भारतीय क्रिकेट टीम को एक से बढ़कर एक तेज गेंदबाज मिले हैं। लेकिन उनमें से पूर्व भारतीय खिलाड़ी श्रीसंत का नाम अलग तरीके से लिया जाता है। श्रीसंत जब भारतीय टीम के लिए क्रिकेट खेल रहे थे, तो उनका प्रदर्शन बेहद शानदार रहा था। श्रीसंत के पास ऐसी गेंदबाजी की करने की कला थी, कि वे गेंद को दोनों तरफ से लहराते हुए स्विंग कराते थे। लगभग 6 साल के उनके क्रिकेट कैरियर के बाद उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बै’न कर दिया गया। फिर दोबारा इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के लिए काफी मेहनत और मशक्कत की। लेकिन उन्हें दोबारा मौका नहीं मिल पाया इसका सबसे बड़ा कारण यह रहा, कि उनकी उम्र काफी ज्यादा हो गई थी, और उस उम्र में उन्हें दोबारा इंटरनेशनल टीम में जगह बनाने के लिए मौके नहीं मिले। कुछ दिन पहले ही श्रीसंत ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का घोषणा कर दिया था।
श्रीसंत ने हाल ही में अपने क्रिकेट कैरियर के दिनों को याद करते, हुए मीडिया के सामने एक बयान पेश करते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग इलेवन का चयन किया है। श्रीसंत द्वारा चुनी गई इस टीम में भारतीय टीम के पांच खिलाड़ी, दक्षिण अफ्रीका टीम के दो खिलाड़ी, ऑस्ट्रेलियाई टीम के दो खिलाड़ी और वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाड़ी के साथ इंग्लैंड क्रिकेट टीम के 1 खिलाड़ी को मौका मिला है। श्री संत लगभग इन सभी खिलाड़ियों के साथ क्रिकेट खेल चुके हैं और वे अपनी इस टीम ने एक से बढ़कर एक महान क्रिकेट खिलाड़ियों को शामिल किए है।
श्री संत द्वारा चुनी गई इस टीम के कप्तान सौरव गांगुली के हाथों में सौंपी गई है। श्री संत द्वारा चुनी गई इस टीम की सलामी बल्लेबाजी का जिम्मेवारी पूर्व भारत के खिलाड़ी मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के कंधों पर है। मध्यक्रम में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी का जिम्मा श्रीसंत ने महान खिलाड़ी ब्रायन लारा, भारतीय टीम के मौजूदा खिलाड़ी विराट कोहली, दक्षिण अफ्रीकन टीम के पूर्व खिलाड़ी एबी डिविलियर्स को सौंपा है। श्रीसंत ने अपने इस टीम की विकेटकीपिंग बल्लेबाजी का जिम्मा महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में सौंपा है।
ऑलराउंडर खिलाड़ी के रूप में श्रीसंत दो खिलाड़ियों को अपने इस टीम में शामिल किया है। पहले ऑलराउंडर खिलाड़ी के रूप में पूर्व भारतीय खिलाड़ी युवराज सिंह और दूसरे ऑलराउंडर खिलाड़ी के रूप में महान दक्षिण अफ्रीका टीम के पूर्व खिलाड़ी जैक कैलिस को मौका मिला है। श्रीसंत अपने इस टीम में एक स्पिन गेंदबाज के रूप में इस दुनिया को अलविदा कह चुके पूर्व ऑस्ट्रेलियाई महान स्पिन गेंदबाज शेन वॉर्न को मौका दिए हैं। श्रीसंत के इस टीम में दो तेज गेंदबाज शामिल है।
पहले तेज गेंदबाज के रूप में पूर्व इंग्लैंड टीम के खिलाड़ी एनल डोनाल्ड और दूसरी तेज गेंदबाज के रूप में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा मौका मिला है। कुल मिलाकर देखा जाए तो श्रीसंत द्वारा चुनी गई इस प्लेइंग इलेवन में एक से बढ़कर एक महान खिलाड़ी है। इस टीम को हराना बेहद मुश्किल काम है। क्योंकि इस टीम में भारतीय टीम से लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम के सभी महान खिलाड़ी मौजूद है। खुद श्रीसंत के पास भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का अच्छा अनुभव है।
बात अगर श्रीसंत के क्रिकेट कैरियर का किया जाए तो वह लंबे कद के दाएं हाथ के तेज गेंदबाज श्रीसंत भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के लिए 27 मुकाबले खेलते हुए 281 रन बनाए थे। बतौर तेज गेंदबाज भारतीय टीम के लिए 27 टेस्ट मुकाबलों में गेंदबाजी करते हुए श्री संत कुल 87 विकेट चटकाए थे। विदेशी सरजमीं पर टेस्ट क्रिकेट में श्रीसंत का प्रदर्शन अन्य गेंदबाजों के मुकाबले बेहद प्रभावशाली रहा था। वनडे क्रिकेट टीम के लिए श्री संत 53 मुकाबलों में गेंदबाजी करते हुए कुल 75 विकेट चटकाए थे। वनडे क्रिकेट में श्रीसंत के बल्ले से कुल 44 रन भी निकले थे।
T20 टीम के लिए श्रीसंत कुल 10 मुकाबले खेलते हुए बल्ले से 20 रन और गेंदबाजी करते हुए कुल 7 विकेट चटकाए हैं। आईपीएल में श्रीसंत 44 मुकाबले खेलते हुए कुल 40 विकेट चटकाए थे। कुल मिलाकर देखा जाए तो क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट के लिए श्रीसंत एक बेहतरीन खिलाड़ी रह चुके हैं। अगर श्रीसंत का क्रिकेट कैरियर बै’न नहीं हुआ होता तो वह एक महान खिलाड़ी साबित होते क्योंकि इस खिलाड़ी में आगे बढ़ने का कला काफी बेहतरीन था, और यह खिलाड़ी कितने दिनों तक क्रिकेट खेला है अपना बेस्ट प्रदर्शन किया है।