रविंद्र जडेजा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का एक ऐसा ऑलराउंडर खिलाड़ी जो अपने मेहनत के बलबूते अर्स से फर्श तक पहुंचे है। सन 2009 में भारतीय इंटरनेशनल क्रिकेट टीम ने पहली बार क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी रविंद्र जडेजा पिछले 13 वर्षों से लगातार भारतीय टीम के लिए क्रिकेट खेल रहे है। जडेजा को जब पहली बार भारतीय इंटरनेशनल टीम में मौका मिला उसके बाद रविंद्र जडेजा पीछे मुड़कर एक बार भी नहीं देखें और अपने बेहतरीन प्रदर्शन के चलते लगातार भारतीय टीम के लिए अच्छा क्रिकेट खेले हैं। रविंद्र जडेजा का क्रिकेट कैरियर संवारने में पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का हाथ बहुत बड़ा रहा है। जडेजा को भारतीय टीम में शामिल करने के लिए महेंद्र सिंह धोनी ने चयनकर्ताओं से झ’गड़ा भी किया था। जिसके चलते भारतीय टीम को रविंद्र जडेजा के रूप में भारतीय टीम को एक होनहार ऑलराउंडर खिलाड़ी मिला।
रविंद्र जडेजा मौजूदा समय में भारतीय टीम के ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे अच्छे ऑलराउंडर खिलाड़ियों में से एक हैं। रविंद्र जडेजा अपने क्रिकेट कैरियर के दौरान चोट से ही परेशान रह चुके हैं। ऐसे में क्रिकेट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते, अगर कोई खिलाड़ी 1 साल से ज्यादा क्रिकेट नहीं खेलता है, तो उस खिलाड़ी की जगह कोई और खिलाड़ी टीम में जगह बना लेता है। जडेजा अपनी बेहतरीन ऑलराउंडर प्रदर्शन के बदौलत टेस्ट क्रिकेट के नंबर वन ऑलराउंडर खिलाड़ी भी बन चुके हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो जडेजा से बेहतरीन क्षेत्र रक्षक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के पास अभी मौजूद नहीं है।
जडेजा को अपने क्रिकेट कैरियर के के दौरान प्रैक्टिस करने के समय काफी परेशानियों को झेलना पड़ा था। जब जडेजा प्रैक्टिस करने के लिए जाते थे, तब उनके पास जूते तक नहीं थे। लेकिन यह लगातार मेहनत करते हुए आज एक अच्छे मुकाम तक पहुंच चुके हैं। रविंद्र जडेजा का क्रिकेट कैरियर शुरुआती दिनों में बेहद कठिनाइयों भरा रहा है। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको रविंद्र जडेजा के एक बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ी बनने के पीछे की कहानी को बताने जा रहे हैं। कृप्या पूरी खबर अंत तक पढ़े-
रविंद्र जडेजा को बचपन से ही क्रिकेटर बनने का शौक था। रविंद्र जडेजा का जन्म साल 1988 में गुजरात में हुआ था। जडेजा की मां उनको एक क्रिकेटर बनना देखना चाहती थी। लेकिन रविंद्र जडेजा के क्रिकेटर बनने के पहले ही जडेजा की मां का स्वर्ग’वास हो गया था। ऐसे में रविंद्र जडेजा अपनी मां के द्वारा देखे गए सपने को पूरा किए और एक महान ऑलराउंडर क्रिकेटर बने। जडेजा को उनके क्रिकेट कैरियर के दौरान उनकी बहन ने उनका पूरा साथ दिया था। एक समय ऐसा भी आया था, जब रविंद्र जडेजा अंडर-19 विश्व कप के कुछ दिन पहले से क्रिकेट से दूरियां बनाने लगे थे।
लेकिन उस समय रविंद्र जडेजा की बड़ी बहन नैना जडेजा ने उनका भरपूर साथ दिया और उनका हौसला बढ़ाया। साथ में अपने परिवार को भी संभाला। जडेजा दुबारा क्रिकेट अपनी बड़ी वाहन की वजह से ही खेलना शुरू किए। जडेजा के पिता उनको एक आर्मी ऑफिसर बनना देखना चाहते थे। लेकिन खेल के मामले में जडेजा काफी आगे निकल चुके थे। जिसके चलते जडेजा आर्मी ऑफिसर का तैयारी नहीं किए, और क्रिकेट को ही अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिए। रविंद्र जडेजा का बचपन बहुत कठिनाइयों से बीता हुआ है। जडेजा के पिताजी सिक्योरिटी एजेंसी में काम करते थे।
आज के समय में रविंद्र जडेजा जैसे बड़े और बेहतरीन खिलाड़ी का नाम देश और दुनिया के तमाम क्रिकेट प्रेमी जानते हैं। बात अगर जडेजा के क्रिकेट कैरियर का किया जाए जो टेस्ट क्रिकेट में रविंद्र जडेजा अब तक 59 मुकाबले खेलते हुए 2396 रन बना चुके हैं। टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजी करते हुए रविंद्र जडेजा 59 मुकाबलों में अब तक 242 विकेट भी चटका चुके हैं। वनडे क्रिकेट टीम के लिए रविंद्र जडेजा भारतीय टीम के लिए अब तक 168 मुकाबले खेलते हुए 2411 रन बनाए हैं। वनडे क्रिकेट में गेंदबाजी करते हुए रविंद्र जडेजा अब तक 188 विकेट चटका चुके हैं।
T20 क्रिकेट में रविंद्र जडेजा अब तक भारतीय टीम के लिए 58 मुकाबले खेलते हुए 326 रन और गेंदबाजी करते हुए कुल 48 विकेट चटकाए हैं। हाल ही में महेंद्र सिंह धोनी द्वारा चेन्नई सुपर किंग्स की टीम की कप्तानी छोड़े जाने के बाद रविंद्र जडेजा को सीएसके की टीम का कप्तान भी बनाया गया। आईपीएल में रविंद्र जडेजा अब तक 205 मुकाबले खेलते हुए 2452 रन बनाए हैं। आईपीएल में जडेजा गेंदबाजी करते हुए अबतक 131 विकेट चटकाए हैं।