प्रतिभा सबसे ज्यादा खिलाड़ियों के अंदर ही होती है और वह प्रतिभा जब खिलाड़ी अपने देश के लिए इंटरनेशनल खेल खेलता है, तभी निखरती है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को ऐसे कई बड़े खिलाड़ी मिले हैं, जो दाएं और बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने में सक्षम है। लेकिन ऐसा बहुत ही कम सुनने को मिला है, कि कोई गेंदबाज गेंदबाजी करते हुए तेज गति और स्पिन गेंदबाजी दोनों तरीके से गेंदबाजी किया है। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के ऐसे 6 खिलाड़ियों के नाम बताएंगे जो एक मुकाबले के दौरान स्पिन गेंदबाजी और तेज गेंदबाजी करने का कारनामा कर चुके हैं। इनमें से ज्यादातर खिलाड़ी प्रोफेशनल स्पिन गेंदबाज रह चुके हैं। स्पिन गेंदबाज होने के नाते खिलाड़ी तेज गति से गेंदबाजी कर सकते हैं। इस सूची में भारतीय टीम के 3 खिलाड़ी शामिल है।
कॉलिन मिलर- साल 2000 में वेलिंगटन क्रिकेट ग्राउंड पर न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की टीम के बीच मुकाबला खेला जा रहा था। इस टेस्ट मुकाबले के दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान स्टीव वॉ ने अपने गेंदबाज कॉलिन मिलर को गेंद थमाया। ऐसे में न्यूजीलैंड की टीम इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए 2 विकेट खो चुकी थी। न्यूजीलैंड की टीम के कप्तान स्टीवन फ्लेमिंग क्रीज पर बल्लेबाजी कर रहे थे। गेंदबाजी कर रहे गेंदबाज कॉलिंन मिलर ने स्टीवन फ्लेमिंग को 5 गेंद स्पिन डाली, पांचवीं गेंद पर स्टीवन फ्लेमिंग सिंगल लेकर अपने दूसरे छोर के खिलाड़ी को किए है दिए थे। इस ओवर की छठी गेंद को मिलर ने तेज गति से डाला और बल्लेबाज का विकेट चटकाए।
करसन घावरी- साल 1977 में भारतीय टीम का मुकाबला इंग्लैंड की टीम के साथ खेला जा रहा था। इस मुकाबले के दौरान भारतीय टीम की गेंदबाज करसन घावरी बतौर तेज गेंदबाज भारतीय टीम में शामिल हुए थे। लेकिन प्लीज मुझसे मदद मिलने के चलते करसन घावरी इस मुकाबले में स्पिन गेंदबाज़ी करते हुए कुल 5 विकेट चटकाए थे। इस मुकाबले के दौरान भारतीय टीम के पास दो और स्पिन गेंदबाज के रूप में बी एस चंद्रशेखर और बिशन सिंह बेदी मौजूद थे। ऐसे में तीसरे गेंदबाज करसन घावरी ने बेहतरीन स्पिन गेंदबाजी की थी।
मनोज प्रभाकर- साल 1996 के विश्व कप के दौरान भारतीय टीम का मुकाबला श्रीलंकाई टीम के साथ दिल्ली में खेला जा रहा था। ऐसे में भारतीय टीम के स्पिन गेंदबाज मनोज प्रभाकर इस मुकाबले में तेज गति से गेंदबाजी करते हुए ज्यादा खर्ची’ला साबित हुए थे। ऐसे में भारतीय टीम के कप्तान अजहरुद्दीन मनोज प्रभाकर को इस मुकाबले में ऑफ स्पिन गेंदबाजी करने का सलाह दिए। मनोज प्रभाकर जब स्पिन गेंदबाजी कर रहे थे तो काफी असरदार साबित हुए। हालांकि भारतीय टीम इस मुकाबले को हार गई थी।
सोहेल तनवीर- साल 2007 में भारतीय टीम का एक मुकाबला पाकिस्तानी टीम के साथ कोलकाता के ईडन गार्डंस के मैदान पर खेला जा रहा था। इस मुकाबले के दौरान पाकिस्तानी टीम के तेज गेंदबाज सोहेल तनवीर को तेज गति से गेंदबाजी करने में ज्यादा मदद नहीं मिल रहा था। ऐसे में सोहेल तनवीर तेज गेंदबाजी छोड़कर इस मुकाबले में स्पिन गेंदबाजी किए थे। कई बार पिक से ज्यादा मदद नहीं मिलने के चलते गेंदबाज अपनी गेंद में ज्यादा बदलाव करते हैं।
शाहिद अफरीदी- Shahid Afridi ने भारतीय टीम के साथ खेले गए एक मुकाबले के दौरान स्पिन गेंदबाजी छोड़कर तेज गति से गेंद करने लगे थे। शाहिद अफरीदी एक बार नहीं कई बार ऐसा कारनामा कर चुके हैं। शाहिद अफरीदी को कई बार ऐसा देखा गया है कि तेज गति से गेंद डालते हैं, और बल्लेबाजों को चोकाते हैं। शाहिद अफरीदी को कई बार ऐसा करते हुए बिकेट नहीं मिला हुआ है, और उनकी गेंदबाजी असरदार भी साबित हुई है। शाहिद अफरीदी अपने समय के बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ी रह चुके हैं।
सचिन तेंदुलकर- भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर अपने क्रिकेट कैरियर के दौरान बल्लेबाजी के साथ-साथ भारतीय टीम के लिए गेंदबाजी में भी काफी सहयोग किए हैं। सचिन तेंदुलकर अपने क्रिकेट कैरियर के दौरान गेंदबाजी करते हुए कई बार स्पिन गेंदबाजी के साथ-साथ मध्यम तेज गति से गेंदबाजी भी कर चुके हैं। सचिन तेंदुलकर यह कारनामा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में 7 बार किए हैं। जब भारतीय टीम के गेंदबाजों को बड़े-बड़े बल्लेबाजों का विकेट लेने में कठिनाई होता था, तो सचिन तेंदुलकर भारतीय टीम को विकेट दिलाते थे।