क्रिकेट की दुनिया में जब भी बात सलामी बल्लेबाज की- की जाती है, तो सबसे पहला नाम पूर्व भारतीय खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग का लिया जाता है। क्रिकेट खेलने वाले सभी खिलाड़ियों के खेलने की तकनीक अलग-अलग होती है। लेकिन वीरेंद्र सहवाग की तकनीक काफी अलग थी, और वे ज्यादातर मौकों पर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने के लिए जाने जाते थे। Virendra Sehwag जब भी बल्लेबाजी करने के लिए क्रीज पर उतरते थे, तो सामने वाली टीम के गेंदबाजों का पसीना छुड़ा देते थे। Virendra Sehwag का चुनाव जब से भारतीय टीम में बतौर ओपनर बल्लेबाजी किया गया तब से भारतीय टीम के खिलाड़ियों के क्रिकेट खेलने की तकनीक काफी ज्यादा बदल गई।
सहवाग की आक्रामक बल्लेबाजी करने के चलते, अन्य खिलाड़ी भी उनकी तरह तेज तर्रार बल्लेबाजी करने लगे। Virendra Sehwag टेस्ट क्रिकेट में T20 क्रिकेट के जैसा ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते थे। टेस्ट क्रिकेट में ज्यादातर मौकों पर वीरेंद्र सहवाग कौन गेंद खेलकर ज्यादा रन बनाए हुए हैं। बात अगर वीरेंद्र सहवाग के बल्लेबाजी स्ट्राइक रेट की की जाए, तो टेस्ट क्रिकेट में बतौर सलामी बल्लेबाजी करने वाले वीरेंद्र सहवाग 104 मुकाबले भारतीय इंटरनेशनल क्रिकेट टीम की तरफ से खेले है। वीरेंद्र सहवाग का टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी स्ट्राइक रेट 82.23 का रहा है। वही एकदिवसीय क्रिकेट में वीरेंद्र सहवाग भारतीय टीम की तरफ से 251 मुकाबले खेलते हुए 104.34 की स्ट्राइक रेट से 8273 रन बनाए हैं। वही T20 क्रिकेट में भारतीय टीम की तरफ से वीरेंद्र सहवाग 19 मुकाबले खेले हैं। 19 मुकाबलों में वीरेंद्र सहवाग की बल्लेबाजी स्ट्राइक रेट 145.39 की रही है। वीरेंद्र सहवाग की बल्लेबाजी स्ट्राइक रेट से ही यह अंदाजा लगाया जा सकता है, कि वह कितने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करते थे।
वीरेंद्र सहवाग की बल्लेबाजी स्ट्राइक रेट की अगर तुलना किसी और बल्लेबाज से की जाए तो कोई और बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के रिकॉर्ड के इर्द-गिर्द भी नहीं घूमता। मुल्तान के सुल्तान के नाम से मशहूर नजफगढ़ के नवाब वीरेंद्र सहवाग जितने दिन तक भारतीय क्रिकेट टीम की तरफ से खेले, भारतीय क्रिकेट टीम के अन्य खिलाड़ियों का खेलने का रवैया पूरी तरह बदल गया। Virendra Sehwag क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में भारतीय क्रिकेट टीम की तरफ से काफी लंबे समय तक सलामी बल्लेबाजी करते हुए खूब रन बनाए हैं। लगभग एक दशक पहले क्रिकेट में सलामी बल्लेबाजों का काम गेंद को पुराना करना होता था। लेकिन उस समय वीरेंद्र सहवाग गेंद को पुराना करने के साथ-साथ धमाकेदार अंदाज में बल्लेबाजी कर खूब रन बटोरे थे। वीरेंद्र सहवाग अपने टेस्ट कैरियर का पहला मुकाबला दक्षिण अफ्रीका की सरजमीं पर छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए खेले थे। इस मुकाबले में वीरेंद्र सहवाग शतकीय पारी खेले थे।
वीरेंद्र सहवाग को लेकर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज डेल स्टेन भी कई बार मीडिया के सामने बयान देते हुए वीरेंद्र सहवाग की तारीफ कर चुके हैं। डेल स्टेन अपने बयान में कई बार वीरेंद्र सहवाग के द्वारा लगाए गए उनकी गेंद पर अपर कट का जिक्र कर चुके हैं। वीरेंद्र सहवाग टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम की तरफ से 11 साल तक बल्लेबाजी करते हुए छह दोहरे शतक और तीन तिहरे शतकीय पारियां खेले हैं। जब सचिन तेंदुलकर भारतीय क्रिकेट टीम के लिए क्रिकेट खेलते थे, तो 90 के दशक में एक बयान दिए थे, कि मुझे वीरेंद्र सहवाग से तेजतर्रार बल्लेबाजी करना सीखना है। वीरेंद्र सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में 300 रनों का आंकड़ा छक्का लगाकर पूरा किया है। इस पर पाकिस्तानी टीम के पूर्व खिलाड़ी वकार यूनिस ने बयान देते हुए बोले थे, कि 298 रन के स्कोर पर अगर कोई खिलाड़ी छक्का लगाकर 300 रनों का आंकड़ा पूरा करता है, तो यह अक’ल्पनीय है।
अमूमन ऐसा नहीं देखा गया है, कि कोई खिलाड़ी 298 रन के स्कोर पर रहता है, और छक्का लगाकर अपना तिहरा शतक पूरा करता है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर माइक हसी ने वीरेंद्र सहवाग को लेकर यह बयान दिया था, कि वीरेंद्र सहवाग जैसा बल्लेबाज क्रिकेट खेलते समय कभी भी आउट ऑफ फॉर्म नहीं होता। ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने भी वीरेंद्र सहवाग को लेकर एक बड़ा बयान दिया था। और बोले थे, कि कोई भी गेंदबाज कितना भी अनुभवी क्यों ना हो, वीरेंद्र सहवाग उस खिलाड़ी की गेंदों पर रन बना सकते हैं। पूर्व भारतीय खिलाड़ी Rahul Dravid ने भी वीरेंद्र सहवाग को लेकर एक बड़ा बयान दिया था और बोले कि, एकदिवसीय क्रिकेट में पहले पावर प्ले में वीरेंद्र सहवाग के जैसा कोई और खिलाड़ी बल्लेबाजी नहीं कर सकता है। Rahul Dravid भी वीरेंद्र सहवाग को वर्ल्ड क्रिकेट के नंबर सलामी बल्लेबाज बता चुके हैं।