अपनी ड्रीम टीम के लिए क्रिकेट खेलना और शून्य पर आउट होना किसी भी खिलाड़ी के लिए एक बुरे सपने से कम नहीं है। खास तौर पर कोई खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने देश के लिए पहला T20 मुकाबला खेलते हुए जीरो पर आउट हो जाए तो उस खिलाड़ी के टेक्निक और क्रिकेट खेलने की क्षमता पर सवाल उठने लगते हैं। लेकिन ऐसा बहुत कम बार ही देखा गया है, कि कोई खिलाड़ी अपने पहले मुकाबले में ही जीरो के स्कोर पर आउट हो जाए। T20 क्रिकेट के अपने डेब्यू मुकाबले में सबसे ज्यादा तीन भारतीय खिलाड़ी शून्य के स्कोर पर आउट हो चुके हैं।
आज इस खबर के माध्यम से हम आपको ऐसे पांच बेहतरीन बल्लेबाजों के बारे में बताएंगे जो अपने ड्रीम T20 डेब्यू मुकाबले में सुनने के स्कोर पर आउट हुए। इनमें से तीन खिलाड़ी T20 क्रिकेट के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज बने लेकिन दो खिलाड़ियों को ज्यादा मौका नहीं मिल पाया। हालांकि इन सभी खिलाड़ियों के पास प्रतिभा की कोई कमी नहीं थी, और आगे चलकर यह सभी खिलाड़ी महान क्रिकेटर बने।
माइकल वान- इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर माइकल वान अपने T20 क्रिकेट कैरियर में मात्र दो ही मुकाबला खेले थे। माइकल वान अपने पहले टी-20 मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ शून्य के स्कोर पर आउट हो गए थे। माइकल वान का विकेट ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व बाएं हाथ के बेहतरीन तेज गेंदबाज डग बॉलिंगर ने लिया था। हालांकी माइकल वान को इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए T20 क्रिकेट में ज्यादा मुकाबले खेलने का मौका नहीं मिला। वे इंग्लैंड टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में काफी बेहतरीन बल्लेबाजी किए थे।
महेला जयवर्धने- श्रीलंकन टीम के पूर्व दाएं हाथ के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी महेला जयवर्धने अपने T20 कैरियर का पहला मुकाबला साल 2006 में इंग्लैंड की टीम के खिलाफ खेलते हुए शून्य के स्कोर पर आउट हो गए थे। हालांकि महिला जयवर्धने श्रीलंकन टीम के लिए T20 क्रिकेट में आपनी बेहतरीन प्रदर्शन भी किए हैं। जयवर्धने श्रीलंका टीम के लिए T20 क्रिकेट में 55 मुकाबले खेलते हुए एक शतकीय पारी की मदद से 1493 रन बनाए हैं। T20 क्रिकेट में जयवर्धने के बल्ले से 173 चौके और 33 छक्के निकले हैं।
लोकेश राहुल- मौजूदा समय के भारतीय T20 क्रिकेट टीम के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक दाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज लोकेश राहुल अपने T20 कैरियर का पहला मुकाबला ज़िंबाब्वे की टीम के खिलाफ हरारे क्रिकेट ग्राउंड पर साल 2016 में खेले थे। अपने पहले ही मुकाबले में लोकेश राहुल शून्य के स्कोर पर आउट हो गए थे। पहले मुकाबले में जीरो पर आउट होने के बाद भारतीय टीम मैनेजमेंट ने लोकेश राहुल को लगातार मौके दिए और उन्हें T20 क्रिकेट का बेहतरीन बल्लेबाज बनाया। लोकेश राहुल अब तक भारतीय टीम के लिए 55 T20 मुकाबला खेलते हुए 2 शतकीय पारी की मदद से 18 से 31 रन बना चुके हैं। लोकेश राहुल को उनके शानदार प्रदर्शन के चलते आने वाले दिनों में उन्हें T20 क्रिकेट टीम का कप्तान बनाया जा सकता है।
महेंद्र सिंह धोनी- भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सबसे बेहतरीन कप्तानों में से एक दाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने टी20 क्रिकेट कैरियर का पहला मुकाबला साउथ अफ्रीका टीम के खिलाफ साल 2006 में वांडरर क्रिकेट ग्राउंड पर खेले थे। उस समय महेंद्र सिंह धोनी अपने क्रिकेट कैरियर की शुरुआत किए थे और पहले ही मुकाबले में जीरो पर आउट होकर पवेलियन चले गए थे। उस समय के तत्कालीन कप्तान राहुल द्रविड़ महेंद्र सिंह धोनी को मौका दिए और उन्हें महान खिलाड़ी बनाने में बड़ा योगदान किए। महेंद्र सिंह धोनी भारतीय टीम के लिए 98 टी-20 मुकाबले खेलते हुए 1617 रन बनाए हैं।
पृथ्वी शॉ- भारतीय टीम के दाएं हाथ के होनहार सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ अपने T20 क्रिकेट कैरियर का पहला मुकाबला साल 2021 में श्रीलंकाई टीम के खिलाफ खेले थे। पृथ्वी शॉ इस मुकाबले में कुछ खास कमाल नहीं कर पाए और जीरो के स्कोर पर ऑल आउट आउट हो गए। हालांकि पृथ्वी शॉ की T20 क्रिकेट कैरियर काफी छोटी है, और वे पहले ही गेंद पर आउट हुए थे।