21वीं सदी के क्रिकेट में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को ढेर सारे मिस्ट्री स्पिनर गेंदबाज मिले। ऐसे में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के मिस्ट्री स्पिनर गेंदबाज अजंता मेंडिस का जादू अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खूब चला था। अपनी फिरकी गेंदबाजी से अजंता मेंडिस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक छोटे से समय में खूब राज किए। अजंता मेंडिस की फिरकी गेंदबाजी के चलते, अच्छे-अच्छे बल्लेबाजों को बल्लेबाजी करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। अजंता मेंडिस अपनी मिस्ट्री गेंदबाजी के चलते, भारतीय टीम के बल्लेबाजों को भी अपने कैरियर के शुरुआती दिनों में खूब परेशान किए थे। मौजूदा समय में अजंता मेंडिस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से सन्यास ले चुके हैं। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको अजंता मेंडिस के क्रिकेट कैरियर का सबसे बेहतरीन मुकाबले का जिक्र करने वाले हैं, जिस मुकाबले में अजंता मेंडिस की गेंदों पर भारतीय टीम के बल्लेबाज रन नहीं बना पाए और भारतीय टीम इस मुकाबले को बु’री तरह हार गई।
अजंता मेंडिस अपने क्रिकेट करियर के शुरुआती दिनों में अफीम मिस्ट्री गेंदबाजी के चलते बल्लेबाजों को काफी परेशान किए थे। लेकिन साल 2009 में उनके कैरियर के दूसरे साल ही, भारतीय टीम के बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने अजंता मेंडिस की गेंदों पर खूब रन बनाया, और उनकी मिस्ट्री गेंदबाजी का अच्छी खबर भी लिए। Ajanta Mendis अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर की शुरुआत साल 2008 में वेस्टइंडीज की टीम के खिलाफ क्वींस पार्क क्रिकेट ग्राउंड पर किए थे। सन 2008 में भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, हॉन्ग कोंग, बांग्लादेश और यूएई के बीच एशिया कप का सीरीज खेला गया था।
इस एशिया कप सीरीज के दौरान अजंता मेंडिस अपनी बेहतरीन गेंदबाजी का नमूना पेश करते हुए अपनी टीम को खिताब जीत दिलाने में काफी बड़ा योगदान किए थे। एशिया कप के दौरान फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम का सामना श्रीलंका टीम से हुआ था। श्रीलंकाई टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए इस मुकाबले में निर्धारित 50 ओवर में 49.5 ओवर की बल्लेबाजी करते हुए 10 विकेट के नुकसान पर 273 रन बनाई थी। एक फाइनल मुकाबले के अनुसार श्रीलंकाई टीम ने इस मुकाबले में काफी रन बनाया था। श्रीलंकाई टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन सलामी बल्लेबाज सनत जयसूर्या, तिलकरत्ने दिलशान और नुवान कुलासेकरा ने बनाया था।
सलामी बल्लेबाज सनत जयसूर्या इस मुकाबले में मात्र 114 गेंदों का सामना करते हुए 5 गगनचुंबी छक्के और 9 बेहतरीन चौके की मदद से 125 रन बनाए थे। भारतीय टीम की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट तेज गेंदबाज आरपी सिंह और इशांत शर्मा ने तीन-तीन विकेट चटकाए था। 274 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की सलामी शुरुआत केवल वीरेंद्र सहवाग को छोड़कर बेहद खरा’ब रही। भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर इस मुकाबले में मात्र 6 रन बनाकर पवेलियन चलते बने, वहीं दूसरे छोर पर सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए मात्र 36 गेंदों में 60 रन बनाए थे।
भारतीय टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन वीरेंद्र सहवाग और महेंद्र सिंह धोनी ने बनाया था। इन दोनों खिलाड़ियों के अलावा कोई अन्य खिलाड़ी ज्यादा समय तक टिक कर पीच पर बल्लेबाजी नहीं कर पाया। और अंततः भारतीय टीम को इस मुकाबले में 100 रनों की बड़ी मार्जिन से हार का सामना करना पड़ा था। श्रीलंकाई टीम के मिस्ट्री स्पिन गेंदबाज अजंता मेंडिस ने इस मुकाबले में मात्र 8 ओवर की गेंदबाजी करते हुए 13 रन लेते हुए 6 महत्वपूर्ण विकेट चटकाए थे। अजंता मेंडिस की गेंदों को समझना भारतीय टीम के खिलाड़ियों के बस की बात नहीं थी। शायद यही कारण रहा था कि अजंता मेंडिस को इस मुकाबले में 6 विकेट मिले थे और भारतीय टीम इस मुकाबले में बुरी तरह हारी थी।
274 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम का पहला विकेट 36 रनों के निजी स्कोर पर गिरा था। क्रीज पर जब तक विराट को विरेंद्र सेहवाग थे, तब तक भारतीय फैंस की उम्मीद बनी हुई थी, लेकिन वीरेंद्र सहवाग के आउट होने के बाद भारतीय टीम के सभी बल्लेबाज एक-एक करके पवेलियन लौटते चले गए। इस मुकाबले में अजंता मेंडिस द्वारा डाली गई गेंदों को समझना भारतीय बल्लेबाजों के बस का बात नहीं था। इस मुकाबले में अजंता मेंडिस ने ज्यादातर गेंदे स्टंप टू स्टंप लाइन की डाली हुई थी, जिसके चलते भारत टीम के बल्लेबाजों को बल्लेबाजी करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था, और भारतीय बल्लेबाज बहुत ही आसानी से अपना विकेट गवाए थे।
बात अगर अजंता मेंडिस के क्रिकेट कैरियर का किया जाए तो, मिस्ट्री स्पिनर अजंता मेंडिस श्रीलंकाई टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में 19 मुकाबले खेलते हुए 70 विकेट चटकाए है। वनडे क्रिकेट में अजंता मेंडिस 87 मुकाबले खेलते हुए 152 विकेट चटकाए हैं। T20 क्रिकेट में अजंता मेंडिस 39 मुकाबले खेलते हुए कुल 66 विकेट चटकाए हैं। Ajanta Mendis अपने क्रिकेट कैरियर की 1 सालों तक खूब विकेट चटकाए लेकिन दूसरे साल उनकी गेंदों को भारतीय बल्लेबाज ही नहीं दुनिया के सभी बल्लेबाज समझ गए थे, और उसके बाद खूब रन बनाए। अजंता मेंडिस के क्रिकेट कैरियर के शुरुआती समय के बाद उनके क्रिकेट करियर का ग्राफ धीरे-धीरे गिरता चला गया और अंततः उन्हें सन्यास का घोषणा करना पड़ा।