विश्व क्रिकेट इतिहास में बड़े-बड़े खिलाड़ियों ने अपना खेल का प्रदर्शन किया हैं। कई ऐसे विस्फोटक खिलाड़ी भी हुए जिनसे बॉलर खौफ दिखाते नजर आए हैं तो कई बार यह भी देखा गया है कि बैट्समैन रन बनाने के लिए जूझते नजर आए हैं। इसका सबसे बड़ा मिसाल यह है कि वर्ल्ड कप 2003 में इंडिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी एवं कप्तान रिकी पोंटिंग ने तूफानी शतकीय पारी खेली थी तो वहीं दूसरी तरफ इसी साल बेंगलुरु में हुए एक वनडे मैच में रिकी पोंटिंग के बल्ले से महज 1 बाउंड्री की सहायता से शतक लगाया गया। जिससे कि दोनों शतक में बहुत ही ज्यादा अंतर देखा जा सकता है।
आज हम इस लेख में ऐसे ही 5 परियों पर नजर डालेंगे जिसमें बिना किसी बाउंड्री के लगे हैं बड़े स्कोर। आइए नजर डालते हैं वह 5 पारियां कौन सी है।
एडम परोरे –136 गेंद, 94 रन बनाम भारत, (1994)- न्यूजीलैंड की टीम के एक बहुत ही अनुभवी और बेहतरीन बल्लेबाज एडम परोरे इस सूची में पहले स्थान पर हैं, जिन्होंने 1994 में बड़ोदरा में खेले गए एक वनडे मैच में भारत के खिलाफ बहुत ही धीमी पारी खेली थी, जिसमें उन्होंने 136 गेंदों का सामना करते हुए 94 रन बनाए। लेकिन उनके बल्ले से एक भी बाउंड्री नहीं आई बिना बाउंड्री का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर एडम परोरे के नाम है जिन्हे न्यूजीलैंड के दिग्गज खिलाड़ियों में शामिल किया जाता है।
ज’हीर अ’ब्बास-113 गेंद, 84 बनाम आस्ट्रेलिया, (1982)- पा’किस्तान का यह खिलाड़ी जिन्हें एक बेहतरीन खिलाड़ी की सूची में शामिल किया जाता है, लेकिन उन्होंने एक बार बहुत ही धीमी पारी खेल कर सबको चौंका दिया था। 1982 में खेली गई इस पारी में उन्होंने 113 गेंद खेलकर मात्र 84 रन बनाए, जिसमें उनके बल्ले से एक भी बाउंड्री नहीं निकली। यह पारी उन्होंने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली थी इसके साथ ही जहीर अब्बास इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं।
किम बार्नेट –146 गेंद, 84 रन बनाम श्रीलंका, (1988)- यह 6 फुट का खिलाड़ी इंग्लैंड की तरफ से अपना पहला और आखरी वनडे मैच में 146 गेंद में 84 रन श्रीलंका के खिलाफ खेलते हुए 1988 में बनाए। जोकि क्रिकेट इतिहास के बिना एक भी बाउंड्री लगाए सबसे ज्यादा व्यक्तिगत स्कोर में तीसरे स्थान पर हैं।
डेसमंड हैश -133 गेंद, 76 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया, (1985)- डेसमंड हैश वेस्टइंडीज टीम के महान खिलाड़ियों में सुमार हैं लेकिन हैंस ने 1985 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में क्रिकेट इतिहास की बिना एक भी बाउंड्री लगाएं चौथी बड़ी व्यक्तिगत पारी खेली। जिसमें उन्होंने 133 गेंद का सामना किया और 76 रन बनाए, इसमें उनके बल्ले से एक भी बाउंड्री नहीं आई।
जीन पॉल डुमिनी -93 गेंद, 71 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया, (2009)- जे पी डुमिनी जोकि दक्षिण अफ्रीका टीम के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में शुमार है, बावजूद इसके उन्होंने वनडे क्रिकेट में एक ऐसी पारी खेली जो इस सूची में पांचवें स्थान पर है। साल 2009 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक पारी में उन्होंने 93 गेंदों का सामना किया, जिसमें उनका बल्ले से 71 रन है, लेकिन एक भी बाउंड्री नहीं लगा पाए डुमनी पिछले 15 सालों में बिना एक भी बाउंड्री लगाएं अर्धशतक लगाने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं।