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जानें भारतीय टीम के जर्सी के इतिहास के बारे में- नई जर्सी हुई लांच

बीसीसीआई ने हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम की नई जर्सी लॉन्च की। इस नई जर्सी को क्रिकेट फैंस काफी ज्यादा पसंद कर रहे हैं। जर्सी लॉन्च होने के बाद खिलाड़ियों ने फोटोशूट कराकर सोशल मीडिया पर अपना फोटो शेयर किया। नई जर्सी में खिलाड़ी काफी शानदार लुक में नजर आ रहे हैं। इस जर्सी का नाम ‘बिलियन चीयर्स जर्सी’ रखा गया है। कई क्रिकेट प्रेमी इस जर्सी का फोटो देखने के बाद भारतीय खिलाड़ियों के लिए देश प्रेम की भावना को भी सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं। साथ ही खिलाड़ियों की खूब तारीफ भी कर रहे हैं। अलग अलग खिलाड़ियों ने अपना अलग अलग अंदाज में फोटोशूट कराकर सोशल मीडिया पर शेयर किया है।

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साल 1975 में पहली बार भारतीय क्रिकेट टीम के लिए जर्सी लांच किया गया था और साल 1975 से 2021 तक कई बार जर्सी का रंग बदला गया है। जब भी बीसीसीआई द्वारा आयोजित कोई बड़ा टूर्नामेंट होता है, तो लगभग सभी देश के क्रिकेट बोर्ड अपने देश की जर्सी में थोड़ा बहुत बदलाव कर नई जर्सी लांच करते हैं। आज से लगभग 37 साल पहले साल 1983 में एक दिवसीय वर्ल्ड कप 60 ओवर का खेला गया था। उस विश्व कप में देश और दुनिया की तमाम टीमें उजला कलर की प्लेन जर्सी पहनकर क्रिकेट खेली थी। उजले कलर की जर्सी केवल टेस्ट क्रिकेट में ही पहनी जाती है। लेकिन साल 1986 में अलग-अलग रंग की जर्सी का इस्तेमाल होने लगा। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको भारतीय क्रिकेट टीम के अलग-अलग कलर की जर्सी के बारे में विस्तार से बताएंगे। कृपया पूरी खबर पढ़ें-

पहली बार साल 1975 से साल 1987 तक भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों ने उजले कलर की प्लेन जर्सी का इस्तेमाल कर किया था। भारतीय क्रिकेट टीम पहली बार साल 1992 के विश्व कप के दौरान कलर वाली जर्सी पहनकर क्रिकेट खेली थी। 1992 के विश्व कप के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी का रंग नेवी ब्लू था। साल 1996 के विश्व कप के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम में खेले गए 8 मुकाबलों में से मात्र 2 मुकाबले ही जीत पाई थी और पाकिस्तानी टीम इस विश्व कप के फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड की टीम को 22 रनों से हराकर विजेता बनी थी। साल 1995 के विश्व कप में भारतीय टीम की कप्तानी पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन कर रहे थे। पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का यह पहला विश्वकप था।

साल 1994 में भारतीय टीम की जर्सी का कलर बदला, और विल्स वर्ल्ड सीरीज के दौरान भारतीय टीम की जर्सी का कलर पीला और ब्लू कलर का हो गया। साल 1994 की भारतीय टीम की जर्सी वेस्टइंडीज की टीम और न्यूजीलैंड की टीम की जर्सी एक जैसी ही थी। यह जर्सी 5 सालों तक लगातार चलती रही और साल 1998 में इस जर्सी में बदलाव किया गया। 5 वर्षों तक कई बड़े सीरीज में भारतीय टीम की जर्सी को पहनकर क्रिकेट खेली।

साल 1998 में भारतीय टीम की जर्सी को थोड़ा सा डार्क लाइट ब्लू किया गया और उस समय जर्सी को कोका कोला ट्राई सीरीज के दौरान बदला गया। इस सीरीज में 3 देशों के बीच भारत की सर जमी पर खेला गया। इस सीरीज में बांग्लादेश केन्या और भारतीय टीम शामिल हुई थी। इस सीरीज के फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम इंडिया केन्या को हराकर फाइनल मुकाबला जीती थी।

साल 1999 की वर्ल्ड कप के दौरान भारतीय टीम की जर्सी में थोड़ा बहुत बदलाव किया गया और उस समय जर्सी का कलर ब्लू और पीली रंग का था। साल 1999 का विश्व कप इंग्लैंड की सरजमीं पर खेला गया था। भारतीय टीम इस वर्ल्ड कप में 6 मुकाबले खेलते हुए मात्र 1 मुकाबला ही जीत पाई थी। इसके बाद साल 2003 के विश्व कप के दौरान भारतीय टीम की जर्सी में तीन कलर मिक्स किया गया। 2003 के विश्व कप के दौरान भारतीय टीम की जर्सी का कलर ब्लू, ब्लैक और पीला था। भारतीय टीम का प्रदर्शन साल 2003 के विश्व कप में काफी शानदार रहा लेकिन फाइनल में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलियाई टीम के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

इसके बाद साल 2007 के विश्व कप के दौरान भारतीय टीम की जर्सी में फिर से बदलाव किया गया। 2007 का विश्व कप वेस्टइंडीज की सरजमी पर खेला गया। भारतीय टीम का प्रदर्शन साल 2007 के विश्व कप में काफी खराब रहा। ग्रुप स्टेज से भारतीय को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद साल 2011 के विश्व कप के दौरान भारतीय टीम की जर्सी का कलर डार्क ब्लू किया गया और भारतीय क्रिकेट टीम साल 2011 का विश्व कप भी जीती। साल 2011 के विश्व कप में भारतीय टीम ने फाइनल मुकाबले में श्रीलंका की टीम को हराकर दूसरी बार वनडे एकदिवसीय का विश्व कप जीता था।

इसके बाद साल 2015 के विश्व कप के दौरान भारतीय टीम की जर्सी में थोड़ा बहुत बदलाव किया गया। सन 2015 के विश्व कप के दौरान भारतीय टीम को सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम के हाथ हो 95 रनों से हार मिला था। साल 2016 में हुए पेटीएम ट्रॉफी के दौरान भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने जर्सी के पीछे अपने नाम के बजाए अपने मम्मी के नाम का जर्सी पहने थे। फिर साल 2019 के विश्व कप के दौरान भारतीय टीम की जर्सी में थोड़ा सा बदलाव किया गया। साल 2019 के विश्व कप के दौरान भारतीय टीम की जर्सी का कलर डार्क और लाइट ब्लू था।

साल 2020 में भारतीय टीम की जर्सी का कलर पूरी तरह बदल दिया गया और भारतीय टीम की जर्सी का कलर रेड रेट्रो जर्सी के नाम से जाना गया। इसके बाद साल 2021 के टी-20 विश्व कप के दौरान भारतीय टीम की जर्सी में थोड़ा सा और बदलाव किया गया और जर्सी के कलर को और डार्क कर दिया गया है।

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