भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बाएं हाथ के खिलाड़ी सुरेश रैना इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं। बढ़ती उम्र के चलते सुरेश रैना घरेलू क्रिकेट में भी केवल आईपीएल में ही क्रिकेट खेलते हैं। सुरेश रैना की फिटनेस पहले के मुकाबले काफी खराब हो चुकी है। महेंद्र सिंह धोनी के भारतीय क्रिकेट टीम से संन्यास लेने के बाद सुरेश रैना का भी क्रिकेट कैरियर समाप्त हो गया। इसका सबसे बड़ा कारण सुरेश रैना के फैंस यह बताते हैं, कि सुरेश रैना महेंद्र सिंह धोनी के वजह से ही भारतीय टीम इतने लंबे समय तक क्रिकेट खेल पाए। अगर धोनी नहीं रहते तो सुरेश रैना का क्रिकेट कैरियर साल 2010 के बाद ही समाप्त हो जाता है। लेकिन सुरेश रैना भारतीय क्रिकेट टीम के लिए साल 2018 तक क्रिकेट खेले।
जब फैंस ने सुरेश रैना के क्रिकेट कैरियर को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठाया तो सुरेश रैना अपने फैंस के सवाल का जवाब देते हुए बोले, कि मैं अपनी काबिलियत की वजह से भारतीय टीम में इतने समय तक क्रिकेट खेला। हां इस बात में कोई शक नहीं है, कि मैं और महेंद्र सिंह धोनी जिगरी दोस्त नहीं है। हां भले ही धोनी की कप्तानी में मुझे मौके मिले लेकिन मैं उस मौके पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर भुनाया। हां अगर मैं अपने शानदार खेल नहीं दिखाता तो, टीम के चयनकर्ता मुझे टीम से बाहर कर देते हैं।
अपने बयान में सुरेश रैना महेंद्र सिंह धोनी का खूब तारीफ़ करते हुए बोले कि महेंद्र सिंह धोनी ने मुझे अपनी खराब फॉर्म होने के बावजूद भी टीम में लगातार मौके दिए और मैं उनको और अपनी टीम मैनेजमेंट को निराश नहीं किया। कई बार मैं बल्ले से अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के बावजूद भी गेंद से शानदार प्रदर्शन करता था, और अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा किया हूं। सभी क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों की एक उम्र सीमा होती है, और उन्हें एक उम्र के बाद संयास ले लेना चाहिए।
जब फैंस ने सुरेश रैना से पूछा कि क्या आपका क्रिकेट कैरियर धोनी की वजह से इतना लंबा चल पाया, तब सुरेश रैना तुरंत पलटवार करते हुए जवाब दिए और बोले कि मैं भारतीय इंटरनेशनल क्रिकेट टीम में महेंद्र सिंह धोनी से पहले शामिल किया गया था। मुझे अपनी काबिलियत के वजह से भारतीय टीम में मौका मिला था। इंटरनेशनल क्रिकेट टीम में शामिल होने से पहले मैंने घरेलू क्रिकेट में काफी शानदार प्रदर्शन किया था। Mahendra Singh Dhoni टीम के कप्तान थे और भी मुझे लगातार मौके देकर एक अच्छा क्रिकेटर बनने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा किए हैं।
जैसा कि हम आपको बताना चाहते हैं, सुरेश रैना अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर के समाप्ति के बाद एक किताब भी लिख चुके हैं, उस किताब का नाम ‘बिलीव’ है। सुरेश रैना आगे महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ करते हुए बोले कि धोनी की कप्तानी में खेलना मेरा सौभाग्य था। सुरेश रैना महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय इंटरनेशनल क्रिकेट टीम के साथ-साथ चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के लिए भी काफी लंबे समय तक क्रिकेट खेले हैं। आईपीएल ऑक्शन 2022 के दौरान सुरेश रैना को कोई भी टीम नहीं खरीदी थी।
ऑक्शन समाप्त होने के बाद गुजरात की टीम ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज जेसन रॉय के रिप्लेसमेंट के तौर पर सुरेश रैना को अपनी टीम में शामिल किया है। सुरेश रैना आईपीएल में अपनी शानदार प्रदर्शन करने के चलते मिस्टर आईपीएल के नाम से जाने जाते हैं। बात अगर सुरेश रैना के सुनहरे क्रिकेट करियर का किया जाए तो, सुरेश रैना भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के लिए 18 मुकाबले खेलते हुए 768 रन बनाए थे। टेस्ट क्रिकेट में रैना ने एक शतक भी बनाया था। भारतीय वनडे क्रिकेट टीम के लिए सुरेश रैना 226 मुकाबले की 194 पारियों में 5615 रन बनाए थे।
बतौर फिनिशर बल्लेबाज की भूमिका अदा करने वाले सुरेश रैना भारतीय वनडे क्रिकेट टीम के लिए 5 शतक बनाए थे। T20 क्रिकेट टीम के लिए सुरेश रैना 78 मुकाबले खेलते हुए 1604 रन बनाए थे। T20 क्रिकेट में सुरेश रैना के नाम एक शतक मौजूद है। सुरेश रैना ऐसे पहले भारतीय खिलाड़ी थे जो क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतकीय पारी खेले थे। सुरेश रैना के बाद क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में, और भारतीय बल्लेबाज शतक की पारी खेलने वाले खिलाड़ी का नाम रोहित शर्मा और लोकेश राहुल है।