वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले के बाद 21वीं सदी के टेस्ट क्रिकेट के सबसे महानतम कप्तान का चुनाव किया गया। हालांकि कप्तान की सूची में बहुत सारे दिग्गज खिलाड़ियों का नाम शामिल था लेकिन ऑस्ट्रेलिया के स्टीव वॉ ने सभी खिलाड़ियों को पीछे छोड़ते हुए इस रेस को जीत लिया। स्टीव वॉ एक्सप्रेस में दक्षिण अफ्रीकन टीम के पूर्व खिलाड़ी ग्रीम स्मिथ ऑस्ट्रेलियाई पूर्व खिलाड़ी रिकी पोंटिंग और मौजूदा समय के इंडियन टीम के कप्तान विराट कोहली को पीछे छोड़ते हुए कप्तानी का रेस जीत लिया है।
पूर्व भारतीय खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने विजेता की घोषणा करते हुए स्टीव वॉ का नाम सबसे पहले लिया। हालांकि यह कार्यक्रम स्टार स्पोर्ट्स की तरफ से रखा गया था। सुनील गावस्कर बोले कि इस कप्तानी की रेस में सबसे अंत तक 2 खिलाड़ी ही टिके रहे, और उनका नाम स्टीव स्मिथ और स्टीव वॉ है। स्टीव वॉ के जीतने का सबसे बड़ा कारण यही रहा कि स्टीव वॉ जितने दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी किए उतने दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम नंबर वन टेस्ट टीम बनी रही।
स्टीव वॉ ऑस्ट्रेलियाई टीम की लगभग 46 सप्ताह कप्तानी किए थे और पूरी 46 सप्ताह ऑस्ट्रेलियाई टीम नंबर वन टेस्ट टीम रही। स्टीव वॉ अपनी कप्तानी में लगभग विश्व के सभी जगह टेस्ट मुकाबले जीते हैं और लगातार 16 टेस्ट मुकाबले जीतने का भी रिकॉर्ड बनाया। स्टीव वॉ की कप्तानी में 16 मुकाबले जीतने के बाद भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने इनका जीत का अभियान तोड़ा।
स्टीव वॉ लगातार ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए साल 1999 से साल 2004 तक कुल 57 टेस्ट मुकाबलों में कप्तानी किए। इनमें से वे अपनी टीम के लिए 41 मुकाबले जीते और 9 मुकाबले ही हारे थे तथा सात मुकाबले ड्रा खेले थे। ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए स्टीव वॉ 168 टेस्ट मुकाबले खेलते हुए 32 शतक और 50 अर्धसतकीय पारी की मदद से 10927 रन बनाए हैं।
इस सूची में पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नाम नहीं शामिल होना बहुत बड़ी बात थी। महेंद्र सिंह धोनी ने भी लगभग जितने दिन भारतीय टीम की कप्तानी की है, भारतीय टीम नंबर वन टेस्ट टीम बनी रही।