पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और बेहतरीन सलामी बल्लेबाज अपने बयानों को लेकर खूब चर्चा में रहते हैं। हालांकि वीरेंद्र सहवाग कुछ गलत बयान नहीं देते हैं, और जो भी बोलते हैं, सत्य बोलते हैं। वीरेंद्र सहवाग पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लेकर कई बड़े खुलासे कर रहे है। हाल ही में वीरेंद्र सहवाग महेंद्र सिंह धोनी को लेकर एक नया और बड़ा बयान दिया है। वीरेंद्र सहवाग बोले कि पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ की एक डां’ट की वजह से महेंद्र सिंह धोनी एक महान फिनिशर बल्लेबाज बन गए। हालांकि अपने बयान में वीरेंद्र सहवाग महेंद्र सिंह धोनी और राहुल द्रविड़ की खूब तारीफ भी करते दिखे।
वीरेंद्र सहवाग का यह कहना है, कि जब महेंद्र सिंह धोनी भारतीय टीम में शामिल किए गए थे, तो टीम के कप्तान राहुल द्रविड़ थे। उस समय राहुल द्रविड़ के पास क्रिकेट खेलने का काफी ज्यादा एक्सपीरियंस था। महेंद्र सिंह धोनी अपने क्रिकेट कैरियर की शुरूआत में सलामी बल्लेबाजी और मध्यक्रम में बल्लेबाजी किए थे। लेकिन कुछ मुकाबलों के बाद महेंद्र सिंह धोनी छठे और पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने लगे और एक फिनिश और बल्लेबाज की भूमिका अदा करने लगे।
महेंद्र सिंह धोनी को निचले क्रम पर बल्लेबाजी करने के लिए राहुल द्रविड़ ने ही सलाह दिया था। महेंद्र सिंह धोनी अपने क्रिकेट कैरियर के शुरुआती मुकाबलों में पाकिस्तानी टीम के खिलाफ मात्र 123 गेंद खेलते हुए 148 रनों की तूफानी पारी खेले थे। वही जब महेंद्र सिंह धोनी श्रीलंकाई टीम के खिलाफ 183 रनो की पारी खेली थी तब से उन्हें एक बड़े ही’टर बल्लेबाज के रूप में पहचान मिली थी। लेकिन उस समय के भारतीय टीम के कप्तान राहुल द्रविड़ को कुछ और मंजूर था। और राहुल द्रविड़ की एक सलाह के चलते महेंद्र सिंह धोनी ही’टर बल्लेबाज से फिनिशर बल्लेबाज बन गए।
वीरेंद्र सहवाग का यह मानना है, कि महेंद्र सिंह धोनी के द्वारा किया गया वह बदलाव भारतीय क्रिकेट इतिहास को बदल कर रख दिया। मैं इसके लिए राहुल द्रविड़ और महेंद्र सिंह धोनी को दिल से धन्यवाद कहना चाहूंगा। एक विकेटकीपर बल्लेबाज को बखूबी पता रहता है कि क्रिकेट के गेम को कैसे आगे लेकर जाना है, और महेंद्र सिंह धोनी ने अपना काम बखूबी किया। महेंद्र सिंह धोनी काफी लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अंत तक बल्लेबाजी करते हुए मुकाबले को समाप्त किए हैं। शायद अगर राहुल द्रविड़ उनको यह सलाह नहीं दिए होते तो भारतीय टीम को एक बड़ा फिनिशर बल्लेबाज नहीं मिल पाता।
सहवाग अपने बयान में आगे बोले कि राहुल द्रविड़ जब भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे थे, तो वह महेंद्र सिंह धोनी की प्रतिभा पहुंचाने और उन्हें फिनिशर बल्लेबाज बनाए। उस समय बल्लेबाजी करते हुए महेंद्र सिंह धोनी एक मुकाबले में ख’राब शॉट खेलकर आउट होते हुए जल्द पवेलियन लौट गए थे। उस मुकाबले के बाद राहुल द्रविड़ ने महेंद्र सिंह धोनी को डांटते हुए समझाया कि तुम ऐसा क्रिकेट नहीं खेल सकते हो और शायद उसी डांट की वजह से महेंद्र सिंह धोनी अपनी प्रतिभा पहचाने और एक फिनिशर बल्लेबाज बने। उसके बाद से महेंद्र सिंह धोनी जिम्मेदारी लेकर मुकाबले को समाप्त करने लगे।
जैसा कि हम आपको बताना चाहते हैं, महेंद्र सिंह धोनी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 18 बार छक्का लगाकर मुकाबले को फिनिश किए हैं। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है, कि वह कितने बड़े फिनिशर और बल्लेबाज थे। बात अगर महेंद्र सिंह धोनी के क्रिकेट कैरियर की किया जाए तो 40 वर्षीय दाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी का जन्म बिहार में हुआ था। बिहार और झारखंड के अलग होने के बाद महेंद्र सिंह धोनी रांची में रहने लगे थे। धोनी ने भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के लिए 90 मुकाबले खेलते हुए 4876 रन बनाए हैं। टेस्ट क्रिकेट में धोनी के नाम छह शतक और एक Dohri शतकीय पारी मौजूद है। टेस्ट क्रिकेट में धोनी ने 224 रनों का सर्वोच्च स्कोर बनाया है।
वहीं एक दिवसीय क्रिकेट टीम के लिए महेंद्र सिंह धोनी 350 मुकाबले खेलते हुए 10773 रन बनाए हैं। वनडे क्रिकेट टीम के लिए धोनी 10 शतक और 73 अर्द्धशतक की पारी खेल चुके हैं। भारतीय अंतर्राष्ट्रीय T20 क्रिकेट टीम के लिए धोनी 98 मुकाबले खेलते हुए 1617 रन बनाए हैं। अंतिम ओवरों में बल्लेबाजी करने के चलते महेंद्र सिंह धोनी T20 क्रिकेट में एक भी शतकीय पारी नहीं खेल पाए हैं।