विराट कोहली जब से भारतीय क्रिकेट टीम के लिए क्रिकेट खेल रहे हैं उनके साथ अन्य खिलाड़ियों के क्रिकेट खेलने का रवैया काफी बदल चुका है। विराट कोहली पिछले 13 वर्षों से लगातार शानदार प्रदर्शन की वजह से भारतीय क्रिकेट टीम के साथ-साथ वे खुद को भी काफी बेहतरीन बल्लेबाज बना चुके हैं। विराट कोहली द्वारा किया गया लगातार शानदार प्रदर्शन ही, उनका भारतीय टीम में जगह पक्का किया हुआ है। विराट कोहली के साथ भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कई और बल्लेबाज भी शामिल हुए लेकिन उनके जैसा प्रदर्शन कोई और खिलाड़ी नहीं कर पाया।
33 वर्षीय दाएं हाथ के बल्लेबाज विराट कोहली पिछले 13 वर्षों में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में हजारों रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। विराट कोहली सचिन तेंदुलकर द्वारा लगाए गए 100 शतकों के रिकॉर्ड तोड़ने के बेहद करीब है। ऐसे कयास लगाए जा सकते हैं, कि आने वाले चार पांच साल में वे सचिन के 100 शतकों का रिकॉर्ड तोड़ देंगे। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको ऐसे पांच खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो विराट कोहली के साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम में एंट्री किए लेकिन अपनी खराब प्रदर्शन के चलते टीम से बाहर हो गए।
मनप्रीत गोनी- Manpreet Gony आईपीएल के शुरुआती सीजन साल 2008 में अपने शानदार प्रदर्शन के चलते, भारतीय वनडे क्रिकेट टीम में शामिल किए गए थे। मनप्रीत गोनी को हांगकांग के साथ हुए एक एकदिवसीय सीरीज के दौरान डेब्यू करने का मौका मिला था। लेकिन वे मुकाबले खेलते हुए एक भी विकेट नहीं चटका पाए। जिसके चलते मनप्रीत गोनी को दोबारा भारतीय इंटरनेशनल टीम में शामिल नहीं किया किया गया और उनके क्रिकेट कैरियर का लगभग समाप्ति हो चुका है।
सुब्रमण्यम बद्रीनाथ- Subramaniam Badrinath तमिलनाडु के लिए घरेलू क्रिकेट में काफी शानदार प्रदर्शन किए हैं। बद्रीनाथ आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के लिए काफी लंबे समय तक क्रिकेट भी खेल है। घरेलू क्रिकेट में उनका शानदार प्रदर्शन देखने के बाद भारतीय टीम के चयनकर्ता उन्हें भारत के इंटरनेशनल टीम में शामिल किए। बद्रीनाथ टी-20 और एकदिवसीय क्रिकेट में 10 मुकाबले खेलते हुए मात्र 185 रन बना पाए। इसके बाद बद्रीनाथ को दुबारा भारत की टीम में खेलने का मौका नहीं मिला और वें गुमनाम हो गए।
प्रज्ञान ओझा- भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे बेहतरीन स्पिन गेंदबाजों में से एक प्रज्ञान ओझा भी साल 2008 में अपना पहला डेब्यू मुकाबला खेले थे। प्रज्ञान ओझा भारतीय इंटरनेशनल टीम के लिए अब तक 24 मुकाबले खेलते हुए 113 विकेट झटके है। प्रज्ञान ओझा चो’ट की वजह से दोबारा भारतीय टीम में शामिल नहीं हो पाए और उनका क्रिकेट कैरियर समाप्त हो गया। प्रज्ञान ओझा भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के लिए काफी बेहतरीन गेंदबाजी किए थे।
मनोज तिवारी- भारतीय क्रिकेट टीम के दाएं हाथ के बल्लेबाज मनोज तिवारी सबसे अन’लकी क्रिकेटर रहे। बंगाल की तरफ से रणजी क्रिकेट में मनोज तिवारी ने काफी धमाकेदार प्रदर्शन किया। इसके साथ में बंगाल की तरफ से आईपीएल में भी काफी लंबे समय तक क्रिकेट खेले। Manoj Tiwari को साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया के साथ हुए 1 एकदिवसीय सीरीज में डेब्यू करने का मौका मिला। मनोज तिवारी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने में नाका’मयाब रहे जिसके चलते उन्हें दोबारा भारतीय इंटरनेशनल क्रिकेट टीम में खेलने का मौका नहीं मिला। मौजूदा समय में मनोज तिवारी एक क्रिकेट खिलाड़ी से राजनेता बन चुके हैं।
यूसुफ पठान- भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे तेज तर्रार बल्लेबाजों में से एक दाएं हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाज यूसुफ पठान का क्रिकेट कैरियर समाप्त हो चुका है। यूसुफ पठान अपना पहला डेब्यू मुकाबला साल 2007 के t20 विश्व कप में खेले थे। यूसुफ पठान अपना शानदार प्रदर्शन लगातार नहीं कर पाए जिसके चलते उन्हें भारतीय टीम से बाहर होना पड़ा। यूसुफ पठान भारतीय टीम के लिए 57 वनडे मुकाबले खेलते हुए 810 रन और 22 T20 मुकाबला खेलते हुए 236 रन बनाए है।