भारतीय क्रिकेट टीम के नए वीरेंद्र सहवाग कहे जाने वाले छोटे कद के ताबड़तोड़ बल्लेबाज पृथ्वी शॉ काफी लंबे समय से भारतीय इंटरनेशनल क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे हैं। Prithvi Shaw सन 2018 में हुए अंडर-19 टीम के कप्तान थे, और उनकी कप्तानी में भारतीय टीम अंडर-19 विश्व कप का खिताब चौथी बार जीती थी। अंडर-19 विश्व कप के बाद पृथ्वी शॉ भारतीय घरेलू क्रिकेट में ताबड़तोड़ क्रिकेट खेले। साथ ही वें आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की टीम से जुड़े। दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने उन्हें आईपीएल 2018 की ऑक्शन में 1.2 करोड़ रुपए देकर खरीदा था। Prithvi Shaw काफी तेज गति से बल्लेबाजी करने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन वे अपने खराब प्रदर्शन के चलते, भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं।
पृथ्वी शॉ के काफी लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर चलने के चलते ही पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने उनको लेकर एक बड़ा बयान दिया है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के पूर्व महान और दिग्गज क्रिकेटर माइकल क्लार्क पृथ्वी शॉ को लेकर काफी फेवरेबल बयान दिए हैं। माइकल क्लार्क अपने बयान में बोले कि ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद पृथ्वी शॉ को दोबारा भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया है। यह शानदार खिलाड़ी भारतीय इंटरनेशनल क्रिकेट टीम से अचानक से गायब हो चुका है। मैंने पृथ्वी शॉ की बल्लेबाजी काफी करीब से देखी हुई है।
साथ ही अपने बयान के दौरान माइकल क्लार्क पृथ्वी शॉ की तुलना हुबहू वीरेंद्र सहवाग से कर दिए। पृथ्वी शॉ के लिए अपने बयान में माइकल क्लार्क ने खूब तारीफ किया और बोले कि, Prithvi Shaw जैसे बल्लेबाज को भारतीय टीम में लगातार मौके मिलने चाहिए। यह एक ऐसा बल्लेबाज है, जो अकेले दम पर किसी भी मुकाबले की तस्वीर बदल सकता है। साथ ही माइकल क्लार्क ने भारतीय टीम मैनेजमेंट को लेकर भी कई सवाल उठाए। वे अपने बयान के दौरान भारतीय टीम मैनेजमेंट को पृथ्वी शॉ को टीम में जोड़ने के लिए नसीहत देते दिखे।
माइकल क्लार्क अपने बयान सोनी टेन मीडिया चैनल को दे रहे थे। अपने बयान में माइकल क्लार्क पृथ्वी शॉ के लिए आगे बोले कि, पृथ्वी शॉ भी वीरेंद्र सहवाग की तरह एक महान सलामी बल्लेबाज बन सकता है, बसरते उस खिलाड़ी को लगातार मौके मिलने चाहिए। पृथ्वी शॉ जैसे बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग की तरह क्रिकेट के किसी भी मुकाबले को काफी रोमांचक बना सकते हैं। खास तौर पर मेरे जैसा खिलाड़ी पृथ्वी शॉ और वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ियों को काफी पसंद करते हैं। मैंने अपनी जिंदगी में वीरेंद्र सहवाग के रूप में एकमात्र खिलाड़ी पृथ्वी शॉ को ही देखा है।
अगर मुझे भारतीय टीम मैनेजमेंट में जगह मिलता तो मैं पृथ्वी शॉ को सबसे पहले टीम से जोरकर लगातार उन्हें मौके देता। वीरेंद्र सहवाग की तरह पृथ्वी शॉ भी मेरे पसंदीदा खिलाड़ी है। मैं यही चाहता हूं, कि भारतीय क्रिकेट टीम मैनेजमेंट पृथ्वी शॉ जैसे टैलेंटेड खिलाड़ी पर भरोसा दिखाए और उन्हें लगातार मौके दे। अब यह देखना बहुत ही दिलचस्प होगा कि भारतीय क्रिकेट टीम मैनेजमेंट माइकल क्लार्क द्वारा दिए गए इस बयान पर कितना अमल करती है, और पृथ्वी शॉ जैसे टैलेंटेड खिलाड़ी को जगह देती है, या नहीं।
क्रिकेट खेलने वाले हर एक खिलाड़ी के कैरियर में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। और पृथ्वी शॉ जैसे खिलाड़ी के भी क्रिकेट कैरियर में साल 2020 में हुए ऑस्ट्रेलियाई दौरे के दौरान उतार-चढ़ाव आया था। Prithvi Shaw इस ऑस्ट्रेलियाई दौरे के दौरान भारतीय टीम के प्रमुख सलामी बल्लेबाज थे। सीरीज के पहले डे नाईट मुकाबले के दौरान पृथ्वी शॉ दोनों पारियों में मिलाकर मात्र 2 रन बना पाए। उनके इस खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय क्रिकेट टीम मैनेजमेंट उन्हें दोबारा मौका नहीं दी है। और बढ़ती कंपटीशन के चलते पृथ्वी शॉ को भारतीय टीम में शामिल होने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी।
बात अगर पृथ्वी शॉ के क्रिकेट कैरियर का किया जाए तो पृथ्वी शॉ भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के लिए पांच मुकाबलों की 9 पारियों में कुल 339 रन बना चुके हैं। टेस्ट क्रिकेट में पृथ्वी शॉ के नाम एक शतक और 2 अर्द्धशतक मौजूद है। भारतीय वनडे क्रिकेट टीम के लिए भी पृथ्वी शॉ अपना मुकाबला खेलते हुए छह मुकाबलों की 6 पारियों में 189 रन बना चुके हैं। T20 Cricket में भी पृथ्वी शॉ भारतीय इंटरनेशनल टीम के लिए एक मुकाबला खेल चुके हैं। Crictrack की टीम पृथ्वी शॉ की शानदार क्रिकेट कैरियर की कामना करती है।