क्रिकेट खेलने वाले सभी खिलाड़ियों का फिटनेस काफी अच्छा रहता है। क्योंकि क्रिकेट खेलते समय क्षेत्ररक्षण, गेंदबाजी और बल्लेबाजी करते समय रन दौड़ना पड़ता है। अगर कोई खिलाड़ी क्रिकेट खेलते हुए मैदान पर चुस्ती और फुर्ती नहीं दिखाता है, तो उस खिलाड़ी को आलसी खिलाड़ी माना जाता है। कई बार तो ऐसा देखा गया है, कि बल्लेबाजी करने वाला बल्लेबाज आलस की वजह से सिंगल रन नहीं दौड़ता। जिसका खामियाजा उसकी टीम को भुगतना पड़ता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को एक से बढ़कर एक चुस्त-दुरुस्त खिलाड़ी मिले। लेकिन आज इस खबर के माध्यम से हम आपको अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के ऐसे 10 खिलाड़ियों के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो क्रिकेट के मैदान पर बेहद आलसी रहे।
क्रिस गेल- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सबसे आलसी खिलाड़ी का नाम क्रिस गेल है। क्रिस गेल बल्लेबाजी करते समय रन नहीं दौरना चाहते। कई बार क्रिस गेल 1 और 2 रन होने के बावजूद भी रन नहीं दौड़ते हैं। क्रिस गेल का आलसीपन क्रिकेट के मैदान पर साफ दिखता है। क्रिस गेल फील्डिंग करते समय भी स्लिप में खड़े रहते हैं।
मुनाफ पटेल- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आलसी खिलाड़ियों की सूची में दूसरे नंबर पर नाम पूर्व भारतीय खिलाड़ी मुनाफ पटेल का है। मुनाफ पटेल एक गेंदबाज होने के साथ-साथ एक बेहद आलसी क्षेत्ररक्षक रह चुके हैं। जब से उनका क्रिकेट कैरियर की शुरुआत हुआ उनकी गेंदों की पेस में काफी गिरावट देखने को मिला, जिसके चलते उनका क्रिकेट कैरियर समाप्त हो गया।
यूसुफ पठान- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सबसे आलसी खिलाड़ियों की सूची में तीसरे नंबर पर नाम पूर्व भारतीय खिलाड़ी यूसुफ पठान का शामिल है। यूसुफ पठान की क्रिस गेल की तरह नहीं देना चाहते थे। लेकिन बीच क्रीज पर खड़े होकर लंबे-लंबे छक्के लगाने के लिए जाने जाने वाले यूसुफ पठान फील्डिंग करते समय भी बेहद आलसी थे।
नासिर जमशेद- पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज नासिर जमशेद का नाम सबसे आलसी खिलाड़ियों की सूची में चौथे नंबर पर शामिल है। नासिर जमशेद एक सलामी बल्लेबाज होने के साथ-साथ सबसे खराब क्षेत्ररक्षको में चुने जाते हैं। नासिर जमशेद की बल्लेबाजी करते समय एक और दौरान के लिए नहीं दौड़ते थे, और कई बार बल्लेबाजी करते समय रन आउट भी हुए है।
शेन वार्न- इस दुनिया को अलविदा कह चुके, आस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व महान लेग स्पिन गेंदबाज शेन वॉर्न एक खिलाड़ी होने के साथ-साथ बहुत ही आलसी खिलाड़ी थे। शेन वार्न जब भी क्षेत्ररक्षन करते थे, तो वह ज्यादा दूर तक गेंद को चेज कर नहीं पकड़ पाते थे। वें एक बेहद खराब क्षेत्ररक्षक रह चुके हैं।
ड्वेन लेवराक- बरमूडा की टीम का खिलाड़ी दुनिया के सबसे आलसी खिलाड़ियों की सूची में छठे नंबर पर शामिल है। ड्वेन लेवराक का वजन काफी ज्यादा होने की वजह से उन्हें ज्यादा दूर तक दौड़ने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। ड्वेन लेवराक जितने दिन क्रिकेट खेले हैं, अपनी टीम के लिए स्लिप में ही फील्डिंग किए है।
अर्जुन राणातुंगा- श्रीलंकन टीम के इस पूर्व खिलाड़ी का नाम दुनिया के सबसे आलसी खिलाड़ियों की सूची में छठे नंबर पर शामिल है। अर्जुन राणातुंगा की ही कप्तानी में श्रीलंका टीम वनडे विश्वकप का खिताब जीती थी। लेकिन अर्जुन राणातुंगा की फील्डिंग और विकटों के बीच दौर बेहद खराब रही।
इंजमाम उल हक- पाकिस्तानी टीम के पूर्व कप्तान और दाएं हाथ के धाकड़ बल्लेबाज इंजमाम उल हक का नाम दुनिया के सबसे आलसी खिलाड़ियों की सूची में आठवें नंबर पर शामिल है। Inzamam-ul-Haq का ज्यादा वजन होने की वजह से ज्यादा दूर तक नहीं दौड़ पाते थे। इंजमाम उल हक का विकेट के बीच का दौर भी बेहद खराब रहा है।
मोहम्मद शहजाद- अफगानिस्तानी टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद शहजाद का नाम दुनिया के सबसे आलसी खिलाड़ियों की सूची में नौवें नंबर पर शामिल है। मोहम्मद शहजाद एक विकेटकीपर बल्लेबाज होने के साथ-साथ बेहद मोटे खिलाड़ी है। मोहम्मद शहजाद भी विकेट के बीच दौड़ लगाने में कतराते हैं। मोहम्मद शहजाद को उनकी खराब फिटनेस की वजह से उन्हें अंतरराष्ट्रीय टीम से बाहर किया गया था।
रोहित शर्मा- भारतीय टीम के मौजूदा समय के कप्तान रोहित शर्मा भी एक आलसी खिलाड़ी है। रोहित शर्मा का भी विकेट के बीच का दौर बेहद खराब है। रोहित शर्मा भी ज्यादातर मौकों पर चौके छक्के लगाने में विश्वास रखते हैं। वही फील्डिंग करते समय रोहित शर्मा ज्यादातर समय पर गेंद को ज्यादा दूर तक चेज नहीं करते।