हाल ही में समाप्त हुए जिंबाब्वे और ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ हुए 3 मुकाबलों की वनडे एकदिवसीय श्रृंखला के दो मुकाबले ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले ही जीतकर सीरीज अपने नाम कर चुकी थी। लेकिन तीसरे मुकाबले में क्लीन स्वीप के इरादे से उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा। तीसरे मुकाबले में जिंबाब्वे की टीम बड़ा उलटफेर करते हुए, ऑस्ट्रेलियाई टीम को पहली बार उसी के सरजमीं पर वनडे मुकाबले में हराकर कई वर्षों से चल रहे ऑस्ट्रेलियाई टीम के रिकॉर्ड को तोड़ दी। इस मुकाबले के समाप्त होने के बाद कई दिलचस्प रिकॉर्ड बने। कुछ रिकॉर्ड्स ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने तो कुछ रिकॉर्ड जिंबाब्वे की टीम के खिलाड़ियों ने बनाया।
जिंबाब्वे की टीम ऑस्ट्रेलियाई टीम को उसी के सरजमीं पर पहली बार वनडे एकदिवसीय मुकाबलों में हराई है। इससे पहले जिंबाब्वे की टीम ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर केवल हार का सामना की थी।
जिंबाब्वे की टीम के ऑलराउंडर गेंदबाज रयान बर्ल ने इस मुकाबले में स्पिन गेंदबाजी करते हुए कुल 5 विकेट चटकाए। जिंबाब्वे की टीम के द्वारा वनडे एकदिवसीय मुकाबलों में आस्ट्रेलिया की टीम के खिलाफ उसी की सरजमीं पर किसी भी गेंदबाज द्वारा लिए गए सबसे ज्यादा विकेट की सूची में उनका नाम सबसे पहले नंबर पर शामिल हो गया।
ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए मात्र 141 रन ही बना पाई। ऑस्ट्रेलियाई टीम के द्वारा जिंबाब्वे की टीम के खिलाफ बनाया गया वनडे क्रिकेट में सबसे कम स्कोर रहा है।
यह पहली बार हुआ जब ऑस्ट्रेलियाई टीम के 9 बल्लेबाज जिंबाब्वे की टीम के खिलाफ 10 से ज्यादा रन नहीं बना पाए। केवल डेविड वॉर्नर और ग्लेन मैक्सवेल 10 से ज्यादा रनों का आंकड़ा पार किए थे।
जिंबाब्वे की टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी रयान बर्ल ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ मैन ऑफ द मैच का अवार्ड पाने वाले पहले जिंबाब्वे के क्रिकेटर बने।
ऑस्ट्रेलियाई टीम के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने इस मुकाबले में 94 रन बनाने के साथ वनडे क्रिकेट के इतिहास में पूर्व क्रिकेटर शेन वॉटसन के द्वारा वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले रिकॉर्ड को तोड़ कर अपना नाम दर्ज करा लिए।
जिंबाब्वे की टीम के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मुकाबले में मात्र 31 ओवर की ही बल्लेबाजी कर पाई। यह क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ, जब जिंबाब्वे की टीम के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की टीम 40 ओवर से पहले ऑल आउट हो गई।
बात अगर तीसरे मुकाबले का किया जाए तो जिंबाब्वे की टीम ने तीसरे मुकाबले में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम निर्धारित 50 ओवर में मात्र 31 ओवर की बल्लेबाजी कर पाई और अपने सभी विकेट होते हुए मात्र 141 रन बना पाई। ऑस्ट्रेलियाई टीम की तरफ से सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर सबसे ज्यादा 94 रनों की पारी खेले। वही जिंबाब्वे की टीम के सबसे सफल गेंदबाज पर रयान बर्ल रहे। रयान बर्ल मात्र 3 ओवर का गेंदबाजी करते हुए 10 रन देकर पांच महत्वपूर्ण विकेट चटकाए।
एक ऑलराउंडर खिलाड़ी होने के नाते जिंबाब्वे की टीम द्वारा किसी भी स्पिन गेंदबाज द्वारा ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ियों की सूची में रयान बर्ल का नाम सबसे पहले नंबर पर शामिल हो गया। 142 रन के स्कोर का पीछा करने उतरी जिंबाब्वे की टीम इस मुकाबले को 39 ओवर में 7 विकेट खोकर पूरा कर ली और साथ ही ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर अपना पहला जीत भी दर्ज की। जिंबाब्वे की टीम की तरफ से उनके कप्तान सबसे ज्यादा 37 रनों की पारी खेले। ऑस्ट्रेलियाई टीम की तरफ से सबसे ज्यादा तीन विकेट जोश हेजलवुड चटकाए।