37 वर्षीय छोटे कद के बल्लेबाज रिद्धिमान साहा का क्रिकेट कैरियर अब लगभग समाप्त हो चुका है। हाल ही में समाप्त हुए श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान रिद्धिमान साहा का चयन भारतीय टीम के चयनकर्ताओं ने नहीं किया था। रिद्धिमान साहा की जगह भारतीय टीम के चयनकर्ता बैकअप विकेटकीपर के रूप में कर्नाटका के बल्लेबाज को टीम में शामिल किए थे। वही परमानेंट विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में टीम के चयनकर्ता ऋषभ पंत को टीम में शामिल किए थे। Wriddhiman Saha का टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन बतौर बल्लेबाज बेहद खराब रहा है। इसे मद्देनजर रखते हुए भारतीय टीम के चयनकर्ता पिछले काफी लंबे समय से ढूंढ रहे थे।
ऐसे में ऋषभ पंत के रूप में भारतीय टीम को क्रिकेट के तीनों प्रारूप के लिए बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाज मिल चुका है। ऋषभ पंत एक ऐसे खिलाड़ी है जो अकेले दम पर क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में मुकाबले का रुख पलट सकते हैं। Rishabh Pant विस्तार विकेटकीपिंग के साथ-साथ बेहतरीन बल्लेबाजी करने में सक्षम है। जिसके चलते भारतीय टीम के चयनकर्ता ज्यादा से ज्यादा से मौका पंत को दे रहे है। महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास लेने के बाद रिद्धिमान साहा को भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम का परमानेंट विकेटकीपर बल्लेबाज चुना गया था।
लेकिन पिछले चार-पांच सालों में बतौर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा का प्रदर्शन सम्मानजनक नहीं रह पाया है, जिसके चलते उन्हें टीम से बाहर होना पड़ रहा है। क्रिकेट के कई बड़े दिग्गज क्रिकेट एक्सपर्ट यह कह चुके हैं, कि रिद्धिमान साहा को अब संन्यास का घोषणा कर देना चाहिए। एक स्पोर्ट्स के द्वारा उठाए गए इस सवाल का जवाब देते हुए रिद्धिमान साहा ने पलटवार किया और बोला कि मैं अभी दो-तीन साल तक अच्छा क्रिकेट खेल सकता हूं। मुझमें काफी क्रिकेट बाकी है।
यहां तक की रिद्धिमान साहा का भारतीय टीम के नए कोच राहुल द्रविड़ से भी तीखी बहस हो चुकी है। रिद्धिमान साहा ने भारतीय टीम के क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट के कोच राहुल द्रविड़ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रिद्धिमान साहा ने राहुल द्रविड़ को लेकर मीडिया के सामने यह बयान दिया कि भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ के साथ बीसीसीआई ने यह साफ कर दिया है, कि मेरे सेलेक्शन को लेकर कोई बातचीत नहीं किया जाएगा। भारतीय टीम मैनेजमेंट ने रिद्धिमान साहा से यह साफ कह दिया है, कि तुम अब संयास ले लो तुम्हारे फ्यूचर क्रिकेट के लिए अब कोई बातचीत नहीं किया जाएगा।
रिद्धिमान साहा अपने बयान में आगे बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली और भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ पर निशाना साधते हुए बोले कि जब मुझसे यह बात कही गई थी, तब मैं भारतीय टीम का हिस्सा था। और मैंने यह बात मीडिया के सामने प्रस्तुत नहीं किया था जब मुझे टीम से बाहर किया गया, तब मैं मीडिया के सामने खुलकर अपना प्रस्ताव रखना चाहा। मैंने भारत इंटरनेशनल टीम के लिए क्रिकेट खेलने के लिए रणजी ट्रॉफी से ही अपना नाम वापस ले लिया था।
रिद्धिमान साहा के द्वारा दिए गए इस बयान का जवाब देते हुए भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ भी यह साफ कर चुके हैं, कि रिद्धिमान साहा की बढ़ती उम्र और उनके खराब प्रदर्शन के चलते उन्हें दोबारा टीम में शामिल नहीं किया जा सकता। रिद्धिमान साहा को अपने क्रिकेट कैरियर को अब विराम देना चाहिए। मैं और भारतीय टीम के चयनकर्ता सहा की जगह नौजवान और यंग विकेटकीपर बल्लेबाजों का तलाश कर रहे हैं। टीम को एक परमानेंट विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में ऋषभ पंत मिल चुके हैं। ऐसे मे रिद्धिमान साहा को अब दुबारा टीम में शामिल होने के लिए नहीं सोचना चाहिए।
बात अगर रिद्धिमान साहा के क्रिकेट कैरियर का किया जाए तो रिद्धिमान साहा टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए 40 मुकाबले खेलते हुए 1353 रन बनाए हैं। एक टेस्ट क्रिकेट का बल्लेबाज होने के नाते रिद्धिमान साहा का प्रदर्शन बेहद खराब है। वनडे क्रिकेट टीम के लिए भी रिद्धिमान साहा 9 मुकाबले खेलते हुए 41 रन बनाए हैं। अब यह देखना बहुत ही दिलचस्प होगा कि रिद्धिमान साहा दोबारा भारतीय टीम में शामिल होने के लिए जी तोड़ मेहनत करते हैं, या अपने क्रिकेट करियर को विराम देते हैं।