अगर किसी खिलाड़ी के पास हुनर रहता है, तो उस हुनर का कदर जब वह अपने देश का प्रतिनिधित्व खेल के किसी भी फॉर्मेट में अपनी दिखाता है, तभी जाकर उस खिलाड़ी का पहुनर निखरता है। कई बार ऐसा देखा गया है, कि जब कोई खिलाड़ी घरेलू सरजमीं पर अच्छा प्रदर्शन करता है, तो वह उस खिलाड़ी की जगह सगे संबंधियों कि खिलाड़ियों को ज्यादा तवज्जो दिया जाता है। हमारे कहने का साफ मतलब है, कि खेल के किसी भी फॉर्मेट में पॉलिटिक्स कूट-कूट कर भरी है। लेकिन अगर एक खिलाड़ी के रूप में देखा जाए तो ऐसा नहीं होना चाहिए। क्योंकि खेल में जिसके पास हुनर है, उसका कदर होना चाहिए। इस लेख के माध्यम से हम आपको कुछ खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जिनके पास बेहतरीन हुनर होने के बावजूद भी उन्हें अपने टीम के लिए ज्यादा मौके नहीं मिल पाए।
आज इस खबर के माध्यम से हम आपको ऐसे 6 भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जिनके पास क्रिकेट खेलने की काफी अच्छी हुनर थी, लेकिन राजनीति के चलते उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा।
परवेज रसूल- भारत के जम्मू कश्मीर शहर के बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ी परवेज रसूल को साल 2014 में भारतीय इंटरनेशनल क्रिकेट टीम में बतौर वनडे खिलाड़ी अपना डेब्यू मुकाबला खेलने का मौका मिला था। अपने पहले मुकाबले के दौरान प्रवेश रसूल 10 ओवर में 60 रन देकर दो विकेट चटकाए थे। उसके बाद 3 साल के बाद साल 2017 में प्रवेश और स्कूल को दोबारा भारतीय टीम ने टी20 मुकाबले खेलने का मौका मिला। उस मुकाबले में प्रवेश रसूल बल्ले से 5 रन और 4 ओवर की गेंदबाजी करते हुए 32 रन देकर 1 विकेट चटकाए थे। इसके बाद परवेज रसूल का दोबारा भारतीय टीम में कभी भी खेलने को मौका नहीं मिला और उनका क्रिकेट कैरियर समाप्त हो गया।
सौरभ तिवारी- भारतीय क्रिकेट टीम के बाएं हाथ के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक सौरभ तिवारी को आईपीएल में उनकी फ्रेंचाइजी टीम मुंबई इंडियंस के लिए शानदार प्रदर्शन करने के बाद भारत इंटरनेशनल क्रिकेट टीम में शामिल किया गया। ऐसे में सौरभ तिवारी ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ टीम में शामिल किया गया, लेकिन उन्हें कोई भी मुकाबला खेलने को ना हो मौका नहीं मिला। उसके बाद न्यूजीलैंड की टीम के खिलाफ उन्हें एक वनडे मुकाबले खेलने का मौका मिला और 37 रन बनाकर वह आउट हुए थे। सौरभ तिवारी का भी क्रिकेट कैरियर राजनीति की वजह से समाप्त हो गया।
ऋषि धवन- भारतीय क्रिकेट टीम के दाएं हाथ के ऑलराउंडर खिलाड़ी ऋषि धवन को घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने के चलते, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के खिलाफ अपना डेब्यू मुकाबला खेलने का मौका मिला था। Rishi Dhawan भारतीय टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तीन वनडे मुकाबले खेलते हुए मात्र 1 विकेट चटका पाए। कुल मिलाकर ऋषि धवन का प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा लेकिन एक बेहतरीन खिलाड़ी होने के नाते उन्हें दोबारा भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया।
राहुल शर्मा- भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दाएं हाथ के बेहतरीन लेग स्पिन गुगली गेंदबाज राहुल शर्मा को सन 2011 के आईपीएल के दौरान बेहतरीन प्रदर्शन करने के चलते भारत इंटरनेशनल क्रिकेट टीम में शामिल किया गया था। राहुल शर्मा वेस्टइंडीज की टीम के खिलाफ अपना पहला वनडे मुकाबला खेले थे। राहुल शर्मा भारतीय टीम के लिए 4 वनडे मुकाबले खेलते हुए 6 विकेट 2020 में 2 मुकाबले खेलते हुए 3 विकेट चटकाए थे। साल 2014 के बाद राहुल शर्मा दोबारा क्रिकेट नहीं खेल पाए और उनका क्रिकेट कैरियर हुई राजनीति की वजह से समाप्त हो गया।
गुरकीरत सिंह मान- भारतीय टीम के खिलाड़ी गुरकीरत सिंह महान को साल 2016 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे के दौरान अपने पहला दिल्ली मुकाबला खेलने का मौका मिला था। तीन मुकाबले खेलने के बाद गुरकीरत सिंह मान भारतीय टीम के लिए मात्र 13 रन ही बना पाए। वहीं गेंदबाजी करते हुए गुरकीरत सिंह मान एक चिड़ी के चक्कर नहीं चटका पाए। उसके बाद गुरकीरत सिंह मांग को दोबारा भारतीय इंटरनेशनल क्रिकेट टीम में कभी भी शामिल नहीं किया गया और उनका क्रिकेट कैरियर खत्म हो गया।
आर विनय कुमार- भारतीय घरेलू क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी विनय कुमार का क्रिकेट कैरियर काफी उतार-चढ़ाव से भरा रहा। विनय कुमार घरेलू क्रिकेट में कर्नाटका की टीम की कप्तानी करते हुए कई बार टीम को विजेता बनाए है। विनय कुमार भारतीय टीम के लिए क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में अपना देवी मुकाबला खेल चुके हैं, लेकिन विनय कुमार ज्यादा दिनों तक भारतीय टीम में क्रिकेट नहीं खेल पाए। विनय कुमार भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम में एक मुकाबला वनडे क्रिकेट टीम के लिए कब 30 मुकाबले व T20 क्रिकेट टीम के लिए 3 मुकाबले खेले हैं। एक बेहतरीन गेंदबाज होने के बावजूद भी विनय कुमार का क्रिकेट कैरियर राजनीति की वजह से खत्म हो गया।