वैसे टीम इंडिया के लगभग सभी क्रिकेटर पढ़े लिखे हैं। लेकिन उनमें से कुछ क्रिकेटर इतने ज्यादा पढ़े लिखे हैं, कि अपनी डिग्री के बदौलत वर्ल्डस्पेस कंपनी NASA में भी नौकरी कर सकते हैं। भारतीय क्रिकेट में हर एक साल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड कुछ नए खिलाड़ियों को अपनी किस्मत आजमाने का मौका देती है। उनमें से कुछ खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, महेंद्र सिंह धोनी और गांगुली के जैसे पूरी दुनिया में छा जाते हैं।
कुछ ऐसे खिलाड़ियों को भी मौका मिलता है जिनका दो तीन मुकाबलों के बाद उनका पूरा कैरियर ही खत्म जाता है। वैसे क्रिकेट में बहुत सारे खिलाड़ी पढ़ाई-लिखाई में ज्यादा समय नहीं दे पाते है, लेकिन खेल के मैदान में अपना पूरा समय व्यतीत करते हैं। लेकिन साथ ही कुछ खिलाड़ी पढ़ाई-लिखाई में अच्छे होने के साथ-साथ अपने निजी लाइफ में भी काफी अच्छा काम कर जाते हैं। आज इस आर्टिकल में हम आपको भारतीय टीम के सबसे बड़े क्रिकेटर का नाम बताएंगे जिनके पास बहुत सारी डिग्रियां है।
अविष्कार साल्वी ने भारतीय टीम की तरफ से अपना पहला मुकाबला बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। अपनी तेज गेंदबाजी के लिए जाने जाने वाले अविष्कार साल्वी ने भारत की तरफ से केवल 4 वनडे मुकाबले ही खेल सके और चोट के कारण उनका पूरा कैरियर खत्म हो गया। साल्वे को आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम में भी शामिल किया गया था।
पढ़ाई लिखाई में तेज होने के बावजूद साल्वे ने क्रिकेट में अपना को कैरियर चुने। मुंबई में जन्मे साल्वे ने पीएचडी की पढ़ाई पूरी की है। वे अपनी पढ़ाई के बदौलत ऐसी डिग्रियां हासिल किए हैं। उन डिग्रियों के कारण वे हमेशा चर्चा में रहते हैं कि एक क्रिकेटर के तौर पर भी इतनी सारी डिग्रियां कैसे हासिल कर लिए। एस्ट्रोफिजिक्स से पीएचडी करने वाले साल्वे अपनी डिग्री की बदौलत ISRO या NASA जैसी बड़ी स्पेस रिसर्च कंपनियों में आसानी से जॉब कर सकते हैं।