मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट टीम के तीनों फॉर्मेट के कप्तान दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा है। विराट कोहली की कप्तानी छोड़ने के बाद भारतीय टीम के रेगुलर कप्तान रोहित शर्मा को बनाया गया है। रोहित शर्मा की मौजूदा उम्र 34 वर्ष हो चुकी है। पिछले 10 वर्षों से रोहित शर्मा लगातार भारतीय टीम की सलामी बल्लेबाज का भूमिका निभा रहे है। ऐसे में बतौर सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा का प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। लेकिन रोहित शर्मा की बढ़ती उम्र और खराब फिटनेस के चलते भारतीय टीम के चयनकर्ता उनकी जगह नए- नए नौजवान सलामी बल्लेबाजों को जगह देने के लिए सोच रहे हैं। ऐसे में कुछ सलामी बल्लेबाजों को सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम में शामिल भी किया जा रहा है।
रोहित शर्मा पहली बार भारतीय टीम में साल 2007 में शामिल किए गए थे। रोहित शर्मा अपने क्रिकेट कैरियर के शुरुआती दिनों में मध्यक्रम के बल्लेबाज और एक स्पिन गेंदबाज थे। लेकिन जब भारतीय टीम का कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को बनाया गया तो धोनी ने रोहित शर्मा को बतौर सलामी बल्लेबाज मौका दिया। रोहित शर्मा अपने कप्तान के भरोसे पर पूरा खड़े उतरे और काफी लंबे समय से भारतीय टीम की सलामी बल्लेबाजी की बागडोर संभाल रहे हैं। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको ऐसे चार नौजवान सलामी बल्लेबाजों के नाम बताएंगे, जो रोहित की जगह भारतीय टीम के रेगुलर ओपनर बल्लेबाज बन सकते हैं।
ईशान किशन- भारतीय अंडर-19 विश्व कप के पूर्व कप्तान और मौजूदा भारतीय T20 क्रिकेट टीम के रेगुलर सलामी बल्लेबाज इशान किशन का फॉर्म पिछले कुछ समय से बेहद शानदार चल रहा है। ईशान किसान एक सलामी बल्लेबाज होने के साथ-साथ विकेटकीपिंग की भूमिका निभाते हैं। वे एक बहुत ही आक्रमक बल्लेबाज है। ऐसे में ईशान किशन कई मौकों पर रोहित शर्मा के साथ सलामी बल्लेबाजी की भूमिका भी निभा चुके हैं। भारतीय टीम के चयनकर्ता पिछले कुछ समय से ईशान किशन को कई मौके दे रहे हैं। ऐसे में ईशान किशन का प्रदर्शन अगर अच्छा रहता है, तो वे जल्द ही भारतीय टीम के रेगुलर ओपनर बल्लेबाज बन सकते हैं।
संजू सैमसन- 27 वर्षीय दाएं हाथ के लंबे कद के बेहतरीन ताबड़तोड़ बल्लेबाज संजू सैमसन भी भारतीय टीम की सलामी बल्लेबाजी की भूमिका निभाते नजर आ सकते हैं। संजू सैमसन को भी भारतीय टीम का चयनकर्ता पिछले लंबे समय से टी-20 क्रिकेट में बतौर सलामी बल्लेबाज मौके दे रहे है। Sanju Samson आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की टीम की कप्तानी भी कर रहे हैं। ऐसे में उनके पास घरेलू क्रिकेट का काफी अच्छा अनुभव है। लेकिन जब भी उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया जाता है, उनका प्रदर्शन शानदार नहीं रह पाता। ऐसे में अगर वे अपना शानदार प्रदर्शन करते हैं, तो वे भारतीय टीम के रेगुलर सलामी बल्लेबाज बन सकते हैं।
ऋतुराज गायकवाड- सन 2020 के आईपीएल में ऋतुराज गायकवाड को महेंद्र सिंह धोनी अपनी टीम में बतौर सलामी बल्लेबाज शामिल किए थे। लंबे कद के महाराष्ट्र के सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड का प्रदर्शन घरेलू क्रिकेट में बेहद शानदार रहा। ऋतुराज गायकवाड ने आईपीएल में साल 2021 में खेले गए 16 मुकाबले खेलते हुए 636 रन बनाए थे। साथ ही अपनी टीम को ट्रॉफी भी जीत दिलाए थे। सन 2021 में समाप्त हुआ विजय हजारे ट्रॉफी के दौरान भी गायकवाड का प्रदर्शन सराहनीय रहा था। ऐसे में भारतीय टीम के चयनकर्ता ऋतुराज गायकवाड को टी-20 क्रिकेट में मौके भी दे चुके हैं। लेकिन ऋतुराज गायकवाड का प्रदर्शन मन मुताबिक नहीं रहा था, अगर वें अपना शानदार प्रदर्शन करने में कामयाब रहते हैं, तो जल्द ही भारतीय टीम के परमानेंट सलामी बल्लेबाज बन सकते हैं।
पृथ्वी शा- भारतीय क्रिकेट टीम के नए वीरेंद्र सहवाग कहे जाने वाले नन्हे कद के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ की बल्लेबाजी शैली काफी तेज तर्रार है। पृथ्वी शॉ आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की टीम के लिए सलामी बल्लेबाजी करते हैं। ऐसे में उनकी बल्लेबाजी शैली काफी आक्रामक है। पृथ्वी शॉ भारतीय क्रिकेट टीम के क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में डेब्यू कर चुके हैं। लेकिन उनकी खराब प्रदर्शन के चलते, उन्हें लगातार मौके नहीं मिले। अगर पृथ्वी शॉ लगातार घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते हैं, तो वें जल्द ही भारतीय टीम के प्रमुख सलामी बल्लेबाज बन सकते हैं।
इन खिलाड़ियों के अलावा कुछ अन्य खिलाड़ी भी भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज बनने की कतार में शामिल है। अब यह चयनकर्ताओं पर निर्भर करेगा कि चयनकर्ता किस खिलाड़ी पर भरोसा करते हैं, और किस खिलाड़ी को कितना मौका देते हैं। इन सभी खिलाड़ियों में से जो भी खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा उस खिलाड़ी को भारतीय टीम के चयनकर्ता रेगुलर ओपनर तौर पर टीम में शामिल कर उसे लंबी रेस का घोड़ा बनाएंगे। इन खिलाड़ियों का भविष्य टीम के चयनकर्ता और इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर निर्भर करता है।