अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सभी खिलाड़ियों को खेलने का तरीका अलग-अलग होता है, चाहे बात महेंद्र सिंह धोनी की की जाए, सचिन तेंदुलकर की जाए या किसी और खिलाड़ी की। खिलाड़ियों के खेलने के साथ-साथ अगर कोई खिलाड़ी टीम को लीड कर रहा है, तो उसकी कप्तानी ही अलग तरीके से दिखती है। मौजूदा समय में भारतीय टीम के सबसे लाजवाब खिलाड़ियों में से एक विराट कोहली और रोहित शर्मा का नाम वर्ल्ड क्रिकेट में सभी लोग जानते हैं। ये दोनों खिलाड़ी काफी लंबे समय से भारतीय टीम को लीड कर रहे हैं, और भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में काफी बड़ा योगदान भी कर रहे हैं।
इन दोनों खिलाड़ियों के क्रिकेट खेलने में काफी ज्यादा अंतर दिखता है। इस बात में कोई दो राय नहीं कि दोनों खिलाड़ी भारतीय टीम के लिए कई मैच विनिंग पारियां खेल चुके हैं। आज इस न्यूज़ के माध्यम से हम आपको विराट कोहली और रोहित शर्मा की कप्तानी के 3 सबसे बड़े अंतर का जिक्र करने वाले हैं, जो इन दोनों खिलाड़ियों को एक-दूसरे से काफी अलग बनाती है।
सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा की तुलना में विराट कोहली काफी आक्रामक है – इस बात में कोई शक नहीं है कि विराट कोहली क्रिकेट ग्राउंड पर काफी ज्यादा आक्रामक रहते हैं और अपने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते रहते हैं अगर कोई खिलाड़ी खराब प्रदर्शन करता है तो विराट कोहली उस खिलाड़ी को समझाते हैं, और बोलते हैं, कि अपना बेस्ट दो और देश और टीम के लिए शानदार प्रदर्शन करो। दूसरी तरफ रोहित शर्मा महेंद्र सिंह धोनी की तरह एकदम कुल कप्तान हैं। वे जल्दी किसी खिलाड़ी पर गुस्सा भी नहीं होते और क्रिकेट ग्राउंड पर कप्तानी करते हुए या खेलते हुए काफी संयमित रहते हैं।
रिव्यू लेने में रोहित शर्मा विराट कोहली से काफी बेहतरीन है – ऐसा कई मर्तबा देखा गया है। विराट कोहली जल्दबाजी में कई गलत फैसले ले चुके हैं। बात अगर रिव्यु की की जाए तो, विराट कोहली का रिव्यू कई बार असफल रहा है। क्रिकेट के कई दिग्गज एक्सपोर्ट्स खिलाड़ी विराट कोहली के द्वारा रिव्यू खराब किए जाने के बाद कई बार बयान दे चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ रोहित शर्मा इस मामले में विराट कोहली से काफी आगे हैं। रोहित शर्मा रिव्यू लेने के समय काफी संयमित रहते हैं, और रोहित का रिव्यू जल्दी खराब भी नहीं होता। रोहित शर्मा रिव्यू लेने के समय जल्दबाजी तो बिल्कुल ही नहीं करते और अच्छा निर्णय लेते हैं।
किसी मुकाबले में हार के बाद विराट कोहली टीम में करते हैं बड़े बदलाव – ऐसा कई बार देखा गया है कि विराट कोहली एक मुकाबले के बाद दूसरे मुकाबले में सेम प्लेइंग इलेवन के साथ मैदान पर नहीं उतरते हैं और खिलाड़ियों में अदला-बदली करते रहते हैं इसमें सबसे चौंकाने वाली बात यह है, कि विराट कोहली अपनी कप्तानी के समय शुरुआत के 37 मैचों में प्लेइंग इलेवन में हर बार बदलाव किए थे। वहीं दूसरी तरफ बात रोहित शर्मा की की जाए तो वे अपने खिलाड़ियों पर खासा भरोसा दिखाते हैं और उनके शानदार प्रदर्शन करने तक उन्हें मौका देते हैं। इस मामले में रोहित शर्मा विराट कोहली से काफी आगे हैं।