अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऐसा कई बार देखा गया है, कि खिलाड़ी अपने सामने वाले खिलाड़ियों के लिए अपना विकेट या शतकीय पारी का बलिदान कर देते हैं। कई मौकों पर खिलाड़ी खुद रन आउट होकर सामने वाले खिलाड़ियों का विकेट बचाते हैं। कई मौकों पर यह देखा गया है, कि खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करने के बाद जब मैन ऑफ द मैच का खिताब हासिल करते हैं, तो अपने से जूनियर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिए उन्हें “मैन ऑफ द” मैच का खिताब दे देते हैं। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैसे 4 खिलाड़ियों के नाम बताएंगे, जो अपने सामने वाले खिलाड़ियों के लिए खुद का ब’लिदान किए। इस सूची में 3 भारतीय खिलाड़ियों का नाम शामिल है।
रॉबिन उथप्पा- भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी रोबिन उथप्पा को काफी लंबे अरसे के बाद साल 2014 में अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में मौका मिला था। ऐसे में भारत और श्रीलंका की टीम के खिलाफ एक मुकाबला चल रहा था। इस मुकाबले में रोहित शर्मा ने दोहरा शतक बनाया था। उनके नॉन स्ट्राइकर खिलाड़ी रोबिन उथप्पा इस मुकाबले के दौरान 16 गेंदों में मात्र 16 रन ही बना पाए थे, और ज्यादातर स्ट्राइक रोहित शर्मा को दे दिए। जिसके चलते रोहित शर्मा इस मुकाबले में 173 गेंदों में आति’शी पारी खेलते हुए 264 रन बनाए। रोबिन उथप्पा के इस बड़े बलि’दान के चलते ही, रोहित शर्मा 264 रन बना पाए।
गौतम गंभीर- विराट कोहली अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का डेब्यू साल 2009 में किए थे। ऐसे में भारतीय टीम के बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर एक सीनियर खिलाड़ी बन चुके थे। सन 2009 में भारत और श्रीलंका की टीम के खिलाफ ईडन गार्डंस के मुख्य मैदान पर खेले गए एक अन्य मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 315 रन बनाया था। उस मुकाबले को भारतीय टीम जीत गई थी और इस मुकाबले में गौतम गंभीर 150 रनों की पारी खेले थे। विराट कोहली ने भी इस मुकाबले में शतकीय पारी खेला था। जब मैन ऑफ द मैच का अवार्ड गौतम गंभीर को दिया गया था, गौतम गंभीर ने यह अवार्ड विराट कोहली को सौंप दिया।
जगावल श्रीनाथ- अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसे दो ही खिलाड़ी है, जो टेस्ट क्रिकेट के एक पारी में 10 विकेट चटकाने का कारनामा किए है। इस सूची में सबसे पहली बार भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व लेग स्पिन गेंदबाज अनिल कुंबले ने साल 1999 में पाकिस्तानी टीम के खिलाफ हुए एक टेस्ट मुकाबले के दौरान एक पारी में कुल 10 विकेट चटका कर इतिहास रच दिया था। इस मुकाबले में अनिल कुंबले जगावाल श्रीनाथ के गेंदबाजी के चलते ही 10 विकेट चटका पाए थे। जगावल श्रीनाथ दूसरे छोर से अच्छी गेंदबाजी नहीं कर रहे थे, ताकि वें एक भी विकेट चटका पाए।
रिचर्ड हैडली- न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के महान खिलाड़ियों में से एक तेज गेंदबाज रिचर्ड हैडली ने साल 1985 में विश्व बैंक क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ हुए एक टेस्ट मुकाबले के दौरान मात्र 52 रन देकर 9 विकेट चटका चुके थे। दसवीं विकेट के लिए रिचर्ड हैडली के हाथों में जब कैच आया तब रिचर्ड हैडली ने कैच लिया और टीम के हित में योगदान करते हुए, अपना 10 विकेट चटकाने का रिकॉर्ड नहीं बना पाया। रिचर्ड हैडली अगर यह कारनामा कर लेते तो वे ऐसे पहले खिलाड़ी होते जो टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में 10 विकेट चटकाते, लेकिन रिचर्ड हैडली ने ऐसा नही किया अपना फैसला टीम के हित के लिए किया।