अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई भी टीम जब पहले बल्लेबाजी करते हुए अच्छा स्कोर खड़ा करती है, तो उसमें सलामी बल्लेबाज का योगदान बेहद शानदार रहता है। अगर सलामी बल्लेबाज चाहे तो टीम की जीत और हार तय कर सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के किसी भी मुकाबले को जीतने के लिए सलामी बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद शानदार होना चाहिए। सलामी बल्लेबाज चाहे तो किसी भी टीम के गेंदबाजों की गेंदों पर खूब रन बनाकर विपक्षी टीम को मुकाबले से बाहर कर सकते हैं। दुनिया के कुछ बेहतरीन सलामी बल्लेबाज की जोड़ियां जैसे एडम गिलक्रिस्ट और मैथ्यू हेडन, सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर, हाशिम अमला और ग्रीम स्मिथ के साथ तिलकरत्ने दिलशान और सनथ जयसूर्या जैसे खिलाड़ियों का नाम दुनिया के सबसे बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में सबसे पहले लिया जाता है।
क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में चाहे पहले बल्लेबाजी करना हो या रन चेंज करना हो सलामी बल्लेबाजों का योगदान काफी महत्वपूर्ण होता है। टीम की हार और जीत सलामी बल्लेबाज ही तय कर सकते हैं। अगर सलामी बल्लेबाज पहले बल्लेबाजी या रन चेज करते हुए अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उस मुकाबले को जीतने में ज्यादा कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ता है। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के ऐसे तीन भारतीय सलामी बल्लेबाजों की जोड़ियों के बारे में बताएंगे, जो सलामी बल्लेबाजी करते हुए सबसे ज्यादा रन बनाए है।
वीरेंद्र सहवाग और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर- बतौर सलामी बल्लेबाज भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल सलामी जोड़ियों के नाम सहवाग और सचिन का तीसरे नंबर पर शामिल है। इन दोनों खिलाड़ियों ने जब सलामी बल्लेबाज का कमान संभाला सौरव गांगुली सलामी बल्लेबाजी की जिम्मेदारी छोड़कर तीसरा नंबर पर बल्लेबाजी करने लगे। इन दोनों खिलाड़ियों के सलामी बल्लेबाज बनने के पहले भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली थे। लेकिन जब से इन दोनों खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन शुरू किया तो सौरव गांगुली ने अपने आपको बैक किया।
सौरव गांगुली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की टीम के लिए तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने लगे। वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में साल 2002 से लेकर सन 2012 तक कुल 93 पारियों में मिलाकर 3919 रन बनाया। इस दौरान इन दोनों खिलाड़ियों का बल्लेबाजी औसत 42 का रहा। इन दोनों खिलाड़ियों के बल्लेबाजी से ही यह अंदाजा लगाया जा सकता है, कि ये किस तरीके से बल्लेबाजी करते थे। इन दोनों खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन करने के चलते विपक्षी टीम के गेंदबाज सहमे रहते थे। खास तौर पर वीरेंद्र सहवाग के सामने कोई भी गेंदबाज गेंदबाजी नहीं करना चाहता था।
शिखर धवन और हिटमैन रोहित शर्मा- भारतीय क्रिकेट इतिहास के दूसरे सबसे सफल सलामी बल्लेबाजों की सूची में शिखर धवन और रोहित शर्मा का नाम दूसरे नंबर पर शामिल है। मौजूदा समय में भी रोहित शर्मा और शिखर धवन भारतीय टीम के लिए वनडे क्रिकेट में सलामी बल्लेबाजी का जिम्मा निभाते हैं। Virendra Sehwag और गौतम गंभीर के संन्यास लेने के बाद यह दोनों खिलाड़ी भारतीय टीम के लिए क्रिकेट के दोनों फॉर्मेट में रेगुलर सलामी बल्लेबाजी किए हैं। पिछले 10 सालों से इन दोनों खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खूब नाम कमाया है।
शिखर धवन और रोहित शर्मा एक साथ सलामी बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम के लिए अब तक 110 वनडे मुकाबले खेलते हुए 4978 रन बनाए हैं। इस दौरान इन दोनों बल्लेबाजों की बल्लेबाजी औसत 45.66 की रही है। इन दोनों बल्लेबाजों ने अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए कुल 17 शतक और 15 अर्धशतकीय सलामी बल्लेबाजी की साझेदारीयां किए है। इन दोनों बल्लेबाजों ने बल्लेबाजी करते हुए विपक्षी टीम के क्षेत्ररक्षण को काफी परेशान किया है। क्योंकि एक खिलाड़ी बाएं हाथ का और एक खिलाड़ी दाएं हाथ का बल्लेबाज है।
सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर- भारतीय टीम के सबसे सफल सलामी बल्लेबाजों का नाम वनडे क्रिकेट में सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर है। इन दोनों खिलाड़ियों ने कुल 11 सालों तक भारतीय टीम के लिए लगातार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सलामी बल्लेबाजी का जिम्मेवारी निभाया है। साल 1996 से 2007 तक इन दोनों खिलाड़ियों ने भारतीय वनडे क्रिकेट टीम के लिए कुल 136 मुकाबलों में सलामी बल्लेबाजी करते हुए कुल 6609 रन बनाया। इस दौरान इन दोनो खिलाड़ियों ने सलामी बल्लेबाजी करते हुए, कुल 21 शतकीय और 23 अर्धशतकीय साझेदारियां की है।