क्रिकेट को जेंटलमैन खेल भी कहा जाता है, जहां पर खेल रहे सभी खिलाड़ियों ने अच्छे प्रदर्शन के बदौलत अपनी टीम को जीत दिलाने की भरपूर कोशिश करते हैं। बल्लेबाज अपनी बल्लेबाजी के दम पर, तो वही गेंदबाज अपनी गेंदबाजी के दम पर। सभी खिलाड़ी अपना 100 प्रतिशत देने की कोशिश करते हैं।
खिलाड़ियों को उनकी खेल भावना से भी जाना जाता हैं। लेकिन कई बार यह भी देखा गया है कि कुछ खिलाड़ी इसमें भी बेईमानी करने लगते हैं लेकिन वह क्रिकेट की तीसरी आंख कहे जाने वाले कैमरा से बच पाने में नाकाम रहे हैं। इस लेख में हम जानेंगे ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने क्रिकेट ग्राउंड पर किए हैं सबसे ज्यादा बेईमानी। ये 4 खिलाड़ी इस प्रकार हैं, जिन्होंने क्रिकेट ग्राउंड पर बेईमानी करते हुए क्रिकेट की खेल भावना से खिलवाड़ किए हैं।
रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting)- क्रिकेट में बेईमानी की बात आती है तो इसमें ऑस्ट्रेलिया टीम का नाम सबसे पहले आता है। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट की इतिहास पर एक बार नजर डालें तो वह शुरू से ही बेईमानी करते नजर आए हैं। ऐसा ही कुछ मामला सामने आया जब ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज और कप्तान रह चुके रिकी पोंटिंग भी इस मामले में शामिल हुए। बात 2007–08 की है, जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए गई थी जहां पर सिडनी टेस्ट के दौरान सौरव गांगुली का कैच माइकल क्लार्क द्वारा लिया गया, जो कि अच्छी तरह से नहीं पकड़ा गया था। लेकिन फिर भी ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने अंपायर को आउट का इशारा दिया और अंपायर ने भी आउट करार दिया लेकिन उसके बाद रिकी पोंटिंग हंसते हुए नजर आए और यह बेईमानी कैमरे में कैद हो गई।
माइकल क्लार्क (Michael Clarke)- जिस प्रकार पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी रिकी पोंटिंग का कैरियर एक गलती के कारण दागदार हो गया, ठीक उसी प्रकार पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी माइकल क्लार्क जो ऑस्ट्रेलिया टीम के कैप्टन भी रह चुके हैं, क्लार्क ने भी बेईमानी का सहारा लिया। दरसल यह बात 2008 की है जब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हो रहे सिडनी टेस्ट में क्लार्क बल्लेबाजी कर रहे थे। तब अनिल कुंबले की गेंद पर राहुल द्रविड़ ने स्लिप में उनका कैच पकड़ा इसके बावजूद भी क्लार्क मैदान छोड़ने का नाम नहीं ले रहे थे, लेकिन फिर बाद में अंपायर के आउट देने के बाद उन्हें इशारा किया, तब उन्हें ग्राउंड से बाहर जाना पड़ा यही। यहीं भारतीय पारी के दौरान जब सौरव गांगुली बल्लेबाजी कर रहे थे, तो क्लार्क ने ही उनका कैच जमीन पर लगने के बाद पकड़ा था लेकिन फिर भी उन्हें आउट करार दिया गया।
शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi)- बात 2010 की है, जब मोहम्मद यूसुफ के अनुपस्थिति में टीम का कमान शाहिद अफरीदी को सौंप दिया गया था तब ऑस्ट्रेलिया टीम को 2010 में ही एक मैच में पाकिस्तान से 2 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था, जिसमें शाहिद अफरीदी ने टीम को जीत दिलाने के लिए अलग ही तरीका खोज लिया था। शाहिद अफरीदी ने राणा नावेद उल हसन को गेंद थमाने से पहले गेंद को दांत से काटा और उन्होंने यह काम मैच के दौरान दो बार किया, जिससे उन्हें आईसीसी के द्वारा दोषी करार दिया गया और T20 खेलने से मना कर दिया गया था। लेकिन बाद में अफरीदी ने टीवी पे आ कर इस बेईमानी के लिए माफी भी मांगे।
अहमद शहजाद (Ahmad Shahjad)- पाकिस्तान के खिलाड़ी भी बेमानी की सीमा को पार करने में ऑस्ट्रेलिया से पीछे नहीं हैं। ऐसे ही पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज अहमद शहजाद भी सरेआम बेईमानी करते कैमरा में कैद हो गए थे। साल 2015 में पाकिस्तान ने श्रीलंका का दौरा किया था, जहां श्रीलंकाई बल्लेबाज लाहिरू थिरिमाने का कैच अहमद शहजाद द्वारा लिया गया, जो कि जमीन से टकरा गई थी। इसे अहमद शहजाद ने अपने कॉलोनी से लेने की कोशिश की थी कि सभी को लगे कि उन्होंने मुश्किल कैच पकड़ लिया गया हैं।