किसी भी खिलाड़ी के लिए अपने देश के लिए क्रिकेट खेलना एक सपना सच होने जैसा होता है। लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट खेलते हुए जीरो के स्कोर पर आउट होना बहुत दुखदाई होता है। कोई भी क्रिकेटर यह नहीं चाहता कि वह शून्य के स्कोर पर आउट हो। क्रिकेट के तीनों प्रारूप में से टेस्ट क्रिकेट को सबसे बड़ा दर्जा मिला हुआ है। टेस्ट क्रिकेट के खिलाड़ी लाल गेंद से लगातार पांच दिनों तक क्रिकेट खेलते हैं।
टेस्ट क्रिकेट में जहां खिलाड़ियों को लगातार पांच दिनों तक क्रिकेट खेलने होती है। वही वनडे क्रिकेट में खिलाड़ियों को 1 दिन कहीं समय मिलता है खुद को साबित करने के लिए। क्रिकेट का सबसे ताबड़तोड़ प्रारूप T20 क्रिकेट का एक मुकाबला महज 5 से 6 घंटे में खत्म हो जाता है। T20 क्रिकेट में बल्लेबाज किसी भी गेंद को खाली नहीं जाने देना चाहता। बल्लेबाज चाहता है, कि हर एक गेंद को हिट कर बाउंड्री के उस पार पहुंचाया जाए।
वैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हजारों रिकॉर्ड्स बने हुए हैं। लेकिन कुछ ऐसे रिकॉर्ड भी है, जो बेहद शर्मनाक है। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको ऐसे पांच खिलाड़ियों के नाम बताएंगे जो इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे अधिक बार शून्य के स्कोर पर आउट हुए हैं।
स्टूअर्ट ब्रॉड (45 बार)- इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार जीरो के स्कोर पर आउट होने वाले खिलाड़ियों की सूची में स्टुअर्ट ब्रॉड का नाम पांचवें नंबर पर मौजूद है। इंग्लैंड टीम के तेज गेंदबाज स्टूअर्ट ब्रॉड एक गेंदबाज के रूप में टीम में खेलते हैं। इंग्लैंड की तरफ से 310 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेलते हुए स्टुअर्ट ब्रॉड 47 बार जीरो के स्कोर पर आउट हो चुके हैं। ब्रॉड अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में 4013 रन बना चुके हैं।
ग्लेन मैकग्रा (49 बार)- ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व क्रिकेटर और महान गेंदबाजों में नाम सुमार ग्लेन मैकग्रा इस सूची में चौथे नंबर पर विराजमान हैं। ग्लेन मैकग्रा ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए 376 इंटरनेशनल मुकाबले खेलते हुए 49 बार शून्य के स्कोर पर आउट हो चुके हैं। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ग्लेन मैकग्रा काफी लंबे समय तक ऑस्ट्रेलियाई टीम की गेंदबाजी की कमान संभाले थे।
सनत जयसूर्या (53 बार)- श्रीलंका टीम के पूर्व कप्तान और ओपनर बल्लेबाज सनत जयसूर्या सबसे ज्यादा बार जीरो पर आउट होने वाले खिलाड़ियों की सूची में तीसरे नंबर पर मौजूद हैं। अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी के लिए जाने-जाने वाले सनत जयसूर्या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 586 मुकाबले खेलते हुए 53 बार जीरो के स्कोर पर आउट हो चुके हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाज सनत जयसूर्या जब भी क्रीज पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरते थे, तो सामने वाली टीम के गेंदबाज थरथर कांपते थे उनके गेंद फेंकने के लिए।
कर्टनी वाल्स (54 बार)- वेस्टइंडीज के पूर्व खिलाड़ी कर्टनी वॉल्श अपनी तेज गेंदबाजी के लिए मशहूर थे। साल 1984 से साल 2001 तक वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम की तरफ से खेलते हुए कोर्टनी वॉल्श 334 इंटरनेशनल मुकाबले खेले। इस दौरान वाल्श 54 बार जीरो के स्कोर पर आउट हुए थे। वाल्श अपनी जबरदस्त गेंदबाजी की बदौलत वेस्टइंडीज की टीम को कई हारे हुए मुकाबले में जीत दिलाए हैं।
मुथैया मुरलीधरन (59 बार)- दुनिया के सबसे महान स्पिन गेंदबाजों में नाम शुमार मुथैया मुरलीधरन पूर्व श्रीलंकाई खिलाड़ी हैं। मुरलीधरण ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 495 मुकाबले खेलते हुए 59 बार जीरो के स्कोर पर आउट हुए। टेस्ट क्रिकेट में मुरलीधरन के नाम 800 विकेट दर्ज हैं। अपनी स्पिन गेंदबाजी से मुरलीधरन कई बार बल्लेबाजों को शून्य के स्कोर पर आउट कर चुके हैं।