मौजूदा समय का क्रिकेट काफी ज्यादा एडवांस हो चुका है। क्रिकेट का हर एक गेम काफी रोमांचक होते जा रहा है। दर्शकों के साथ-साथ खिलाड़ियों को भी काफी मनोरंजक होने का मौका मिल रहा है। खास तौर पर लिमिटेड ओवर की क्रिकेट मौजूदा समय में काफी खेली जा रही है। कई हारे हुए मुकाबलों में खिलाड़ी अकेले दम पर अच्छा क्रिकेट खेलते हुए अपनी टीम को जीत दिला रहे हैं। इस बात में कोई दो राय नहीं है, कि क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल नहीं है। क्रिकेट के सभी मुकाबलों में कुछ ना कुछ घट’नाएं होती रहती हैं। आज इस न्यूज़ आर्टिकल के माध्यम से हम आपको अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के ऐसे मुकाबलों के बारे में बात करेंगे, जिसमें बल्लेबाज बल्लेबाजी करते हुए अपनी टीम को अंतिम गेंद पर छक्का लगाकर जीत दिलाया है।
जावेद मियांदाद- पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के दाएं हाथ के बेहतरीन बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने साल 1986 में भारतीय टीम के खिलाफ अंतिम गेंद पर छक्का लगाकर पाकिस्तानी टीम को जीत दिलाई थी। इस मुकाबले में भारतीय टीम के तेज गेंदबाज चेतन शर्मा भी आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर यह कारनामा किए थे। जावेद मियांदाद पाकिस्तानी टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में 124 मुकाबले खेलते हुए 8832 रन बनाए थे। वही वनडे क्रिकेट में 233 मुकाबले खेलते हुए 7381 रन। वे पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक थे।
लांस क्लूजनर- दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के पूर्व बाएं हाथ के बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ी लांस क्लूजनर ने साल 1999 में न्यूजीलैंड की टीम के खिलाफ छक्का लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाए थे। पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड की टीम इस मुकाबले में 195 रन बनाई थी। लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका टीम को अंतिम गेंद पर 4 रन बनाने थे। क्रीज पर बल्लेबाजी करते हुए बल्लेबाज लांस क्लूजनर ने गेंदबाज डिओन नाइस की अंतिम गेंद पर छक्का लगाकर अपनी टीम को विजेता बनाएं। लांस क्लूजनर जैक कैलिस के बाद दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के नंबर वन खिलाड़ी रहे हैं।
ब्रेंडन टेलर- जिंबाब्वे क्रिकेट टीम के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज ब्रेंडन टेलर ने बांग्लादेश की टीम के खिलाफ साल 2006 में अंतिम गेंद पर छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाया था। विकेटकीपर बल्लेबाज ब्रेंडन टेलर ने मशरफे मुर्तजा की अंतिम गेंद पर छक्का लगाया था। जिंबाब्वे की टीम को अंतिम गेंद पर जीतने के लिए 5 रनों की जरूरत थी। उनकी टीम के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी ब्रेंडन टेलर ने यह कारनामा किया था। ब्रेंडन टेलर जिंबाब्वे की टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। वे टेस्ट क्रिकेट में 2320 और वनडे क्रिकेट में 6684 रन बनाए है।
शिवनारायण चंद्रपॉल- West Indies क्रिकेट टीम के पूर्व बाएं हाथ के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज शिवनारायण चंद्रपॉल ने साल 2008 में श्री लंकन टीम के खिलाफ अंतिम गेंद पर छक्का लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाया था। शिवनारायण चंद्रपॉल ने गेंदबाज चमिंडा वास की ओवर की पंचम गेंद पर 4 रन और छठे गेंद पर छक्का लगाकर अपनी टीम को विजेता बनाए थे। शिवनारायण चंद्रपॉल वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में 11867 और वनडे क्रिकेट टीम के लिए 8778 रन बनाए थे। साथ ही T20 क्रिकेट में भी चंद्रपॉल के नाम 343 रन मौजूद है।
दिनेश कार्तिक- भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने साल 2018 में हुए निढास ट्रॉफी के दौरान भारतीय टीम को अंतिम गेंद पर छक्का लगाकर फाइनल मुकाबले में जीत दिलाए थे। Nidahas trophy का फाइनल मुकाबला भारत और बांग्लादेश की टीम के खिलाफ खेला गया था। भारतीय टीम इस फाइनल मुकाबले को हार रही थी लेकिन अंतिम के ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने मात्र 8 गेंदों पर 29 रन बनाए थे। दिनेश कार्तिक ने अंतिम गेंद पर सौम्य सरकार की गेंद पर छक्का लगाया था। दिनेश कार्तिक को इस मुकाबले में मैन ऑफ दी मैच के अवार्ड से नवाजा गया था।
रियान मैक्लारेन- दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी रेयान मैक्लारेन ने साल 2013 में न्यूजीलैंड की टीम के खिलाफ छक्का लगाकर जीत दिलाया था। दक्षिण अफ्रीका टीम को अंतिम ओवर में जीत के लिए 8 रन बनाने थे। बल्लेबाजी कर रहे बल्लेबाज रेयान मैक्लारेन ने तेज गेंदबाज जेम्स फ्रैंकलिन की अंतिम गेंद पर पुल शॉट लगाकर छक्का लगाते हुए अपनी टीम को जीत दिलाई थे। बल्लेबाजों के आउट होने के बाद गेंदबाज रेयान मैक्लारेन ने इस मुकाबले में अपनी टीम को जीत दिलाया था।