टेस्ट क्रिकेट में अक्सर देखा गया है, कि कोई भी बल्लेबाज अगर संभल कर बल्लेबाजी करता है, तो वह बल्लेबाज काफी लंबी पारियां खेलता है। टेस्ट क्रिकेट के कुछ ऐसे बल्लेबाज भी हैं, जो पूरे दिन तक बल्लेबाजी करते रहते हैं। उन बल्लेबाजों के लिए रन बनाने से ज्यादा गेंदे खेलना महत्व रहता है। हालांकि टेस्ट क्रिकेट की शुरुआती ओवरों में बल्लेबाजी करना काफी मुश्किल रहता है, लेकिन जब एक बार बल्लेबाज से’टल हो जाता है तो वह बल्लेबाज काफी बड़ी पारियां खेलता है। टेस्ट क्रिकेट में रन बनाने से ज्यादा क्रीज पर टिककर अपनी टीम के लिए ज्यादा गेंद खेलना खिलाड़ियों के लिए मायने रखता है।
खासतौर पर जब विदेशी सरजमीं पर टेस्ट क्रिकेट खेला जाता है, तो वहां बल्लेबाजों के लिए रन बनाना काफी मुश्किल साबित होता है। क्योंकि विदेश में ज्यादातर ग्राउंड ग्रीन पिच बनाई जाती है और ग्रीन पिच पर तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिलती है। जिसकी ग्राउंड पर हरी घास रहती है, उसे ग्रीनपिच कहा जाता है। तेज गेंदबाजों को ग्रीन पिच पर काफी ज्यादा स्विंग मिलती है, जिससे बल्लेबाजों को बल्लेबाजी करने में काफी परेशानी होती है। लेकिन टेस्ट क्रिकेट का जो भी बल्लेबाज विदेशी सरजमीं पर रन बनाता है, वह बल्लेबाज सबसे बेहतरीन बल्लेबाज बन जाता है।
हालांकि भारतीय सरजमीं पर होने वाले टेस्ट क्रिकेट में पीच को बल्लेबाजी के अनुकूल बनाया जाता है। भारतीय सरजमीं की सभी क्रिकेट ग्राउंड को स्पीड फ्रेंडली बनाया जाता है। भारत में अगर कोई अच्छा स्पिन गेंदबाज टेस्ट क्रिकेट खेलता है, तो उसके गेंदबाज को खूब विकेट मिलती है। टेस्ट क्रिकेट में अगर कोई बल्लेबाज शुरुआत के ओवरों में टिककर बल्लेबाजी कर लेता है, तो उस बल्लेबाज को रन बनाने में काफी आसानी होती है।
टेस्ट क्रिकेट में कई बार ऐसा देखा गया है, कि बल्लेबाज शुरुआती के ओवरों में संभलकर बल्लेबाजी करते हैं और उसके बाद वे ताबड़तोड़ रन बनाना शुरू कर देते हैं। जिसके चलते बहुत ही कम समय में बल्लेबाज शतकीए, दोहरा शतकीए, तिहरा शतकीय और चौथे शतकीय पारियां खेल लेते हैं। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको टेस्ट क्रिकेट के ऐसे 3 धाकड़ बल्लेबाजों के बारे में बताएंगे। जो टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने के करीब थे, लेकिन उनके कप्तान ने पारी घोषित कर तिहरा शतक नहीं बनने दिया।
On This Day in 2005 AB Devillers Sir hit his First test Century in Centurion against England. @ABdeVilliers17 Sir Score 109 runs in Second inning and 92 runs in First inning in the Drawn Fifth test at Centurion. AB Devillers Sir Score 362 Runs in the Debut Series. pic.twitter.com/InHGwYgkhi
— Ayush Ranjan (@AyushRa15743279) January 25, 2022
एबी डिविलियर्स- दक्षिण अफ्रीकन टीम के पूर्व दाएं हाथ के मध्यक्रम के धाकड़ बल्लेबाज और कप्तान एबी डिविलियर्स का नाम इस सूची में तीसरे नंबर पर मौजूद है। एबी डिविलियर्स 2010 में पाकिस्तानी टीम के खिलाफ 5वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए तिहरा शतक बनाने के बेहद करीब थे। लेकिन उस समय टीम के कप्तान ग्रीम स्मिथ ने पारी घोषित कर दिया। जिसके चलते एबी डिविलियर्स तिहरा शतक नहीं बना पाए। इस मुकाबले में एबी डिविलियर्स 278 रनों पर नाबाद पवेलियन लौटे थे।
इस टेस्ट मुकाबले में तिहरा शतक नहीं बनाने का मला’ल एबी डी विलियर्स के साथ-साथ उनकी पूरी टीम को भी है। दक्षिण अफ्रीका ने इस मुकाबले में अपनी पारी को 9 विकेट खोकर 584 रन बनाते हुए घोषित की थी। हालांकि यह टेस्ट मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
AB @ABdeVilliers17 and Chinnaswamy – A Match made in Heaven ❤️ But as they say all good things come to an end so does this!!! We’ll keep chanting “ABD… ABD….” And yes can we have a test on him because he just can’t be human. AB Superman DeVillers. #ABDevilliers @RCBTweets pic.twitter.com/PmcLrVWaGR
— Vipin Kumarᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠᅠ (@_iraiva_) November 19, 2021
जावेद मियांदाद- पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व दाएं हाथ के बल्लेबाज और कप्तान जावेद मियांदाद साल 1982 में भारतीय टीम के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने से चूक गए थे। जावेद मियांदाद इस सूची में दूसरे नंबर पर मौजूद है। जावेद मियांदाद इस मुकाबले में 280 रन बनाए थे। लेकिन पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के उस समय के कप्तान इमरान खान ने अपनी पारी घोषित कर दी। जिसके चलते जावेद मियांदाद का तिहरा शतक बनाने का सपना टूट गया। पाकिस्तानी टीम ने अपनी पहली पारी में 3 विकेट खोकर 581 रन बनाए थे।
पीटर में- इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और धाकड़ बल्लेबाज पीटर में का नाम इस सूची में पहले नंबर पर मौजूद है। पीटर में साल 1957 में वेस्टइंडीज की टीम के खिलाफ 285 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे। लेकिन उस समय के तत्कालीन कप्तान पीटर में तिहरा शतक बनाने के चक्कर में नहीं पड़े, और अपनी टीम की पारी घोषित कर दिए। हालांकि इंग्लैंड क्रिकेट टीम को इस मुकाबले में ड्रॉ से सं’तुष्टि करना पड़ा। लेकिन कप्तान पीटर में को तिहरा शतक नहीं बना पाने का बहुत अफ’सोस होगा।