भारत और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट या दुनिया के सबसे ताबड़तोड़ सलामी बल्लेबाज का बात किया जाए तो इस सूची में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का नाम सबसे सर्वोच्च स्थान पर लिया जाता है। क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहली गेंद का सामना करते हुए वीरेंद्र सहवाग ही एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जो सबसे ज्यादा बाउंड्री लगाए है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई ऐसे बड़े गेंदबाजों बल्लेबाजों का पसीना छुड़ा देते थे। वें गेंदबाज वीरेंद्र सहवाग का गेंदबाजी करने से कतराते थे लेकिन वीरेंद्र सहवाग को भी अपने क्रिकेट कैरियर के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की एक गेंदबाज की गेंदों को खेलने में काफी कठिनाई और डर का सामना करना पड़ा था।
हाल ही में कुछ समय पहले हुए एक इंटरव्यू के दौरान जब मीडिया कर्मी ने वीरेंद्र सहवाग से पूछा कि आपको अपने पूरे क्रिकेट करियर के दौरान किस गेंदबाज के गेंदों को खेलने में डर लगता था, तो वीरेंद्र सहवाग ने मीडिया कर्मी के द्वारा किए गए इस सवाल का जवाब हंस कर दिया और बोले कि, मैं अपने पूरे क्रिकेट कैरियर के दौरान न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज शेन बांड की गेंदों को खेलने से कतराता था। वीरेंद्र सहवाग के बयान के अनुसार सेन बांड के द्वारा फेंकी गई गेंदे वीरेंद्र सहवाग को काफी ज्यादा परेशान करती थी और स्विंग होकर बॉडी की तरफ मूव करती थी।
वीरेंद्र सहवाग को स्विंग गेंदबाजी के दौरान बल्लेबाजी करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता था, और वे ज्यादातर मौकों पर आउट हो जाते थे। अपने बयान के दौरान वीरेंद्र सहवाग ने शेन बांड का खूब तारीफ किया और बोले कि शेन बांड की ज्यादातर गंदे स्विंग होती थी, और इन स्विंग गेंदों को मुझे खेलने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा था। इन स्विंग गेंदबाजी के चलते मैं अपने क्रिकेट कैरियर के दौरान सबसे ज्यादा आउट हुआ हूं। इसके अलावा दुनिया के जो अलग दूसरे तेज गेंदबाज जैसे कि ब्रेट ली और शोएब अख्तर जैसे गेंदबाज की गेंदों को खेलने में मुझे काफी ज्यादा मजा आता था।
क्योंकि तेज गति से आने वाले गेंद्रों के खिलाफ मुझे केवल अपना बल्ला चलाना था और गेंद खुद-ब-खुद चौके और छक्के में तब्दील हो जाती थी। तेज गेंदबाजी के खिलाफ मैं अपना क्रिकेट खूब इंजॉय किया। मैं अपने क्रिकेट कैरियर के शुरुआती दिनों से ही 1 तरीके जैसा क्रिकेट खेला। मुझे ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करना पसंद था। अपने बयान के दौरान वीरेंद्र सहवाग ब्रेट ली और शोएब अख्तर का भी जिक्र किए और बोले कि, मुझे सबसे ज्यादा मजा शोएब अख्तर की गेंदों को खेलने में आता था।
अगर मैं शोएब अख्तर की 2 गेंदों को चौके या छक्के में तब्दील कर देता तो शोएब अख्तर तीसरी गेंद मुझे बाउंसर या जोर कर डाला करता था। Virendra Sehwag अपने बयान के दौरान दुनिया के अन्य बेहतरीन गेंदबाज जैसे ग्लेन मैकग्रा, वसीम अकरम, मुथैया मुरलीधरन, डेल स्टेन, लसिथ मलिंगा जैसे गेंदबाजों का भी जिक्र किए और बोले कि इन गेंदबाजों की गेंदों को खेलने में मुझे काफी मजा आता था और मैंने इन खिलाड़ियों के खिलाफ काफी ज्यादा रन भी बनाए हैं। मौजूदा समय में वीरेंद्र सहवाग क्रिकेट में कमेंट्री का काम करते हैं।