टीम इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया आईसीसी वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का फाइनल मैच को लिए 1 दिन का रिजर्व डे रखा गया था। मैच में हो रही बारिश के कारण मैच रिजर्व डे तक खेला गया, जहां टीम इंडिया को 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा और न्यूजीलैंड की टीम इतिहास रचने में कामयाब रही।
एक बार फिर ऐसा हुआ जब भारतीय टीम आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में हार गई। अब चारों तरफ बस यही चर्चा चल रही है कि क्यों, कैसे और किन वजहों से टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा। लेकिन आपको यह भी बताते चलें टीम इंडिया आईसीसी का फाइनल मुकाबला जीतना लगभग भूल ही गई है। साल 2013 में भारतीय टीम ने अपना आखिरी आईसीसी टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला अपने नाम किया था, तब से लेकर आज तक पिछले 7 साल में टीम इंडिया में आईसीसी के 6 नॉकआउट मुकाबलों में सिर्फ हार का सामना की है।
इस लेख में हम बात करेंगे उन मुकाबलों के बारे में जो पिछले 7 सालों में टीम इंडिया 6 बार फाइनल में जाने के बाद भी ट्रॉफी नहीं कर पाई अपने नाम।
T20 विश्व कप फाइनल– 2014- टीम इंडिया वर्ष 2013 में इंग्लैंड को उनके ही सरजमी पर चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में मात दी थी और ट्रॉफी अपने नाम कर ली थी। लेकिन अगले ही साल 2014 में बांग्लादेश में हुए आयोजित T20 विश्व कप के फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा। T20 के इस फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम का सामना श्रीलंका से हुआ था, जहां टीम इंडिया की स्थिति सही नहीं रही और 131–4 रन का छोटा सा लक्ष्य ही श्रीलंका के सामने खड़ा कर पाई थी। इस छोटे से लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका की टीम मात्र 17.2 ओवर में ही जीत हासिल कर ली थी। ट्रॉफी अपने नाम करने के बाद श्रीलंका के सबसे अनुभवी खिलाड़ी कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने ने T20 क्रिकेट से संयास ले लिए थे।
ओडीआई वर्ल्ड कप सेमीफाइनल–(2015)- 2015 वर्ल्ड कप के दौरान भारतीय टीम डिफेंडिंग चैंपियन के तौर पर उतरी थी और टीम इंडिया काफी मजबूत भी लग रही थी। ऐसा लग रहा था कि महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया को एक बार फिर चैंपियन बनाने में कामयाब रहेगी क्योंकि भारतीय टीम लीग मुकाबलों में बेहरीन प्रदर्शन कर के सेमीफाइनल में एंट्री की थी। सेमीफाइनल में भारतीय टीम का सामना मजबूत टीम आस्ट्रेलिया से हुआ। मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम पहले बल्लेबाजी की और अपने 7 विकेट खोने के बाद 328 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। बड़े स्कोर का पीछा करने उतरी टीम इंडिया सिर्फ 233 रन पर ऑलआउट हो गई और 95 रन के बड़े अंतर से मैच हार गई, जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड को शिकस्त देकर पांचवी बार वर्ल्ड चैंपियन बनी। तो वहीं भारतीय टीम को लगातार दूसरी बार नॉकआउट मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।
