आईपीएल का शुरुआत साल 2008 में किया गया था। उस समय महेंद्र सिंह धोनी भारतीय टीम के क्रिकेट के वनडे और टी-20 फॉर्मेट के नए नवेले कप्तान बनाए गए थे। साल 2008 में महेंद्र सिंह धोनी वनडे क्रिकेट इतिहास के नंबर वन बल्लेबाज भी बन चुके थे। ऐसे में महेंद्र सिंह धोनी के बल्ले से खूब रन निकल रहा था, और वे अपनी बेहतरीन फॉर्म में थे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महेंद्र सिंह धोनी उस समय एक बहुत बड़े मुकाम पर पहुंच गए थे। पहली बार महेंद्र सिंह धोनी साल 2007 में हुए टी-20 विश्व कप में भारतीय टीम को खिताब जीते दिलाए थे। उस समय टीम की कप्तानी महेंद्र सिंह धोनी ही कर रहे थे। ऐसे में महेंद्र सिंह धोनी के पास आईपीएल के शुरू होने से पहले T20 क्रिकेट और वनडे क्रिकेट का काफी अच्छा अनुभव हो गया था। महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल मैच चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के लिए लगातार 12 सालों तक कप्तानी किए है।
आईपीएल के समाप्त हुए पिछले 14 सीजन में महेंद्र सिंह धोनी अपनी फ्रेंचाइजी टीम चेन्नई सुपर किंग्स कुल 4 बार विजेता बना चुके हैं। साथ में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम कुल 9 बार आईपीएल के फाइनल में पहुंचने का भी कीर्तिमान रच दी है। चेन्नई की टीम को आईपीएल का सबसे सफल टीम बनाने में महेंद्र सिंह धोनी का योगदान बहुत बड़ा रहा है। जब आईपीएल का शुरुआत किया जा रहा था, तब ऑक्शन के दौरान महेंद्र सिंह धोनी को खरीदने के लिए दो टीमें सबसे आगे आई। पहले टीम का नाम मुंबई इंडियंस और दूसरी टीम का नाम चेन्नई सुपर किंग्स है।
लेकिन मुंबई इंडियंस ने अपनी टीम में पहले से ही एक बेहतरीन खिलाड़ी के रूप में सचिन तेंदुलकर को अपनी टीम में शामिल कर लिया था और बाद में ऑक्शन के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने महेंद्र सिंह धोनी को अपनी टीम से जोड़ा। आईपीएल के पहले सीजन से ही महेंद्र सिंह धोनी चेन्नई की टीम के कप्तान बनाए गए। जब आईपीएल 2008 के दौरान नीलामी किया जा रहा था, तो टीम इंडिया के बड़े-बड़े खिलाड़ी जैसे सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, युवराज सिंह, वीरेंद्र सहवाग जैसे बड़े दिग्गज खिलाड़ियों को उनकी होम फ्रेंचाइजी टीम कप्तान के तौर पर अपनी टीम में शामिल की थी।
हालांकी महेंद्र सिंह धोनी भारत के झारखंड राज्य से बिलॉन्ग करते हैं, और आईपीएल में झारखंड की कोई टीम नहीं होने की वजह से उन्हें साउथ इंडियन आर्मी टीम चेन्नई सुपर किंग्स की टीम से जुड़ना पड़ा। चेन्नई सुपर किंग्स की टीम से जुड़ने के बाद महेंद्र सिंह धोनी का प्रदर्शन चेन्नई की टीम के लिए काफी बेहतरीन रहा। जब आईपीएल 2008 का मेगा ऑप्शन चल रहा था, तब अलग-अलग टीम जैसे मुंबई इंडियंस की टीम सचिन तेंदुलकर को, पंजाब किंग्स की टीम युवराज सिंह को, दिल्ली की टीम वीरेंद्र सहवाग को, कोलकाता की टीम सौरव गांगुली को खरीदी थी।
लेकिन उस समय चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के मालिक एन श्रीनिवासन ने महेंद्र सिंह धोनी को अपनी टीम में शामिल किया था। एन श्रीनिवासन एक बयान देते हुए बोले थे कि आईपीएल की सभी फ्रेंचाइजी टीम एक सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को अपनी टीम में शामिल करना चाहती है। ऐसे में मैं महेंद्र महेंद्र सिंह धोनी के ऊपर दाव खेलूंगा। एन श्रीनिवासन ने मेगा ऑक्शन के दौरान महेंद्र सिंह धोनी को खरीदने के लिए अन्य खिलाड़ियों से 10% ज्यादा पैसे का भुगतान कर धौनी को अपनी टीम में शामिल किया था। जब धोनी के ऊपर बिडिंग शुरू हुआ था, तो तो एन श्रीनिवासन पहले बोली अपने तरफ से लगाए थे।
मुंबई इंडियंस की टीम के मालिक मुकेश अंबानी की धोनी को अपनी टीम में शामिल करना चाहते थे और एन श्रीनिवासन और मुकेश अंबानी के बीच धोनी को खरीदने के लिए काफी होड़ लगी थी। लेकिन मुंबई इंडियंस की टीम पहले से ही सचिन तेंदुलकर को अपनी टीम में शामिल कर ली थी। जिसके चलते बाद में उन्हें धोनी को छोड़ना पड़ा, और धोनी अंततः चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में शामिल होकर कप्तान बनाए गए। ऑक्शन के बाद एन श्रीनिवासन बोले कि धोनी को खरीदने के लिए मुंबई इंडियंस और चेन्नई की फ्रेंचाइजी टीम मैनेजमेंट के बीच काफी देर तक हो चली।
लेकिन हमें धोनी को अपनी टीम में शामिल करना था, इसके लिए चाहे मुझे कितना भी पैसा खर्च करना पड़ता मैं धोनी को अपनी टीम में शामिल करता। धोनी भी चेन्नई की टीम में शामिल होने के बाद अपने टीम के मालिक एन श्रीनिवासन को निराश नहीं होने दिए, और पिछले 14 साल के आईपीएल के इतिहास में अपनी टीम को चार बार विजेता बनाए। चेन्नई की टीम को विजेता बनाने के बाद महेंद्र सिंह धोनी एक बड़े ब्रांड के रूप में उभरे और देश और दुनिया में खूब नाम कमाए।