अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में T20 का चलन बीसवीं शताब्दी में शुरू हुआ। क्रिकेट का सबसे छोटा फॉर्मेट T20 क्रिकेट ही माना जाता है। T20 क्रिकेट का पहला मुकाबला साल 2004 में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड की महिला क्रिकेट टीम द्वारा खेला गया था। वहीं पुरुष क्रिकेट टीम द्वारा साल 2005 में फरवरी महीने में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीम पहली बार T20 क्रिकेट खेली थी। लगभग 17 सालों के T20 क्रिकेट के इतिहास में मौजूदा समय में दुनिया भर में सबसे ज्यादा T20 क्रिकेट खेला जा रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है, कि T20 क्रिकेट का एक मुकाबला 4 से 5 घंटे में खत्म हो जाता है, और खिलाड़ियों को ज्यादा थकान भी नहीं होती। साथ ही दर्शकों को T20 क्रिकेट में काफी मनोरंजन होने का भी मौका मिलता है।
भारतीय टीम T20 क्रिकेट की सबसे सफल टीमों में से एक रही है। साल 2004 से लेकर साल 2021 तक T20 क्रिकेट का वर्ल्ड कप 7 बार खेला जा चुका है। इस दौरान भारतीय टीम साल 2007 में पहली बार t20 विश्व कप का खिताब जीती थी। वहीं पाकिस्तानी टीम एक बार, वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम दो बार, इंग्लैंड के टीम एक बार, श्रीलंका की टीम एक बार और ऑस्ट्रेलियाई टीम एक बार T20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतने में सक्षम रही है। खास तौर पर T20 क्रिकेट की शुरुआत होने के बाद भारत में होने वाले आईपीएल की वजह से T20 क्रिकेट का डिमांड सबसे ज्यादा बढ़ा हुआ है।
भारतीय टीम में अभी भी कुछ ऐसे खिलाड़ी मौजूद है जो साल 2007 के t20 विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा थे। आज इस न्यूज़ आर्टिकल के माध्यम से हम आपको ऐसे भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जिनकी प्लेइंग इलेवन मौजूदा समय की सबसे बेहतरीन T20 प्लेइंग इलेवन मानी जाएगी। साल 2007 की भारतीय T20 टीम का मात्र एक खिलाड़ी रोहित शर्मा जो मौजूदा समय में T20 टीम का कप्तान है, वही खिलाड़ी इस सूची में मौजूद है।
बात अगर सलामी बल्लेबाजों की किया जाए तो भारतीय वनडे और टी-20 टीम के कप्तान रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी इस टीम की सबसे बेहतरीन सलामी जोड़ी मानी जाएगी। वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर के संन्यास लेने के बाद यह दोनों खिलाड़ी ही, काफी लंबे समय से भारतीय सलामी बल्लेबाजी की बागडोर संभाले हुए हैं। मध्यक्रम में बल्लेबाजी के लिए पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली के साथ पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी युवराज सिंह की जोड़ी का चयन किया गया है। युवराज सिंह गेंदबाजी के साथ-साथ बेहतरीन बल्लेबाजी करने में सक्षम है।
इस टीम की कप्तानी का जिम्मा भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में होगी। वे टीम की कप्तानी के साथ-साथ विकेटकीपिंग का भी जिम्मा निभाएंगे। इस टीम में ऑलराउंडर खिलाड़ी के रूप में 2 खिलाड़ियों का चयन किया गया है, पहले ओलंपिक खिलाड़ी के रूप में बाएं हाथ के खिलाड़ी सुरेश रैना और दूसरे ऑलराउंडर खिलाड़ी के रूप में हार्दिक पांड्या टीम में शामिल किए गए हैं। इस नंबर वन टी-20 टीम के लिए दो बेहतरीन स्पिन गेंदबाजों का भी चयन किया गया है।
पहले स्पिन गेंदबाज के रूप में भारतीय टीम के मौजूदा समय के सबसे बेहतरीन स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन हैं लेकिन गेंदबाज रविचंद्रन की जोड़ी कमाल करेगी। साथी टीम में तेज गेंदबाज के रूप में फर्स्ट चॉइस की स्विंग गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और दूसरे तेज गेंदबाज के रूप में जसप्रीत बुमराह का नाम सबसे ऊपर लिया जा रहा है। इन दोनों के साथ तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में टीम मैनेजमेंट हार्दिक पांड्या को जगह दी है। ओवरऑल इस टीम को देखा जाए, तो यह टीम काफी धाकड़ दिख रही है।
भारतीय इंटरनेशनल T20 टीम अब तक पिछले 17 सालों में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 153 T20 मुकाबला खेल चुकी है। इस दौरान भारतीय टीम मैनेजमेंट को 95 मुकाबलों में जीत और 51 मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है। वही तीन मुकाबले ड्रॉ पर समाप्त हुए हैं। आंकड़ों से यह अंदाज़ा लगाया जा सकता है, कि भारतीय टीम T20 क्रिकेट की कितनी मजबूत टीम है। इस दौरान भारतीय टीम एक बार T20 का वर्ल्ड कप जीत पाई है, वहीं टीम को एक बार फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है।