T20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल –)2016)-साल 2016 में हुए T20 वर्ल्ड कप का प्रबल दावेदार भारतीय टीम को माना जा रहा था। उसकी खास वजह ये थी कि ये टूर्नामेंट का आयोजन इंडिया में ही किया गया था और भारतीय टीम मजबूत स्तिथि में भी लग रही थी। लेकिन ऐसा हो नहीं सका, ये टूर्नामेंट वेस्ट इंडीज की टीम ने अपने नाम कर लिया। बात अगर इंडिया की हर की करें तो सेमीफाइनल में इनका सामना वेस्ट इंडीज से ही हुआ था। मैच में भारतीय टीम बड़ा स्कोर खड़ा करने के बावजूद हार गई। उस मैच में टीम इंडिया ने 192 रन का स्कोर बनाया, वो भी सिर्फ 2 विकेट के नुकसान पर। जवाब में वेस्ट इंडीज की टीम आखिरी ओवर की चौथी गेंद पर ही इतने बड़े स्कोर को पार कर लिया और वानखेड़े क्रिकेट ग्राउंड पर भारत को सरमनाक हार का सामना करना पड़ा।
चैम्पियंस ट्रॉफी–(2017)-ये हार भारतीय टीम के लिए सबसे शर्मनाक हार में गिना जाता है। क्योंकि भारत के चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के साथ हुए इस फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था। लीग स्टेज पर हुए मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 123 रन के बड़े मांर्जन से हराया था, लेकिन फाइनल मुकाबले की कहानी बिल्कुल विपरीत रही। फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट के नुकसान पर निर्धारित 50 ओवर में 338 रन बनाए। जवाब में उतरी भारतीय टीम मात्र 158 के स्कोर पर ही सिमट गई थी। ऐसा माना जाता है कि टीम इंडिया के कप्तान और उस टाइम के कोच अनिल कुंबले के बीच सबकुछ सही नहीं था, जिसके कारण जब अनिल कुंबले ने विराट कोहली को बालेबाजी चुनने को कहा तब विराट कोहली ने गेंदबाजी चुनी, जो की परिस्थिति के अनुकूल नहीं था।
वर्ल्ड कप सेमी फाइनल–(2019)- आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 में भारत का सामना हुआ न्यूज़ीलैंड की टीम से। जहां टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा। यह मैच बारिश की वजह से दो दिनों तक चली, जहां न्यूज़ीलैंड की टीम ने बाजी मार ली। न्यूज़ीलैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर के खेल में 239 रन बनाए थे। वहीं भारत की शुरुआत बिलकुल ही खराब रही, टॉप ऑर्डर के बलेबाज फ्लॉप साबित हुए और 221 रन के स्कोर पर ही सिमट गई। आपको बता दें कि इसके साथ कोहली की कप्तानी में दूसरी आईसीसी नॉकआउट मैच में 18 रन से हार का सामना करना पड़ा। ये सेमीफाइनल मुकाबला एमएस धोनी का आखरी मुकाबला साबित हुआ क्योंकि इसके बाद एमएस धोनी एक बार भी टीम इंडिया के जर्सी में नहीं दिखे और सन्यास ले लिए।
आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप ट्रॉफी –(2021)- आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा। एक बार फिर से भारत और न्यूजीलैंड के टीम बड़े मुकाबले में आमने-सामने थी। जहां फिर से बारिश का प्रकोप होने लगा, पहले और चौथे दिन एक भी गेंद नहीं फेंके जाने के बावजूद रिजर्व डे तक मुकाबला गया और एक बार फिर वही नतीजा निकला जो भारतीय फैंस कभी नहीं चाहते थे। टीम इंडिया इस मुकाबले में टॉस हारने के बाद पहले बालेबाज़ी करने उतरी और 217 रन के स्कोर पर पूरी टीम पेवेलियन वापस लौट गई। न्यूजीलैंड की टीम ने 249 रन बनाए लेकिन दूसरी पारी में भी इंडिया की स्तिथि उससे भी बदतर हो गई। मात्र 170 के स्कोर पर ही ऑलआउट हो गई न्यूजीलैंड को जीत के लिए 139 रन ही चाहिए थे और ओवर बचें थे 55. फिर न्यूज़ीलैंड के कैप्टन केन विलियमसन और रॉस टेलर मिलकर जीत दिलाने की पुरजोर कोशिश की और कामयाब भी रहे। 8 विकेट से इस बड़े मुकाबले को जीतने के बाद न्यूजीलैंड की टीम ने 21 साल के बाद आईसीसी की ट्रॉफी उठाई।