचंद्रन अश्विन आईपीएल में काफी लंबे समय तक अलग-अलग फ्रेंचाइजी टीम के लिए क्रिकेट खेल चुके हैं। ऐसे में साल 2018 के आईपीएल के दौरान पंजाब किंग्स की टीम मैनेजमेंट ने रविचंद्रन अश्विन को अपनी टीम में शामिल किया और टीम का कप्तान बनाया। पंजाब की टीम का कप्तान बनने के बाद रविचंद्रन अश्विन और उस सीजन 14 मुकाबलों में कप्तानी करते हुए कुल 8 मुकाबले हारे और छह मुकाबलों में जीत दर्ज किए। कुल मिलाकर रविचंद्रन अश्विन आईपीएल के फेलियर कप्तानों में से एक है।
अजिंक्य रहाणे- ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के दाएं हाथ के सुपर स्टार खिलाड़ियों में से एक स्टीव स्मिथ काफी लंबे समय तक राजस्थान रॉयल्स की टीम के लिए क्रिकेट खेल रहे थे। ऐसे में टीम के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ को हटाकर टीम मैनेजमेंट ने टीम की कप्तानी का जिम्मा अजिंक्य रहाणे के हाथों में सौपी। टीम मैनेजमेंट का रहाणे को कप्तान बनाना काफी खराब साबित हुआ और टीम का प्रदर्शन बेहद खराब। रहाणे जब राजस्थान रॉयल्स की टीम के कप्तान थे, उस समय टीम के साथ साथ रहाणे का भी फॉर्म बेहद खराब था।
शिखर धवन- भारतीय क्रिकेट टीम के बाएं हाथ के बेहतरीन सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को साल 2013 में कैमरन व्हाइट के खराब प्रदर्शन के बाद टीम का कप्तान बनाया गया था। ऐसे में शिखर धवन 14 मुकाबले में कप्तानी करते हुए टीम को मात्र छह मुकाबले में ही जीत दिला पाए। साथी ही टीम को आठ मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। शिखर धवन उस पूरे आईपीएल सीजन के दौरान 377 रन बनाए थे। लेकिन बतौर कप्तान टीम के लिए फेलियर कप्तान साबित हुए।
रविंद्र जडेजा- चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के पूर्व और भारतीय टीम के मौजूदा समय के नंबर वन ऑलराउंडर खिलाड़ियों में से एक रविंद्र जडेजा काफी लंबे समय से चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के लिए आईपीएल मैच क्रिकेट खेल रहे थे। साल 2022 आईपीएल की शुरुआत के दौरान रविंद्र जडेजा को चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का कप्तान बनाया गया। ऐसे में साल 2021 के आखिर तक रविंद्र जडेजा का प्रदर्शन चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के लिए काफी सराहनीय रहा। लेकिन रविंद्र जडेजा की कप्तान बनते ही, उनकी कप्तानी और उनकी खुद की फ्रॉम बेहद खराब हो गई।
ऐसे में साल 2022 के आईपीएल के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का प्रदर्शन बेहद घटि’या रहा, और रविंद्र जडेजा को अंततः लगातार मुकाबले हारने के बाद कप्तानी का पद छोड़ना पड़ा। बाद में रविंद्र जडेजा अपनी फ्रेंचाइजी टीम से भी नाता तोड़ लिए। रविंद्र जडेजा का चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के लिए कप्तान बनना पूरी तरह फेल रहा।