टेस्ट क्रिकेट को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का सबसे धीमा फॉर्मेट कहा गया है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है, कि टेस्ट क्रिकेट का एक मुकाबला दोनों टीमों के बीच 5 दिनों तक खेला जाता है, और दोनों टीमों को मिलकर कुल 450 ओवर का मुकाबला खेलना पड़ता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऐसे कई बड़े दिग्गज खिलाड़ी है जो टेस्ट क्रिकेट में भी ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करने के लिए जाने जाते हैं, और टेस्ट क्रिकेट में वनडे और टी20 क्रिकेट के जैसे बल्लेबाजी करते हैं। ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ियों के चलते टेस्ट क्रिकेट का वजू’द अभी भी जिं’दा है। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको टेस्ट क्रिकेट के ऐसे पांच बेहतरीन बल्लेबाजों के बारे में बताएंगे, जो अपने टेस्ट क्रिकेट कैरियर के दौरान सबसे तेज तिहरा शतक लगाए हैं।
भारतीय टीम का एक खिलाड़ी सूची में दो बार यह कारनामा कर चुका है। इस सूची में भारतीय टीम के दो खिलाड़ी और ऑस्ट्रेलियाई टीम के दो खिलाड़ी मौजूद है। यह सभी खिलाड़ी अपने समय के बेहतरीन टेस्ट प्लेयर रह चुके हैं।
वीरेंद्र सहवाग- दुनिया के सबसे विस्फो’टक सलामी बल्लेबाज और पूर्व भारतीय खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग साल 2008 में भारत और दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध खेले गए एक टेस्ट मुकाबले के दौरान मात्र 278 गेंदों का सामना करते हुए तिहरा शतक बनाए थे। इस मुकाबले के दौरान वीरेंद्र सहवाग 304 गेंदों का सामना करते हुए 319 रनों की तेजतर्रार पारी खेला था। वीरेंद्र सहवाग के इस पारी की सबसे बड़ी खासियत यह रही, कि 300 से ज्यादा रन बनाने के बाद भी वीरेंद्र सहवाग की बल्लेबाजी स्ट्राइक रेट 100 से ज्यादा की रही। वीरेंद्र सहवाग अपनी इस पारी के दौरान 5 गगनचुंबी लंबे-लंबे छक्के और 42 चौके लगाए थे।
मैथ्यू हेडन- अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज तिहरा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की सूची में दूसरे नंबर पर नाम ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन का शामिल है। मैथ्यू हेडन जिंबाब्वे की टीम के खिलाफ हुए एक टेस्ट मुकाबले के दौरान 362 गेंदों का सामना करते हुए अपना 13 शतक बनाए थे। इस मुकाबले में मैथ्यू हेडन 437 गेंदों में 380 रनों की विशाल पारी खेले थे। मैथ्यू हेडन अपनी इस बेहतरीन पारी के दौरान 11 गगनचुंबी छक्के और 38 चौके लगाए थे। ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मुकाबले को पारी और 175 रनों से जीती थी। मैथ्यू हेडन ही वीरेंद्र सहवाग के जैसे तेजतर्रार पारी खेलने के लिए जाने जाते थे।
वीरेंद्र सहवाग- पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज तिहरा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की सूची में एक बार फिर से तीसरे नंबर पर शामिल हुए। साल 2004 में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए एक टेस्ट मुकाबले के दौरान वीरेंद्र सहवाग 375 गेंदों का सामना करते हुए 309 रनों की तेजतर्रार पारी खेले थे। इस मुकाबले में वीरेंद्र सहवाग 364 गेंदों में अपना तिहरा शतक बना लिए थे। साथ ही वीरेंद्र सहवाग अपनी इस पारी के दौरान 6 गगनचुंबी छक्के और 39 चौके लगाए थे। इस मुकाबले में वीरेंद्र सहवाग सकलेन मुस्तफा की गेंद पर छक्का लगाकर अपना तिहरा शतक पूरा किए थे।
करुण नायर- एक समय भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के मध्यक्रम के बेहतरीन बल्लेबाज कहे जाने वाले दाएं हाथ के खिलाड़ी करुण नायर ने साल 2016 में इंग्लैंड की टीम के खिलाफ खेले गए एक टेस्ट मुकाबले के दौरान पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी का जिम्मा निभाते हुए मात्र 381 गेंदों में अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ा था। टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 13 शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की सूची में कर्ण और चौथे नंबर पर शामिल है। Karun Nayar के बल्ले से इस मुकाबले में 32 चौके और 4 छक्के निकले थे। वही टीम की दूसरे सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल इस मुकाबले में 199 रन बनाए थे।
डेविड वॉर्नर- ऑस्ट्रेलियाई टीम के खब्बू बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर का नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज तिहरा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की सूची में पांचवें नंबर पर शामिल है। डेविड वॉर्नर साल 2019 में पाकिस्तान की टीम के खिलाफ खेले गए एक टेस्ट मुकाबले के दौरान 389 गेंदों का सामना करते हुए तिहरा शतक बनाए थे। डेविड वॉर्नर अपनी इस पारी के दौरान कुल 418 गेंदों का सामना करते हुए 39 चौके और 1 गगनचुंबी छक्के की बदौलत 335 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मुकाबले को पारी और 48 रनों से जीती थी।