अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में जब भी वनडे एकदिवसीय का विश्व कप खेला जाता है, तो सबसे ज्यादा रोमांच बना रहता है। सबसे पहली बार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में विश्व कप साल 1975 में खेला गया था। अभी तक विश्व कप का 12 संस्करण हो चुका है। इस दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम विश्व कप की सबसे ज्यादा पांच बार विजेता बन चुकी है। वहीं वेस्टइंडीज की टीम 2 बार, भारतीय टीम 2 बार, पाकिस्तान की टीम एक बार, श्रीलंका की टीम एक बार और इंग्लैंड की टीम एक बार विजेता बन चुकी है। सन 2019 में समाप्त हुए विश्व कप का फाइनल मुकाबला इंग्लैंड की टीम ने न्यूजीलैंड की टीम को हराकर जीत लिया। लगातार दो बार फाइनल मुकाबले में जगह बनाने वाले न्यूजीलैंड की टीम फाइनल मुकाबला दो बार हार चुकी है।
वर्ल्ड कप के होने वाले सभी संस्करण में आईसीसी ने टीमों को विश्व कप खेलने का मौका देती है। इस दौरान जो टीम अच्छा प्रदर्शन करती है, वह लीग मुकाबलों में आगे बढ़ पाती है। लेकिन कुछ टीमों को मात्र एक बार ही वर्ल्ड कप में खेलने का मौका मिला है। टॉप की 6 टीम सबसे पहले क्वालीफाई करती हैं। वहीं निचले क्रम की टीमों को क्वालीफायर मुकाबला खेल कर वर्ल्ड कप में जगह मिलता है। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की ऐसी तीन टीमों के बारे में बताएंगे जो वर्ल्ड कप के इतिहास में केवल एक बार ही वर्ल्ड कप खेल पाई है।
ईस्ट अफ्रीका- East Africa की टीम वर्ल्ड कप में मात्र एक बार ही खेल पाई थी। East Africa की टीम 3 साल 1975 में पहली बार विश्व कप खेली थी। उसके बाद से ईस्ट अफ्रीका की टीम को दोबारा विश्व कप में क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला है। साल 1975 में ईस्ट अफ्रीका की टीम ने ही है तीन मुकाबले खेले थे। East Africa की टीम अपनी खेली गई तीनो के तीनो मुकाबले हार गई। East Africa की टीम को अपने पहले मुकाबले में न्यूजीलैंड की टीम के हाथों 181 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं दूसरे मुकाबले में भारतीय टीम ने 10 विकेट से हराया था। वहीं तीसरे मुकाबले में इंग्लैंड की टीम ने 196 रनों से हराया था।
नामिबिया- नामीबिया की टीम विश्वकप के इतिहास में मात्र एक बार ही खेल पाई है। पहली बार नामीबिया की टीम 2003 में विश्व कप का अपना पहला मुकाबला खेली थी। नामीबिया की टीम सन 2003 के विश्व कप के दौरान कुल 6 मुकाबला खेली थी। जिसमें सेना मीडिया की टीम को सभी छह मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा था। पहले मुकाबले में नामीबिया की टीम को जिंबाब्वे की टीम के हाथों 86 रनों से हार का सामना करना पड़ा था, दूसरे मुकाबले में पाकिस्तान की टीम ने 171 रनों से हराया था। तीसरे मुकाबले में इंग्लैंड की टीम ने 55 रनों से हराया था। चौथे मुकाबले में भारतीय टीम 181 रनों से हराया था। पांचवें मुकाबले में आस्ट्रेलियाई टीम ने 256 रनों से हराया था। वही छठे मुकाबले में न्यूजीलैंड की टीम ने 64 रनों से हराया था।
बरमूडा- काफी लंबे अरसे के बाद बरमूडा की टीम को साल 2007 में वर्ल्ड कप के दौरान खेलने को मौका मिला था। इस वर्ल्ड कप के दौरान बरमूडा की टीम द्वारा खेली गई तीन के तीन मुकाबले हार गई थी। पहले मुकाबले में बरमूडा की टीम को श्रीलंकन टीम ने 243 रनों से हराई थी। वहीं दूसरे मुकाबले में भारतीय टीम ने 257 रनों से हराया था। वहीं तीसरे मुकाबले में बांग्लादेश की टीम ने बरमूडा की टीम को 7 विकेट से हराया था, और उन्हें लीग मुकाबलों से बाहर कर दिया था।
हर 1 साल क्रिकेट खेलने वाली अंतर्राष्ट्रीय टीमों का चलन बढ़ता जा रहा है। नई-नई टीमें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेल रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में कुछ अन्य नई टीमों को भी वर्ल्ड कप के दौरान क्रिकेट खेलने का मौका मिल सकता है। और वह वर्ल्ड कप उस टीम के लिए आखरी वर्ल्ड कप भी साबित हो सकता है। क्योंकि अगर उस टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो आईसीसी उन्हें दोबारा वर्ल्ड कप के संस्करण में शामिल नहीं करेगी। मौजूदा समय में भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण, अफ्रीका, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड जैसी टीमें वर्ल्ड कप में बिना लीग मुकाबले के लिए क्वालीफाई कर जाती है।
इन टीमों के अलावा श्रीलंका, पाकिस्तान, अफगानिस्तान जैसी टीमों को लीग मुकाबले खेलकर वर्ल्ड कप में क्वालीफाई करना पड़ता है। कुछ अन्य टीमें जैसी नीदरलैंड, आयरलैंड, नामीबिया जैसी टीमें भी टी-20 वर्ल्ड कप में हिस्सा लेकर अच्छा क्रिकेट खेल रही है। आईसीसी द्वारा आयोजित 2023 का वर्ल्ड कप भारतीय सरजमीं पर खेला जाएगा। ऐसे में रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम का 2023 का वर्ल्ड कप जीतना संभव दिख रहा है।