भारत और राजनीति का बात किया जाए तो पॉलिटिक्स कहीं भी किसी का पीछा नहीं छोड़ती। खास तौर पर मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट टीम में काफी ज्यादा पॉलिटिक्स घुसा हुआ है। भारतीय टीम के पॉलिटिक्स के शिकार टीम के बेहतरीन और टैलेंटेड खिलाड़ी ही रहे हैं। टीम मैनेजमेंट से लेकर बीसीसीआई तक सभी लोग खिलाड़ियों से भेदभाव और पॉलिटिक्स कर रहे हैं। ऐसे में टैलेंटेड खिलाड़ियों को जब मौका मिलता है, तभी वे क्रिकेट खेलते हैं। और खरा’ब पॉलिटिक्स की वजह से खराब क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों को लगातार मौका दिया जाता है। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको ऐसे चार भारतीय खिलाड़ियों का नाम बताएंगे जो काफी टैलेंटेड होने के बावजूद भी टीम मैनेजमेंट की पॉलिटिक्स का शि’कार हो रहे हैं और टीम मैनेजमेंट उन्हें लगातार नजरअंदाज कर रही है।
दीपक चहर- भारतीय क्रिकेट टीम के दाएं हाथ के बेहतरीन तेज गेंदबाज दीपक चाहर को काफी लंबे समय से चोट का बहा’ना देकर टीम से बाहर रखा गया। जबकि दीपक चाहर चो’टिल नही थे उसके बावजूद भी दीपक चाहर को टीम की पॉलिटिक्स की वजह से टीम में नहीं चुना गया। दीपक चाहर अन्य तेज गेंदबाजों से काफी बेहतरीन गेंदबाजी करते हैं, और विकेट चटकाने में भी मा’हिर है। इसके बावजूद भी दीपक चाहर को लगातार भारतीय टीम मैनेजमेंट मौके नहीं दे रही है, और बड़े-बड़े मुकाबले हार रही है। दीपक चहर मौजूदा समय में दुनिया की सबसे बेहतरीन स्विंग गेंदबाज है।
रवि बिश्नोई- भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे तेज तर्रार क्षेत्र रक्षक और बेहतरीन स्पिन गेंदबाजों में से एक दाएं हाथ के लेग स्पिन गेंदबाज रवि बिश्नोई को बेहतरीन और अच्छी गेंदबाजी करने के बावजूद भी टीम मैनेजमेंट टीम में चुने जाने के बावजूद भी प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं कर रहे हैं। रवि बिश्नोई की गेंदबाजी इकोनामी रविचंद्रन अश्विन और यजुवेंद्र चहल से काफी अच्छी है, उसके बावजूद भी उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिल रहा है। इसके साथ रवि बिश्नोई मध्यक्रम में गेंदबाजी करते हुए विकेट चटकाने में भी माहिर है, फिर भी टीम की पॉलिटिक्स की वजह से उन्हें लगातार मौका नहीं मिल रहा है।
मोहम्मद शामी- भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शामी मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक है। चाहे बात टेस्ट क्रिकेट का किया जाए, वनडे क्रिकेट का किया या टी20 क्रिकेट का किया जाए। सीनियर खिलाड़ियों की गेंद को गैर मौजूदगी में भी मोहम्मद शामी को टीम से बाहर रखा जा रहा है, और उन्हें किसी भी सीरीज के लिए जल्दी नहीं चुना जा रहा है। ऐसे में एक बेहतरीन गेंदबाज को टीम से बाहर रखने के चलते भारतीय टीम मैनेजमेंट पर कई बड़े सवाल खड़े होते हैं। Mohammed Shami भारतीय टीम के लिए क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में बेहतरीन गेंदबाजी कर चुके हैं।
उमरान मलिक- आईपीएल में पिछले 2 साल में बेहतरीन प्रदर्शन कर भारतीय इंटरनेशनल क्रिकेट टीम में शामिल किए गए युवा तेज गेंदबाज उमरान मलिक की गेंदबाजी स्पीड 150 से ज्यादा किलोमीटर प्रति घंटे की है। इसके बावजूद भी भारतीय टीम मैनेजमेंट उन्हें 1, 2 सीरीज के लिए टीम में शामिल किया और उसके बाद टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया। हालांकि ऊमरान मलिक की गेंदबाजी लाइनलेंथ उतनी अच्छी नहीं है, लेकिन वह विकेट चटकाने में या तेज गेंदबाजी कर बल्लेबाजों को छका’ने में माहिर गेंदबाज हैं। ऊमरान मलिक जैसा तेज गेंदबाज भी भारतीय टीम मैनेजमेंट की गं’दी राजनीति का शिकार हो रहा है।