क्रिकेट की बढ़ती रफ्तार के चलते टेस्ट क्रिकेट की तरफ दुनिया की सभी टीमें नजर नहीं घुमा रही। इसका सबसे बड़ा कारण यह है, कि टेस्ट क्रिकेट का एक मुकाबला 5 दिनों तक खेला जाता है, और खिलाड़ी काफी थक जाते हैं। लेकिन एक खिलाड़ी और टीम को परिपक्व बनने के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना अनिवार्य रहता है। अगर कोई खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलता है, तो वह खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में परिपक्व नहीं बन पाता। हालांकि मौजूदा समय में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारतीय क्रिकेट टीम, ऑस्ट्रेलियाई टीम, इंग्लैंड टीम, न्यूजीलैंड की टीम, दक्षिण अफ्रीका की टीम जैसी मजबूत टीमें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में टेस्ट क्रिकेट को अभी भी जिं’दा रखी है। यह सभी टीमें काफी ज्यादा टेस्ट क्रिकेट खेलती है।
क्रिकेट का कोई भी मुकाबला खेला जाता है, तो उस मुकाबले में कई रिकॉर्ड्स बनते हैं, और कई रिकॉर्ड्स टूटते भी हैं। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अभी भी कई ऐसे बेहतरीन बल्लेबाज मौजूद है, जो केवल टेस्ट क्रिकेट ही खेलते हैं। बल्लेबाजों के अलावा कई ऐसे गेंदबाज भी मौजूद है, जो केवल टेस्ट क्रिकेट में ही अपना जलवा बिखेरते हैं। टेस्ट क्रिकेट टीम के कप्तानों द्वारा कई बार ऐसा अजीबोगरीब फैसला लिया जाता है, जो फैसला एक नया कीर्तिमान हासिल करता है। इस खबर के माध्यम से हम आपको अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट जैसे चार मुकाबलों का जिक्र करेंगे, जिस मुकाबले में विपक्षी टीम के सभी 11 खिलाड़ी गेंदबाजी किए है।
ऑस्ट्रेलिया बनाम पाकिस्तान- साल 1980 में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया की टीम के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम के सभी खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजी किए थे। यह अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में पहली बार हुआ था, जब ऑस्ट्रेलियाई टीम के सभी खिलाड़ी गेंदबाजी करते हुए नजर आए। उस समय ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान ग्रेग चैपल अपने सभी 11 खिलाड़ियों से गेंद डलवाए थे। पाकिस्तानी टीम के बल्लेबाज आउट नहीं हो रहे थे। जिसके चलते कप्तान ग्रेग चैपल यह डिसीजन लिए थे।
इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया- साल 1984 में खेले गए टेस्ट मुकाबले के दौरान इंग्लैंड क्रिकेट टीम के सभी 11 खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में दूसरी बार गेंदबाजी किए थे। ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मुकाबले की पहली पारी में 551 रन बनाई थी। इंग्लैंड की टीम के सभी खिलाड़ी पहली पारी के दौरान ही एक के बाद एक गेंदबाजी किए थे और यह अनोखा रिकार्ड अपने नाम किया था। इस मुकाबले के दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम की बल्लेबाज आउट ही नहीं हो रहे थे और उन खिलाड़ियों को आउट करने के लिए इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान अपने सभी खिलाड़ियों से गेंदबाजी करवाए थे।
वेस्टइंडीज बनाम भारत- साल 2002 में भारतीय टीम के खिलाड़ी भी यह कारनामा किए थे। इस मुकाबले की पहली पारी में भारतीय टीम 9 विकेट खोकर 513 रन बनाई थी। हालांकि यह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था। इस मुकाबले में भारतीय टीम के सभी खिलाड़ी गेंदबाजी किए थे। भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों को पता था, कि यह मुकाबला ड्रॉ हो रहा है। और टीम के कप्तान सौरव गांगुली ने सभी खिलाड़ियों को गेंदबाजी करने का मौका दिया था। उस समय भारतीय टीम के लिए क्रिकेट खेल रहे दिग्गज खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़, वसीम जाफर जैसे बेहतरीन बल्लेबाज भी गेंदबाजी किए थे।
वेस्टइंडीज बनाम दक्षिण अफ्रीका- साल 2005 में दक्षिण अफ्रीका की टीम यह कारनामा अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में चौथी बार की। दक्षिण अफ्रीका टीम इस मुकाबले में पहली पारी में 4 विकेट खोकर 558 रन बनाई थे। वेस्टइंडीज की टीम पहली पारी में 747 रन बनाई। हालांकि यह टेस्ट मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था। लेकिन दक्षिण अफ्रीका की टीम के सभी खिलाड़ी इस मुकाबले में वेस्टइंडीज की टीम के बल्लेबाजों को आउट करने के लिए गेंदबाजी किए थे। सभी गेंदबाजों के द्वारा गेंदबाजी करने के बावजूद भी वेस्टइंडीज की टीम जो कभी ऑल आउट नहीं हो पाई।
जब कोई बल्लेबाज आउट नहीं होता है, तो टेस्ट टीम के कप्तान ऐसे कारनामे करते रहते हैं। अब यह देखना बहुत ही दिलचस्प होगा कि इन टीमों के अलावा पांचवें नंबर पर इस सूची में कौन सी टीम के खिलाड़ी होंगे जो टेस्ट क्रिकेट के 1 मुकाबलों में सभी 11 खिलाड़ी गेंदबाजी करेंगे। यह रिकॉर्ड काफी रोमांचक भी है। क्योंकि क्रिकेट खेलने वाले सभी खिलाड़ी गेंदबाजी नहीं कर पाते। लेकिन वे अपने तजुर्बे की वजह से स्पिन और तेज गति से गेंद डाल सकते हैं। Crictrack की टीम अपने पाठकों के लिए ऐसे ऐसे रोमांचक रिकॉर्ड्स अपने वेबसाइट के माध्यम से पहुंचाती रहेगी।