क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसमें अगर किसी खिलाड़ी काम मन लग गया तो वह कोई दूसरा काम नहीं कर सकता। क्रिकेट के साथ-साथ पढ़ाई भी बहुत जरूरी है। वर्ल्ड के बहुत सारे ऐसे खिलाड़ी है, जिन्होंने एक क्रिकेट खेलने के लिए ज्यादा पढ़ाई नहीं की। लेकिन वे खेल के मैदान पर अन्य खिलाड़ियों की तुलना में नंबर वन है। इन खिलाड़ियों के लिए क्रिकेट खेलना फर्स्ट प्रायोरिटी ही बन गया।
आज इस खबर के माध्यम से हम आपको ऐसे पांच भारतीय खिलाड़ियों के नाम बताएंगे जो क्रिकेट खेलने के लिए कभी कॉलेज नहीं जा पाए।
विराट कोहली (Virat Kohli)- भारतीय कप्तान विराट कोहली मात्र 12वीं कक्षा तक पढ़े हुए हैं। कोहली अपनी पढ़ाई से ज्यादा क्रिकेट पर ध्यान देना चाहते थे और वें वही किए। कोहली मौजूदा समय के दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं। विराट कोहली ने अपना पूरा ध्यान पढ़ाई से ज्यादा क्रिकेट पर लगाया और सफलता का परचम भी लहराया। आज देश और दुनिया के लगभग सभी क्रिकेट प्रेमी विराट कोहली का नाम जानते हैं।
रोहित शर्मा (Rohit Sharma)- भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा आज देश और दुनिया में हिटमैन के नाम से प्रसिद्ध है। लंबे-लंबे छक्के और लंबी-लंबी पारियां खेलने वाले रोहित शर्मा पढ़ाई के मामले में एकदम जीरो है लेकिन क्रिकेट के मैदान पर वे सब के हीरो हैं। रोहित शर्मा ने दसवीं क्लास की पढ़ाई करने के बाद अपना सारा ध्यान क्रिकेट पर लगाया। रोहित शर्मा एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने वनडे क्रिकेट में तीन बार दोहरी शतकीय पारी खेले हैं।
युवराज सिंह (Yuvraj Singh)- पूर्व भारतीय ऑलराउंडर खिलाड़ी युवराज सिंह को बचपन से ही खेलकूद में ज्यादा मन लगता था। युवराज सिंह मात्र 12वीं कक्षा तक पढ़ाई किए हैं। 12वीं की पढ़ाई के बाद युवराज सिंह अपना सारा ध्यान क्रिकेट खेलने पर लगाए। युवराज सिंह भारतीय टीम के मध्यक्रम के सबसे मजबूत बल्लेबाजों में से एक थे। युवराज सिंह T20 क्रिकेट में स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में छह गेंदों पर लगातार छह छक्के लगा चुके हैं। युवराज सिंह अपनी दमदार ऑलराउंडर प्रदर्शन के बदौलत भारतीय टीम को साल 2011 के वर्ल्डकप खिताब जिताने में महत्वपूर्ण किरदार निभाए थे।
सुरेश रैना (Suresh Raina)- उत्तर प्रदेश का यह खिलाड़ी और पूर्व भारतीय बाएं हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना मात्र दसवीं कक्षा तक पढ़ाई किए है। सुरेश रैना भी युवराज सिंह की तरह बचपन से ही खेलकूद में ज्यादा रुचि रखते थे और दसवीं कक्षा की पढ़ाई खत्म करने के बाद अपना पूरा समय क्रिकेट खेलने में देने लगे।
सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar)- क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले पूर्व भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भी पढ़ाई के मामले में कुछ खास नहीं थे। सचिन मात्र 12वीं कक्षा तक पढ़ाई किए हैं। अपनी 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने के बाद सचिन अपना पूरा समय क्रिकेट में व्यतीत करने लगे और वे दुनिया के महान बल्लेबाज बन गए। सचिन तेंदुलकर क्रिकेट के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाए हैं। उन्होंने अपना पूरा जीवन क्रिकेट खेलने में समर्पित कर दिया हैं।