भारतीय क्रिकेट टीम और दुनिया के सबसे विस्फोटक सलामी बल्लेबाजों में से एक पूर्व खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग अपने जमाने के नंबर वन सलामी बल्लेबाज रह चुके हैं। मौजूदा समय में वीरेंद्र सहवाग और क्रिकेट एक्सपर्ट काम कर रहे हैं। हाल ही में वीरेंद्र सहवाग से जब मीडिया कर्मी भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन कप्तान के बारे में पूछा, तो वीरेंद्र सहवाग ने सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी में तुलना करते हुए एक बहुत ही चौंकाने वाला बयान दिया है। वीरेंद्र सहवाग अपने बयान के दौरान दोनों कप्तानों को सर्वश्रेष्ठ कप्तान बताया लेकिन इन दोनों खिलाड़ियों की कप्तानी के बारे में तुलना करते हुए सौरव गांगुली को सबसे बेहतरीन कप्तान के रूप में चयन किया है। वीरेंद्र सहवाग इन दोनों खिलाड़ियों की कप्तानी में काफी लंबे समय तक क्रिकेट खेल चुके हैं। ऐसे में वीरेंद्र सहवाग ने अपने बयान में सर्वश्रेष्ठ कप्तान चुनने के साथ-साथ इन दोनों खिलाड़ियों के आंकड़ों का भी जिक्र किया।
आंकड़ों के अनुसार वीरेंद्र सहवाग ने महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय क्रिकेट इतिहास का सर्वश्रेष्ठ कप्तान करार दिया है। लेकिन टीम को अच्छे से चलाने के रूप में वीरेंद्र सहवाग ने सौरव गांगुली को अपना फेवरेट कप्तान चुना है। वीरेंद्र सहवाग अपने क्रिकेट कैरियर की शुरुआत सौरव गांगुली की कप्तानी में किए थे। सहवाग धोनी की कप्तानी में लंबे समय तक क्रिकेट खेले है। वीरेंद्र सहवाग अपने बयान में सौरव गांगुली का खूब तारीफ़ करते हुए बोले कि, सौरव गांगुली अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को काफी अच्छे तरीके से बचाएं।
गांगुली अपनी कप्तानी के दौरान टीम में एक से बढ़कर एक टैलेंटेड खिलाड़ियों को चयन किए। सौरव गांगुली के ही बदौलत भारतीय टीम के खिलाड़ी आज के समय में निडर होकर क्रिकेट खेल पाती है। गांगुली की कप्तानी में हम लोग 2003 के वनडे विश्व कप के फाइनल तक का सफर तय किए थे। लेकिन फाइनल मुकाबला हम लोग हार गए। गांगुली की कप्तानी में हम लोग साल 2002 का आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीते थे। ऐसे नहीं मेरी नजर में सौरव गांगुली मेरे क्रिकेट कैरियर के हीरो और सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक रहे हैं।
सहवाग अपने बयान में आगे महेंद्र सिंह धोनी का भी तारीफ करते हुए बोले कि, महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम सबसे ज्यादा मुकाबले जीती है। धोनी के कप्तानी के शुरुआती दिनों में भारतीय टीम के पास एक से बढ़कर एक एक्सपीरियंस खिलाड़ी मौजूद थे। इन्हीं एक्सपीरियंस खिलाड़ियों की बदौलत धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम एक अलग तरीके से निखरी। जब महेंद्र सिंह धोनी को कप्तानी का अच्छा अनुभव हुआ तो उन्होंने भी भारतीय टीम के लिए एक से बढ़कर एक खिलाड़ियों का चयन किया।
मेरी नजर में कप्तान के रूप में दोनों खिलाड़ी महान है, लेकिन टीम को बयां करने के रूप में सौरव गांगुली का पलड़ा काफी भारी है। मैंने धोनी की कप्तानी से ज्यादा सौरव गांगुली की कप्तानी में क्रिकेट खेलना पसंद किया। महेंद्र सिंह धोनी जब टीम इंडिया का कप्तान बने तब काफी भाग्यशाली साबित हुए, क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी को गांगुली की कप्तानी छोड़ने के बाद वही टीम मिली और वे सभी खिलाड़ी काफी लंबे समय तक भारतीय टीम के लिए अच्छा क्रिकेट खेल रहे थे। गांगुली के जैसा ही काम महेंद्र सिंह धोनी ने भी टीम बनाकर विराट कोहली के लिए दिया था।