क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में खिलाड़ियों ने लाखों रिकॉर्ड्स बनाए हैं, लेकिन सबसे ज्यादा रिकॉर्ड्स वनडे क्रिकेट में ही बना है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है, कि वनडे क्रिकेट फॉर्मेट में सभी टीमें सबसे ज्यादा मुकाबले खेलती हैं। हालांकि क्रिकेट के सभी मुकाबले में कोई ना कोई रिकॉर्ड बनता है, और रिकॉर्ड टुटतर भी है। पूर्व भारतीय खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने एकदिवसीय क्रिकेट में हजारों रिकॉर्ड बनाए हैं, उन रिकॉर्ड्स में से कुछ रिकॉर्ड्स का टूटना नामुमकिन सा है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी डॉन ब्रैडमैन का भी नाम इस सूची में शामिल है।
आज इस खबर के माध्यम से हम आपको एक दिवसीय क्रिकेट के ऐसे 5 बड़े रिकॉर्ड के बारे में बताएंगे जिन का टूटना बेहद मुश्किल है।
सचिन तेंदुलकर (सबसे ज्यादा बार मैन ऑफ द मैच का अवार्ड)- वैसे तो पूर्व भारतीय दाएं हाथ के धमाकेदार बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम एकदिवसीय क्रिकेट में हजारों रिकॉर्ड दर्ज है। लेकिन सचिन तेंदुलकर द्वारा एकदिवसीय क्रिकेट खेलते हुए सबसे ज्यादा 64 बार मैन ऑफ द मैच का अवार्ड जीतने का रिकॉर्ड तो’ड़ना किसी भी खिलाड़ी के बस की बात नहीं लग रही है। इस सूची में दूसरे नंबर पर नाम श्री लंकन टीम के पूर्व बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज सनत जयसूर्या का नाम शामिल है। सनत जयसूर्या अपने वनडे क्रिकेट कैरियर में 48 बार मैन ऑफ द मैच का अवार्ड जीते हैं। मौजूदा समय में भारतीय कप्तान विराट कोहली भले ही सचिन तेंदुलकर के पीछे है, लेकिन सचिन का यह रिकॉर्ड तोड़ना काफी मुश्किल लग रहा है। विराट कोहली अपने वनडे एकदिवसीय क्रिकेट कैरियर में अब तक 36 बार मैच का अवार्ड जीत चुके हैं।
जोएल गार्नर (सबसे कम इकोनामी से गेंदबाजी करना)- वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जोएल गार्नर अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर में वेस्टइंडीज की टीम की तरफ से एकदिवसीय क्रिकेट खेलते हुए 146 विकेट चटकाए हैं। इस दौरान जोएल गार्नर की गेंदबाजी औसत 3.9 की रही। वनडे एकदिवसीय क्रिकेट में किसी भी गेंदबाज द्वारा यह सबसे कम इकोनामी की गेंदबाजी रही है। जोएल गार्नर वेस्टइंडीज टीम को साल 1979 के विश्व कप विजेता बनाने में काफी बड़ा योगदान किए थे। जैसा कि हम आपको बताना चाहते हैं, क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में अगर कोई गेंदबाज इकोनामी के साथ गेंदबाजी करता है, तो वह एक बहुत ही बेहतरीन गेंदबाज कहलाता है। और अच्छी इकोनामी के साथ गेंदबाजी करते हुए गेंदबाज काफी ज्यादा विकेट भी चटकाए हैं।
Misbah-Ul-Haq (बिना शतक लगाए वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाना)- पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के दाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज और कप्तान misbah-ul-haq अपने एकदिवसीय क्रिकेट कैरियर में 162 मुकाबले खेलते हुए 43 की शानदार औसत से बल्लेबाजी करते हुए 5122 रन बनाए हैं। 162 मुकाबले खेलने के बाद भी मिस्बाह उल हक के बल्ले से एक भी शतककीय पारी नहीं निकली। मौजूदा समय में misbah-ul-haq अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। साल 2007 में misbah-ul-haq के चाचा इंजमाम उल हक के संन्यास लेने के बाद मिस्बाह उल हक ने टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज के तौर पर शामिल हुए। हालांकि misbah-ul-haq अपने क्रिकेट कैरियर में काफी अच्छा क्रिकेट खेले है, लेकिन उन्हें शतक ना लगाने का म’लाल है।
रिकी पोंटिंग (कप्तानी करते हुए सबसे ज्यादा मैच खेलना)- ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व दाएं हाथ के धाकड़ बल्लेबाज रिकी पोंटिंग दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक है। रिकी पोंटिंग ऑस्ट्रेलिया की टीम की तरफ से अपने एकदिवसीय क्रिकेट कैरियर में 375 मुकाबले खेले हैं। इस दौरान रिकी पोंटिंग ऑस्ट्रेलियाई इंटरनेशनल क्रिकेट टीम की तरफ से 230 मुकाबलों में कप्तानी किए हैं। बतौर कप्तान वनडे एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा मुकाबले में कप्तानी करने वाले खिलाड़ियों की सूची में सबसे पहले नंबर नाम पोंटिंग का मौजूद है। इस सूची में दूसरे नंबर पर न्यूजीलैंड के पूर्व धमाकेदार खिलाड़ी स्टीवन फ्लेमिंग का नाम शामिल है। स्टीवन फ्लेमिंग अपने वनडे क्रिकेट कैरियर में न्यूजीलैंड की टीम की तरफ से कुल 218 मुकाबलों में कप्तानी किए हैं।
रोहित शर्मा (वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रनों की पारी खेलना)- भारतीय क्रिकेट टीम के दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा का वनडे एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर 264 रनों का है। रोहित शर्मा एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जो वनडे क्रिकेट में तीन बार दोहरा शतककीय पारी खेल चुके हैं। Rohit Sharma द्वारा एकदिवसीय क्रिकेट में बनाया गया 264 रन का सर्वोच्च स्कोर किसी भी खिलाड़ी के लिए तोड़ पाना बहुत ही मुश्किल काम है। रोहित शर्मा ने वनडे एकदिवसीय क्रिकेट का सर्वोच्च स्कोर साल 2014 में श्रीलंका टीम के खिलाफ बनाया था। जो किसी भी खिलाड़ी द्वारा बनाया गया एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर है।